Viral News / फ्रांस का रेस्टोरेंट परोस रहा कीड़े से बनी डिश, खाने के बाद लोगों ने बताया टेस्ट

कुछ दिनों पहले कैंब्रिज यूनिवर्सिटी की एक स्टडी आई थी जिसमें कहा गया था कि आने वाले समय में लोगों के सामने खाने का संकट पैदा होगा और लोग कीड़े-मकोड़े खाना शुरू कर देंगे। स्टडी में इसे भविष्य का खाना कहा गया था। हालांकि भविष्य के इस खाने पर प्रयोग अभी से शुरू हो गए हैं। फ्रांस के एक रेस्टोरेंट में कीड़े-मकोड़ों की बेहतरीन डिश तैयार की जा रही है।

Vikrant Shekhawat : Jun 01, 2021, 04:07 PM
Delhi: कुछ दिनों पहले कैंब्रिज यूनिवर्सिटी की एक स्टडी आई थी जिसमें कहा गया था कि आने वाले समय में लोगों के सामने खाने का संकट पैदा होगा और लोग कीड़े-मकोड़े खाना शुरू कर देंगे। स्टडी में इसे भविष्य का खाना कहा गया था। हालांकि भविष्य के इस खाने पर प्रयोग अभी से शुरू हो गए हैं। फ्रांस के एक रेस्टोरेंट में कीड़े-मकोड़ों की बेहतरीन डिश तैयार की जा रही है।

फ्रांस के एक रेस्टोरेंट में लॉरेंट वियत नाम के शेफ ने अपने टेस्टिंग मेनू में कीड़ों से बनी ऐसी ही कुछ डिश शामिल की हैं। कुछ कमजोर दिल वाले लोग तो इसे शायद देख भी ना पाएं। हालांकि, बढ़ती आबादी के बीच भविष्य में ये लोगों के लिए रेगुलर डाइट भी बन सकती है।

वियत के मेनू कार्ड में प्रॉन सैलेड, पीले मिलवर्म, सब्जियों के साथ कुरकुरे कीड़े और चॉकलेट में तैयार टिड्डे हैं। रेस्टोरेंट में वियत के डिश का आनंद लेने के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे हैं। कुछ उत्साहित लोगों को कीड़ों से बने ये डिश पसंद आ रहे हैं और वो इस पर अपनी सहमति जता रहे हैं।

वियत ने रॉयटर्स को बताया, 'पहली बार खाने वालों के लिए यह आदर्श व्यंजन है। इन लोगों को मीलवर्म आटे से बना पास्ता, शकरकंद और हल्का फ्राई किया हुआ कीट लार्वा परोसा जा रहा है। इनमें से कुछ के स्वाद तो बेहतरीन हैं। बहुत से लोगों को यह पसंद आ रहा है।'

जनवरी में यूरोपीय खाद्य सुरक्षा एजेंसी (EFSA) ने मीलवर्म कीड़े को इंसानों के खाने के लिए उपयुक्त माना था। मई में बाजार में इसकी बिक्री को मंजूरी दे दी गई। एजेंसी ने झींगुर और टिड्डियों समेत कई कीड़ों से बने खाद्य उत्पादों के लिए एक दर्जन से भी अधिक आवेदन दिए हैं। मीलवर्म और अन्य कुछ कीड़े आमतौर पर, भविष्य के लिए एक स्थायी और लो कार्बन फूड सोर्स साबित हो सकते हैं।

वियत के रेस्टोरेंट में सोहेल अयारी अपनी दो बेटियों के साथ ये खाना खाने आए थे। उन्होंने कहा, 'मुझे ऐसा लगता है कि मैं एक ट्रेडिशनल रेस्टोरेंट में हूं और मैं जो खा रहा हूं वो कुछ अलग है। ईमानदारी से कहूं तो इसका स्वाद बहुत हद तक रोजमर्रा के खाने की तरह ही है।' वहीं अयारी की छोटी बेटी ने कहा, 'यह पर्यावरण के अनुकूल है। इससे अधिक और क्या चाहिए, यह अच्छा है।'

वियत मीलवर्म को बड़ा करते हैं, उन्हें दलिया, ओट्स और सब्जियां खिलाते हैं। मीलवर्म देखने में बहुत अजीब लगते हैं लेकिन ये प्रोटीन, फैट और फाइबर से भरपूर होते हैं। इन्हे करी या सलाद में साबुत खाया जा सकता है। या फिर पास्ता, बिस्किट या ब्रेड के लिए आटा बनाने में इनका इस्तेमाल किया जा सकता है।

यूरोपीय आयोग के स्वास्थ्य और खाद्य सुरक्षा प्रवक्ता स्टीफन डी कीर्समाइकर ने कहा, 'कीड़े पौष्टिक होते हैं। ये हमें ज्यादा हेल्दी और एक स्थायी डाइट की तरफ बढ़ने में मदद कर सकते हैं।' 

वियत के लिए कीड़ों की डिश तैयार करना दोगुनी चुनौती वाला काम है। एक तरफ उन्हें इसे ट्राय करने के लिए मनाने की चुनौती है और दूसरी तरफ अन्य खाद्य पदार्थों के साथ कीड़ों के स्वाद को मिलाना सीखना है। वियत कहते हैं, 'आपको सही स्वाद, सही चीजें ढूंढनी होंगी, वो सारी चीजें जो लोगों को आकर्षित करती हैं।'