Vikrant Shekhawat : Jan 17, 2024, 04:15 PM
Air Power Practice: भारतीय वायु सेना 17 फरवरी को जैसलमेर में ‘वायु शक्ति अभ्यास’ के दौरान अपनी ताकत का प्रदर्शन करेगी। बताया जा रहा है कि इस अभ्यास में कुल 150 एयरक्राफ्ट शामिल होंगे। संभावना जताई जा रही है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना के चुने गए लक्ष्यों को फाइटर जेट 500 से लेकर 1000 किलो तक के बम गिराकर टारगेट करेंगे। फाइटर जेट राफेल सुपरसोनिक स्पीड में उड़ान भरते दिखाई देगा और एयर टू एयर मिसाइल से फायर करेगा।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस अभ्यास के दौरान वास्तविक युद्ध जैसे हालात तैयार करके ऑपरेशन को अंजाम दिया जाता है। वायु शक्ति अभ्यास में लड़ाकू विमान जगुआर, सुखोई-30, तेजस, राफेल समेत कुल 150 एयरक्राफ्ट के शामिल होने की संभावना है। इसमें 109 फाइटर जेट, 24 हेलीकॉप्टर, 7 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट होंगे। इस अभ्यास में परिवहन विमान सी-17 और सी-130 जे भी भाग लेंगे।राफेल, जगुआर और तेजस होंगे शामिलवायु सेना के इस अभ्यास में राफेल भी शामिल होगा। अभ्यास के दौरान जगुआर फाइटर जेट रेकी करने का प्रदर्शन करने के साथ ही 1000 पाउंड का बम भी टारगेट पर गिराएगा। फाइटर जेट राफेल सुपरसोनिक स्पीड में उड़ान भरते दिखाई देगा और एयर टू एयर मिसाइल फायर करेगा। सुखोई-30 फाइटर जेट कॉम्बेट एयर पेट्रोलिंग करते दिखाई देंगे, जिसके बाद यह 1000 पाउंड और 100 किलो का बम टारगेट पर बरसाएंगे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, लड़ाकू विमानों से गिराए जाने वाले बमों का निशाना चुनेंगे।कलेक्टर ने ली बैठक17 फरवरी को एयर फोर्स रेंज चांधन में प्रस्तावित वायुशक्ति एक्सरसाइज (फायर पावर डेमोस्ट्रेशन) के आयोजन संबंधी व्यवस्थाओं के लिए जिला कलेक्टर प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में वायुसेना के अधिकारियों के साथ जिले के कई अधिकारी मौजूद रहे। बैठक के दौरान कलेक्टर प्रताप सिंह ने पूर्व में भी जिले में आयोजित वायुशक्ति एक्सरसाइज की जानकारी ली। उन्होंने सभी अधिकारियों को वायु सेना के संबंधित अधिकारियों के साथ तालमेल बिठाते हुए सौंपे गए कामों के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए।साल 2016 में पीएम मोदी ने लिया था हिस्सासाल 2016 में आयोजित हुए वायु सेना के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जैसलमेर आए थे और इसका हिस्सा बने थे। इसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि 17 फरवरी को आयोजित होने जा रही भारतीय वायुसेना कि ‘वायु शक्ति अभ्यास’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर आ सकते हैं। इसको लेकर प्रशासनिक स्तर भी तैयारियां की जा रही है।