लंदन: यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां कोरोना (Coronavirus) और उसकी वजह से लागू हुए लॉकडाउन (Lockdown) ने कुछ छात्राओं की जिंदगी तबाह कर दी। लॉकडाउन की वजह से छात्राओं को अपनी इंटिमेट तस्वीरें इंटरनेट (Girl Students Sell Intimate Pics On Internet) पर बेचने के लिए मजबूर होना पड़ा।
लॉकडाउन में छात्राओं के झेलनी पड़ी आर्थिक तंगीमिरर में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, आमतौर पर स्टूडेंट यूनिवर्सिटी की फीस भरने के लिए रेस्टोरेंट, स्टोर, पब या अन्य दुकानों पर काम करते हैं। लेकिन लॉकडाउन में इस तरह की जॉब करने का मौका नहीं मिला। इस दौरान उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा।
पीड़ित छात्रा ने सुनाई आपबीतीएक पीड़ित छात्रा ने बताया कि ट्यूशन फीस चुकाने के लिए कई छात्राओं ने इंटरनेट पर अपनी आपत्तिजनक फोटो बेचीं। हमने ये मजबूरी में किया। हमें कोई और रास्ता नहीं सूझ रहा था।प्रॉस्टिट्यूशन से भी जुड़ीं कुछ छात्राएंवहीं एक अन्य छात्रा ने बताया कि कोरोना वैश्विक महामारी (Pandemic) संकट काल के दौरान बड़ी संख्या में छात्राओं ने प्रॉस्टिट्यूशन से जुड़ी महिलाओं से भी संपर्क किया। लॉकडाउन के दौरान हमारे पास ऑप्शन नहीं थे क्योंकि ज्यादातर दुकानें और पब बंद थे।एक स्टूडेंट ने कहा कि पहले लॉकडाउन के दौरान इंटरनेट पर इंटिमेट तस्वीरें बेचने वाली लड़कियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई थी। इस दौरान उन्हें मानसिक तौर पर काफी कुछ झेलना पड़ा। कई क्लाइंट्स ने उनकी पर्सनल डिटेल सोशल मीडिया पर उनसे बिना पूछे वायरल कर दीं। इससे उनको बहुत परेशानी हुई।पिछले साल किए गए एक सर्वे में सामने आया कि 4 फीसदी छात्राओं ने यूनिवर्सिटी में अपने कोर्स की फीस भरने के लिए अपनी इंटिमेट तस्वीरें बेचीं। बता दें कि इस सर्वे में 3,200 छात्राओं ने सवालों का जवाब दिया था।
लॉकडाउन में छात्राओं के झेलनी पड़ी आर्थिक तंगीमिरर में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, आमतौर पर स्टूडेंट यूनिवर्सिटी की फीस भरने के लिए रेस्टोरेंट, स्टोर, पब या अन्य दुकानों पर काम करते हैं। लेकिन लॉकडाउन में इस तरह की जॉब करने का मौका नहीं मिला। इस दौरान उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा।
पीड़ित छात्रा ने सुनाई आपबीतीएक पीड़ित छात्रा ने बताया कि ट्यूशन फीस चुकाने के लिए कई छात्राओं ने इंटरनेट पर अपनी आपत्तिजनक फोटो बेचीं। हमने ये मजबूरी में किया। हमें कोई और रास्ता नहीं सूझ रहा था।प्रॉस्टिट्यूशन से भी जुड़ीं कुछ छात्राएंवहीं एक अन्य छात्रा ने बताया कि कोरोना वैश्विक महामारी (Pandemic) संकट काल के दौरान बड़ी संख्या में छात्राओं ने प्रॉस्टिट्यूशन से जुड़ी महिलाओं से भी संपर्क किया। लॉकडाउन के दौरान हमारे पास ऑप्शन नहीं थे क्योंकि ज्यादातर दुकानें और पब बंद थे।एक स्टूडेंट ने कहा कि पहले लॉकडाउन के दौरान इंटरनेट पर इंटिमेट तस्वीरें बेचने वाली लड़कियों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई थी। इस दौरान उन्हें मानसिक तौर पर काफी कुछ झेलना पड़ा। कई क्लाइंट्स ने उनकी पर्सनल डिटेल सोशल मीडिया पर उनसे बिना पूछे वायरल कर दीं। इससे उनको बहुत परेशानी हुई।पिछले साल किए गए एक सर्वे में सामने आया कि 4 फीसदी छात्राओं ने यूनिवर्सिटी में अपने कोर्स की फीस भरने के लिए अपनी इंटिमेट तस्वीरें बेचीं। बता दें कि इस सर्वे में 3,200 छात्राओं ने सवालों का जवाब दिया था।