देश / वैष्णो देवी जाने वालों के लिए खुशखबरी, इस दिन से फिर शुरू होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

वैष्णो देवी के भक्तों के लिए अच्छी खबर है। ऑनलाइन वैष्णो देवी यात्रा पंजीकरण और हेलिकॉप्टर सेवा बुकिंग 26 अगस्त से 5 सितंबर के लिए खुलेगी। यह जानकारी माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार जांगिड ने दी। उन्होंने बताया कि यात्रा और हेलिकॉप्टर सेवा के इच्छुक यात्री इस अवधि के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और बुकिंग 26 अगस्त से करवा सकते हैं।

Zee News : Aug 25, 2020, 07:37 AM
जम्मू: वैष्णो देवी (Vaishno Devi) के भक्तों के लिए अच्छी खबर है। ऑनलाइन वैष्णो देवी यात्रा (Vaishno Devi yatra) पंजीकरण और हेलिकॉप्टर सेवा बुकिंग 26 अगस्त से 5 सितंबर के लिए खुलेगी। यह जानकारी माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीईओ रमेश कुमार जांगिड (Ramesh Kumar Jangid) ने दी।  उन्होंने बताया कि यात्रा और हेलिकॉप्टर सेवा के इच्छुक यात्री इस अवधि के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और बुकिंग 26 अगस्त से करवा सकते हैं।

कटरा स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर 16 अगस्त से दर्शन के लिए खोला गया था। पहले सप्ताह केवल 2,000 तीर्थयात्रियों को ही अनुमति मिली थी। इन यात्रियों में 1900 जम्मू-कश्मीर और 100 देश के बाकी हिस्सों के थे। अब 26 अगस्त से 5 सितंबर की अवधि के लिए ऑनलाइन पंजीकरण और हेलिकॉप्टर सेवा की बुकिंग शुरू की जा रही है। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के चलते 18 मार्च को तीर्थस्थल बंद कर दिया गया था। 

जम्मू-कश्मीर सरकार ने लगभग पांच महीनों बाद 11 अगस्त को मंदिर खोलने की घोषणा की थी। बोर्ड की तरफ से तीर्थयात्रियों के लिए कई दिशानिर्देश जारी किये गए हैं। प्रशासन के अनुसार, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे यात्रा नहीं कर पाएंगे और सभी तीर्थयात्रियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। यात्रा रात में बंद कर दी जाएगी और कुछ समय के लिए माता भवन में भक्तों के ठहरने पर रोक रहेगी। इसके अलावा, भक्तों को सुबह आयोजित होने वाली आरती में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि तीर्थयात्रियों का पंजीकरण केवल ऑनलाइन से किया जाना चाहिए, ताकि वर्तमान काउंटरों पर भीड़ से बचा जा सके। जम्मू-कश्मीर के बाहर से आने वाले तीर्थयात्रियों को 100% अनिवार्य COVID-19 एंटीजन परीक्षण प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव होने पर ही उन्हें यात्रा जारी रखने की अनुमति होगी।

वहीं, जम्मू-कश्मीर के रेड जोन से आने वाले तीर्थयात्रियों को भी अनिवार्य रूप से परीक्षण से गुजरना होगा और परिणाम नेगेटिव आने पर ही  वह दर्शन के लिए यात्रा कर पायेंगे।