देश / कोरोना के बीच मोदी सरकार के लिए आई अच्छी खबर, 11 महीने की ऊंचाई पर कोर सेक्टर की ग्रोथ

जनवरी में कोर सेक्टर के उत्पादन में महज 2.2 फीसदी की बढ़त हुई थी। एक साल पहले की बात करें तो फरवरी 2019 में कोर सेक्टर में 2.2 फीसदी की बढ़त हुई थी। रिफाइनरी उत्पादों और बिजली के उत्पादन में बढ़त से मुख्य रूप से कोर सेक्टर में अच्छी वृद्धि देखने को मिली। साल 2019 के अंतिम महीने कोर सेक्टर के उत्पादन के लिहाज से बहुत खराब थे।

AajTak : Apr 01, 2020, 12:05 PM
कोरोना महामारी के संकट के बीच मोदी सरकार के लिए एक बहुत अच्छी खबर आई है।फरवरी में आठ प्रमुख उद्योगों वाले कोर सेक्टर का ग्रोथ 11 महीने के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया है। भारत में फरवरी में आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर 5.5 फीसद पर रही।

इन उद्योगों में हुई अच्छी बढ़त

जनवरी में कोर सेक्टर के उत्पादन में महज 2.2 फीसदी की बढ़त हुई थी। एक साल पहले की बात करें तो फरवरी 2019 में कोर सेक्टर में 2.2 फीसदी की बढ़त हुई थी। रिफाइनरी उत्पादों और बिजली के उत्पादन में बढ़त से मुख्य रूप से कोर सेक्टर में अच्छी वृद्धि देखने को मिली। साल 2019 के अंतिम महीने कोर सेक्टर के उत्पादन के लिहाज से बहुत खराब थे। दिसंबर में देश की अर्थव्यवस्था के लिए नकारात्मक खबर देकर गया। देश के प्रमुख आठ उद्योगों के उत्पादन में लगातार चौथे महीने गिरावट आई थी। इसके बाद जनवरी 2020 में कोर सेक्टर में 2.2 फीसदी बढ़त की खबर आई।

गौरतलब है कि कोर सेक्‍टर के 8 प्रमुख उद्योग में कोयला, क्रूड, ऑयल, नेचुरल गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, फर्टिलाइजर्स, स्टील, सीमेंट और इलेक्ट्रिसिटी आते हैं। देश के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में आठ कोर इंडस्ट्रीज का वेटेज 40.27 फीसदी होता है। वाणि‍ज्य एवं उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2019-20 की पहली छमाही में इन कोर इंडस्ट्रीज का उत्पादन सुस्त ही रहा है। फरवरी में कोयला, रिफाइनरी उत्पाद और बिजली में क्रमश: 10.3 फीसदी, 7.4 फीसदी और 11 फीसदी की बढ़ोतरी को मिली। हालांकि, क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस और स्टील सेक्टर में प्रोडक्शन में कमी देखने को मिली।

पिछले साल ऐसी थी बढ़त

सरकार की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक आठ बुनियादी उद्योगों कोयला, क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, स्टील, सीमेंट और बिजली में फरवरी, 2019 में 2।2 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। इस उर्वरक और सीमेंट के प्रोडक्शन में क्रमश: 2.9 फीसदी और 8.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।