News18 : Apr 29, 2020, 12:21 PM
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण Coronavirus Lockdown) को रोकने के लिए जारी लॉकडाउन में आम लोगों को राहत देने के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है। इसी कड़ी में केंद्र सरकार (Government of India) ने ईएसआई योजना (ESIC Scheme) का फायदा उठाने वाले कर्मचारियों का वार्षिक एकमुश्त अंशदान जमा न होने के बावजूद 30 जून 2020 तक कर्मचारियों को सभी मेडिकल सेवाएं उपलब्ध कराने का ऐलान किया है। आपको बता दें कि ईएसआई योजना का लाभ उन कर्मचारियों को मिलता है, जिनकी मासिक आय 21 हजार रुपए से कम हो और जो कम से कम 10 कर्मचारियों वाली कंपनी में काम करते हों। इससे पहले साल 2016 तक मासिक आय की सीमा 15 हजार रुपए थी, जिसे 1 जनवरी, 2017 से बढ़ाकर 21 हजार रुपए किया गया था।
लॉकडाउन में केंद्र सरकार की ओर से की गई 5 बड़ी घोषणाएं
(1) मिलती रहेंगी सभी सुविधाएं- ESIC ने ऐलान किया है कि लॉकडाउन के चलते जो भी कंपनियां कर्मचाारियों का वार्षिक एकमुश्त अंशदान जमा नहीं कर पाने के बावजूद कर्मचारियों की मेडिकल सुविधाएं नहीं रोकी जाएंगी।
(2) एक्सपायर कार्ड का कर सकते हैं इस्तेमाल- कर्मचारी अपने मेडिकल कार्ड, जिसके जरिए उन्हें मेडिकल सेवाएं मिलती हैं वो एक्सपायर हो गया है उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। वो अपने पुराने कार्ड पर ही सभी सेवाएं पा सकते है। ESIC ने कर्मचाारियों का वार्षिक एकमुश्त अंशदान जमा न होने के बावजूद 30 जून 2020 तक कर्मचारियों को सभी मेडिकल सेवाएं उपलब्ध कराने का ऐलान किया है।
(3) प्राइवेट मेडिकल स्टोर्स से ली जा सकती हैं दवाएं- ESIC ने कर्मचारियों या अन्य लाभार्थियों को लॉकडाउन के दौरान प्राइवेट मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीदने की भी सुविधा प्रदान की है। कर्मचारी प्राइवेट दुकानों से दवा खरीदने के बाद बाद में ESIC से खर्च किए गए पैसे को क्लेम कर सकेंगे। ऐसे में जिन कर्मचारियों की नियमित दवाएं चलती हैं और लॉकडाउन में वो अस्पताल नहीं जा पा रहे उन्हें काफी राहत मिलेगी।
(4) अन्य अस्तापतालों में हो सकता है इलाज-जिन ESIC अस्पतालों को COVID-19 अस्पताल में बदल दिया है वहां इलाज कराने जाने वाले कर्मचारियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। नियमित तौर पर इन अस्पताल में इलाज कराने वाले कर्मचारियों को मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ESIC ने कई अस्पतालों से समझौता किया है। इन अस्पतालों में भी कर्मचारियों को आसानी से इलाज मिल सकेगा।
(5) कंपनियों को मिली बड़ी राहत- कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने कंपनियों को राहत देते हुए फरवरी और मार्च महीने का अंशदान जमा करने के लिए समय सीमा को 15 मई 2020 तक के लिए बढ़ा दिया गया है। देशभर में किए गए लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है।कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) की सोशल सिक्योरिटी स्कीम (Social security scheme) से फरवरी में 11।56 लाख नए मेंबर्स जुड़े हैं। इससे पहले जनवरी में ईएसआईसी में 12।19 लाख नए मेंबर रजिस्टर्ड हुए थे।
लॉकडाउन में केंद्र सरकार की ओर से की गई 5 बड़ी घोषणाएं
(1) मिलती रहेंगी सभी सुविधाएं- ESIC ने ऐलान किया है कि लॉकडाउन के चलते जो भी कंपनियां कर्मचाारियों का वार्षिक एकमुश्त अंशदान जमा नहीं कर पाने के बावजूद कर्मचारियों की मेडिकल सुविधाएं नहीं रोकी जाएंगी।
(2) एक्सपायर कार्ड का कर सकते हैं इस्तेमाल- कर्मचारी अपने मेडिकल कार्ड, जिसके जरिए उन्हें मेडिकल सेवाएं मिलती हैं वो एक्सपायर हो गया है उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। वो अपने पुराने कार्ड पर ही सभी सेवाएं पा सकते है। ESIC ने कर्मचाारियों का वार्षिक एकमुश्त अंशदान जमा न होने के बावजूद 30 जून 2020 तक कर्मचारियों को सभी मेडिकल सेवाएं उपलब्ध कराने का ऐलान किया है।
(3) प्राइवेट मेडिकल स्टोर्स से ली जा सकती हैं दवाएं- ESIC ने कर्मचारियों या अन्य लाभार्थियों को लॉकडाउन के दौरान प्राइवेट मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीदने की भी सुविधा प्रदान की है। कर्मचारी प्राइवेट दुकानों से दवा खरीदने के बाद बाद में ESIC से खर्च किए गए पैसे को क्लेम कर सकेंगे। ऐसे में जिन कर्मचारियों की नियमित दवाएं चलती हैं और लॉकडाउन में वो अस्पताल नहीं जा पा रहे उन्हें काफी राहत मिलेगी।
(4) अन्य अस्तापतालों में हो सकता है इलाज-जिन ESIC अस्पतालों को COVID-19 अस्पताल में बदल दिया है वहां इलाज कराने जाने वाले कर्मचारियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। नियमित तौर पर इन अस्पताल में इलाज कराने वाले कर्मचारियों को मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ESIC ने कई अस्पतालों से समझौता किया है। इन अस्पतालों में भी कर्मचारियों को आसानी से इलाज मिल सकेगा।
(5) कंपनियों को मिली बड़ी राहत- कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने कंपनियों को राहत देते हुए फरवरी और मार्च महीने का अंशदान जमा करने के लिए समय सीमा को 15 मई 2020 तक के लिए बढ़ा दिया गया है। देशभर में किए गए लॉकडाउन को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है।कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) की सोशल सिक्योरिटी स्कीम (Social security scheme) से फरवरी में 11।56 लाख नए मेंबर्स जुड़े हैं। इससे पहले जनवरी में ईएसआईसी में 12।19 लाख नए मेंबर रजिस्टर्ड हुए थे।