देश / सरकार ने घरेलू उड़ानों के लिए यात्री क्षमता 50% से बढ़ाकर 65% की

नागरिक विमानन मंत्रालय ने सोमवार को घरेलू एयरलाइंस को मौजूदा 50% यात्री क्षमता से बढ़ाकर 65% क्षमता के साथ संचालन की अनुमति दी। मंत्रालय ने कहा कि 65% यात्री क्षमता 31 जुलाई या अगले आदेश तक लागू रहेगी। मंत्रालय ने कहा कि घरेलू हवाई यात्रा के लिए यात्रियों की बढ़ती मांग को देखते हुए यह फैसला किया गया है।

Vikrant Shekhawat : Jul 06, 2021, 07:04 AM
नई दिल्ली: घरेलू उड़ानें अब 65 प्रतिशत यात्री क्षमता के साथ संचालित होंगी. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने डोमेस्टिक फ्लाइट्स की मौजूदा 50 प्रतिशत यात्री क्षमता को बढ़ाकर अब 65 प्रतिशत कर दिया है. जहां पहले एक बार में केवल 50 प्रतिशत पैसेंजर्स ही यात्रा कर सकते थे. वहीं अब 65 प्रतिशत पैसेंजर्स यात्रा कर सकेंगे. सरकार ने सोमवार को घरेलू एयरलाइंस को अधिक क्षमता के साथ संचालित होने की अनुमति दी क्योंकि कई राज्यों द्वारा लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद इनकी मांग काफी बढ़ी है.

सरकार ने 31 जुलाई या अगले आदेश तक घरेलू विमान की क्षमता को 65 प्रतिशत तक सीमित किया है. जब सरकार ने दो महीने के लंबे ब्रेक के बाद पिछले साल 25 मई को भारत में निर्धारित घरेलू उड़ानें फिर से शुरू की थीं, तब मंत्रालय ने उड़ानों को उनकी पूर्व-कोविड घरेलू सेवाओं के 33 प्रतिशत से अधिक संचालित करने की अनुमति नहीं दी थी. पिछले साल दिसंबर तक इस कैप को धीरे-धीरे बढ़ाकर 80 फीसदी कर दिया गया था. हालांकि, मई में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सीमा को 80 फीसदी से घटाकर 50 फीसदी कर दिया था. यह कटौती एक जून से लागू हो गई थी.

डोमेस्टिक पैसेंजर्स ट्रेफिक मई में 20 लाख तक गिरा

देश में जैसे ही कोविड संक्रमणों के मामलों की संख्या बढ़ी, भारतीय विमानन क्षेत्र के लिए डोमेस्टिक पैसेंजर्स ट्रेफिक इस साल मई में लगभग 1.9 से 2 मिलियन तक कम हो गया, जो अप्रैल में करीब 5.73 मिलियन था. मई में हर दिन प्रस्थान करने वाली उड़ानों की औसत संख्या लगभग 900 थी, जो अप्रैल में 2,000 उड़ानों की तुलना में काफी कम रही. मई के दौरान प्रति उड़ान यात्रियों की औसत संख्या 72 थी, जबकि अप्रैल 2021 में प्रति उड़ान औसत संख्या 93 थी. इस साल अप्रैल से मई के बीच डोमेस्टिक पैसेंजर्स ट्रेफिक में लगभग 65-67 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है.