Vikrant Shekhawat : Aug 19, 2021, 08:01 AM
नई दिल्ली: भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुअल लीनैन ने बुधवार को कहा कि उनके देश की पहली उड़ान से 21 भारतीयों को भी काबुल से बाहर निकाला गया है। उन्होंने कहा कि एलिट गोरखा निकासी उड़ान की सुरक्षा कर रहे थे।लीनैन ने कहा- फ्रांस और भारत अफगानिस्तान संकट से निपटने में कर रहे समन्वयलीनैन ने ट्वीट कर कहा कि फ्रांस और भारत अफगानिस्तान में पैदा हुए संकट से निपटने में सक्रिय रूप से समन्वय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच हुई बातचीत के मुताबिक फ्रांस अफगानिस्तान पर भारत के साथ, खासकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सक्रिय रूप से समन्यव कर रहा है।काबुल के बख्तर विश्वविद्यालय में फंसे चार भारतीय शिक्षकसमाचार एजेंसी प्रेट्र के मुताबिक काबुल में बख्तर विश्वविद्यालय में फंसे चार भारतीय शिक्षकों ने उम्मीद जताई है कि सरकार उन्हें सुरक्षित तरीके से बाहर निकाल लेगी। इनमें से एक शिक्षक मुहम्मद आसिफ शाह ने कहा कि उन लोगों ने भारत में संभी संभावित मंच संपर्क स्थापित किया है और उम्मीद है कि उन्हें सुरक्षित बाहर निकालने के लिए जल्द ही सरकार कुछ उपाय करेगी।भारत में पढ़ रहे अफगानी विद्यार्थी परेशान, सरकार ने वीजा की अवधि बढ़ाईअफगानिस्तान में बदले हालात के बाद भारत में पढ़ रहे अफगानी विद्यार्थी परेशान हैं। अलग-अलग राज्यों में पढ़ने वाले इन विद्यार्थियों को सबसे ज्यादा चिंता इस बात की सता रही है कि वीजा अवधि समाप्त होने पर उनको यहां से अपने देश जाना पड़ा तो मुसीबत आ जाएगी। हालांकि, भारत सरकार (केंद्रीय गृह मंत्रालय) ने देश में रह रहे सभी विदेशी नागरिकों के लिए सभी तरह के वीजा की अवधि 31 अगस्त तक बढ़ा दी है, इसीलिए इन विद्यार्थियों को भी वीजा की चिंता नहीं करनी चाहिए।अफगानिस्तान के विद्यार्थियों को अपनों की चिंताअफगानिस्तान में रह रहे अपने स्वजन को लेकर भी चिंतित हैं। उन्होंने भारत सरकार से अपील की है कि उनके स्वजन को अफगानिस्तान से निकालने में मदद की जाए। ये विद्यार्थी आर्थिक संकट का भी सामना कर रहे हैं। हरियाणा के कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय प्रौद्योगिक संस्थान (एनआइटी), कुरुक्षेत्र में करीब एक दर्जन अफगानी विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। इनमें से कुछ की आगामी 31 अगस्त को वीजा अवधि पूरी हो जाएगी।आर्थिक संकट से जूझ रहे विद्यार्थीआर्थिक संकट से भी जूझ रहे इन विद्यार्थियों को अब खुद के यहां रहने और अफगानिस्तान में रहे रहे स्वजन को लेकर चिंता सता रही है। वे पल-पल अपनों के बारे में पूछ रहे हैं और उनसे तालिबान के कब्जे के बारे में ताजा जानकारी लेने के साथ उनका हाल-चाल भी जान रहे हैं। विवि प्रशासन ने अफगानिस्तान के ताजा हालात को देखते हुए हास्टल की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है।