देश / जनरल रावत के हेलीकॉप्टर का संपर्क दोपहर 12:08 बजे एटीसी से टूट गया था: राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को संसद में बताया कि बुधवार को सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत 14 लोगों को लेकर क्रैश हुए हेलीकॉप्टर ने सुबह 11:48 बजे सुलूर से उड़ान भरी थी। उन्होंने कहा, "हेलीकॉप्टर को दोपहर 12:15 बजे लैंड करना था लेकिन दोपहर 12:08 बजे सुलूर एयरबेस के एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से उसका संपर्क टूट गया।"

Vikrant Shekhawat : Dec 09, 2021, 03:05 PM
नई दिल्ली: CDS बिपिन रावत सहित 13 अधिकारियों को ले जा रहा हेलीकॉप्टर आखिर दुर्घटनाग्रस्‍त कैसे हुआ, इस सवाल का जवाब सभी जानना चाहते हैं. इस संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में गुरुवार को बयान दिया है. उन्होंने सदन को बताया कि बिपिन रावत जिस हेलीकॉप्टर पर सवार थे उसने 11: 48 AM में उड़ान भरी थी. उड़ान भरने के कुछ देर बाद 12:08 बजे हेलीकॉप्टर का एटीसी से कनेक्‍शन टूट गया. रक्षा मंत्री ने बताया कि 12:15 बजे चॉपर के क्रैश होने की खबर आई.

सदन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान के बाद अब एक सवाल ये उठ रहा है कि चॉपर के उड़ान भरने से लेकर उसके एटीसी से कनेक्‍शन टूटने के बीच आखिर क्‍या हुआ ? ऐसा क्‍या हुआ जिसके बाद सवा बारह बजे चॉपर क्रैश हुआ और देश ने 13 जाबांज अधिकारियों को खो दिया. रक्षा मंत्री ने हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत एवं 12 अन्य लोगों की मृत्यु पर लोकसभा में बयान दिया और कहा कि इस घटना की जांच एयर मार्शल मानवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में तीनों सेनाओं का एक दल कर रहा है.

हेलिकॉप्टर को 12:15 बजे वेलिंग्टन लैंड करना था

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में बताया कि जनरल बिपिन रावत अपने दौरे के लिए तमिलनाडु के वेलिंग्टन जा रहे थे. वायु सेना के Mi-17 V5 हेलिकॉप्टर बुधवार 11:48 AM बजे सुलूर एयर बेस से अपनी उड़ान भरी और इसे 12:15 बजे वेलिंग्टन लैंड करना था. लेकिन सुलूर एयर बेस के एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने 12:08 बजे अपना संपर्क खो दिया. उन्होंने बताया कि हादसे की जांच के आदेश दे दिये गये हैं. वे वेलिंगटन के छात्रों को संबोधित करने शिड्यूल विजिट पर थे.

ब्लैक बॉक्स बरामद

इधर रक्षा अधिकारियों ने तमिलनाडु में बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर का फ्लाइट रिकॉर्डर यानी ‘ब्लैक बॉक्स' बरामद कर लिया है. आधिकारिक सूत्रों ने जानकारी दी है कि प्राधिकारियों ने ब्लैक बॉक्स की तलाश का दायरा दुर्घटनास्थल से 300 मीटर दूर से बढ़ाकर एक किलोमीटर तक कर दिया था जिसके बाद इसे बरामद कर लिया गया. आपको बता दें कि ब्लैक बॉक्स से बुधवार को पर्वतीय क्षेत्र में हुए इस हादसे के पहले के घटनाक्रम संबंधी अहम जानकारी बाहर आएगी.