Coronavirus in India / कोरोना पर कारगर बताई जा रही दवा के निर्यात पर बैन हटाने को तैयार सरकार

कोरोना वायरस के इलाज में प्रभावी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा के निर्यात से बैन हटाने के लिये भारत सरकार तैयार है। विदेश मंत्रालय की अनुशंसा के आधार पर विदेशों से की गई मांग पर निर्यात का फैसला किया जायेगा की किस देश को निर्यात करना है और कितना। दरअसल 6-7 देशों से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की मांग अधिक की गई, जिनमें अमेरिका, ब्राज़ील, स्पेन और जर्मनी शामिल हैं।

News18 : Apr 07, 2020, 09:23 AM
Coronavirus in india: कोरोना वायरस (Coronavirus) के इलाज में प्रभावी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवा के निर्यात से बैन हटाने के लिये भारत सरकार तैयार है। सूत्रों के मुताबिक भारत सरकार में सैद्धांतिक तौर पर फैसला ले लिया गया है। विदेश मंत्रालय की अनुशंसा के आधार पर विदेशों से की गई मांग पर निर्यात का फैसला किया जायेगा की किस देश को निर्यात करना है और कितना। दरअसल 6-7 देशों से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की मांग अधिक की गई, जिनमें अमेरिका, ब्राज़ील, स्पेन और जर्मनी शामिल हैं। हालांकि करीब 30 देशों से कोरोना संकट के दौरान हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की निर्यात के लिये अनुरोध किया गया है और इनमें से ज्यादातर देशो ने बैन हटाने की भारत से मांग की थी।

कौन कौन देश चाहते हैं भारत से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन?

अमेरिकी राष्ट्रपति के अलावा जर्मनी, स्पेन जैसे यूरोप के कुछ देशों के अलावा इंडोनेशिया, यूएई, इजरायल, ब्राजील ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की मांग भारत से किया है और निर्यात से प्रतिबंध हटाने की मांग की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद कहा की उन्होंने भारत से अनुरोध किया है की अमेरिका ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन खरीद का जो ऑर्डर दिया है, भारत उसका निर्यात अमेरिका को करे। इसके अलावा ब्राजील के राष्ट्रपति ने भी ट्वीट के जरिये जानकारी दी है की भारत से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के लिये अनुरोध किया गया है।

भारत से हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर है बैन!

दरअसल कोरोना से निपटने में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के इस्तेमाल की प्रभावी भूमिका को देखते हुए भारत की तरफ से 25 मार्च को एक आदेश जारी कर हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया था सिर्फ 3 अपवादों के आधार पर हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का निर्यात दूसरे देश को हो सकता था लेकिन 4 अप्रैल को एक नये आदेश के जरिये सारे अपवादों को खत्म कर भारत सरकार ने हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के निर्यात पर पूरी तरह से बैन लगा दिया।

भारत हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का सबसे बडा निर्यातक

भारत हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का सबसे बडा निर्यातक देश है। इसके लिये कच्चा माल चीन से आता है जिसकी कीमत भी हाल के दिनों में कोरोना वायरस की वजह से बढ़ गई है। हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का इलाज मलेरिया के इलाज में होता है और भारत में मलेरिया के मरीजो की संख्या बहुत है, इसलिये भारत मे हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का उत्पादन अधिक होता है और ये सबसे बडा निर्यातक भी है।

भारत का निर्यात पर से बैन हटाने को तैयार: सूत्र

अमेरिका समेत सभी देशों की मांग पर भारत ने अपनी घरेलू आवश्यकता को देखते हुए फैसला किया है। भारत ने अपनी आवश्यकता से 25 फीसदी स्टॉक रखने के बाद ही किसी देश को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन निर्यात करेगा। ये निर्णय भी विदेश मंत्रालय विदेशी राष्ट्रों से की गई मांग को देखने के बाद करेगा की निर्यात करना है की नहीं।

मंगलवार को GoM की बैठक में भी चर्चा सम्भव: सूत्रों

हालांकी सैद्धांतिक तौर पर अब तक की बैठकों में निर्यात पर फैसला हो चुका है लेकिन सूत्रों के मुताबिक 7 मार्च को होने वाली रक्षामंत्री के नेतृत्व में GoM की बैठक में भी इस मसले पर एक बार चर्चा हो सकती है।