क्रिकेट / धोनी की तरह नरम होते कोहली तो अधिक रन नहीं बनाते: हरभजन

पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने टेस्ट कप्तान विराट कोहली की प्रशंसा करते हुए कहा है कि अगर एमएस धोनी की तरह कोहली नरम होते तो ज़्यादा रन नहीं बनाते। बकौल हरभजन, "जब टीम ऑस्ट्रेलिया जाती थी...तो वे सोचते थे कि टेस्ट को कैसे बचाया जाए। विराट की कप्तानी में टीम जाती है...यह सोचकर कि सीरीज़ कैसे जीत सकते हैं।"

Vikrant Shekhawat : Dec 28, 2021, 06:50 PM
क्रिकेट: वर्ष 1983 में पहली बार चैंपियन बनी टीम इंडिया के स्टार गेंदबाजों में से एक रहे मदन लाल ने चेतेश्वर पुजारा को प्लेइंग इलेवन से बाहर करने की बात कही है। दूसरी ओर, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने विराट कोहली की तारीफ करते हुए एमएस धोनी को लपेट लिया।

हरभजन ने कोहली के आक्रामक रवैए की सराहना की। हरभजन ने कहा कि कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम हमेशा मैच जीतने के लिए खेलती है हरभजन सिंह ने कहा, ‘धोनी की तरह नरम नहीं होने के कारण ही कोहली इतने रन बना पाए हैं।

हरभजन के हवाले से ‘द हिंदुस्तान टाइम्स’ ने लिखा, ‘टीम को आगे ले जाने के लिए हमें उनके जैसे खिलाड़ियों की जरूरत है। पहले जब टीम ऑस्ट्रेलिया जाती थी तो यही सोचते थे कि टेस्ट मैच को कैसे बचाया जाए। विराट की कप्तानी में टीम यह सोचकर ऑस्ट्रेलिया जाती है कि वे टेस्ट सीरीज कैसे जीत सकते हैं।’

हरभजन ने कहा, ‘..और यही वह बदलाव है जिसे आपने इस भारतीय पक्ष में देखा है। वह ऑस्ट्रेलिया गए और उन्हें दो बार हराया। उन्होंने इंग्लैंड में अच्छा खेला और मुझे उम्मीद है कि वह साउथ अफ्रीका को भी टेस्ट सीरीज में हरा देंगे।’

हरभजन ने कहा, ‘इसलिए कोहली ने एक कप्तान के रूप में अपनी भूमिका बखूबी निभाई है। आक्रामक रवैए ने विराट को आज बहुत बड़ा खिलाड़ी बनाया है। अगर वह एमएस धोनी की तरह नरम होते, तो मुझे नहीं लगता कि उन्होंने इतने रन बनाए होते, जितने कि बना चुके हैं।’

हरभजन ने सौरव गांगुली और धोनी की कप्तानी में खेलने का अपना अनुभव भी साझा किया। उन्होंने कहा, ‘यह मेरे लिए आसान जवाब है। गांगुली ने मुझे तब संभाला जब मैं कुछ नहीं था। लेकिन जब धोनी कप्तान बने, तो मैं कुछ बन चुका था। इसलिए आपको बड़े अंतर को समझने की जरूरत है।’

हरभजन ने कहा, ‘गांगुली मेरे हुनर को पहचान चुके थे, लेकिन मुझे नहीं पता था कि मैं कर पाऊंगा या नहीं। धोनी के मामले में यह रहा कि उन्हें पता था कि मैंने टीम के लिए क्या किया है। उन्हें पता था कि मैंने टीम के लिए कई बड़े मैच खेले हैं और उनके लिए भी कुछ मैच जीतूंगा।’

हरभजन ने धोनी की कप्तानी की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा, ‘एमएस धोनी भी बेहतर कप्तान रहे हैं। उन्होंने सौरव की विरासत को आगे बढ़ाया। हमने धोनी के साथ मिलकर कुछ बड़ी लड़ाइयां लड़ीं, जिन्हें मैं निश्चित रूप से संजो कर रखूंगा।’

टीम इंडिया के पूर्व ऑलराउंडर मदन लाल ने कहा, ‘पुजारा पहले मैच में जिस तरह से आउट हुए, उससे साफ कहा जा सकता है कि वह खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। ऐसे में टीम इंडिया में कई ऐसे युवा खिलाड़ी मौजूद हैं, जो पुजारा की जगह नंबर तीन पर बल्लेबाजी कर सकते हैं।’

मदन लाल के मुताबिक, श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी नंबर 3 पर बल्लेबाजी करने में सक्षम हैं। उन्होंने कह, ‘श्रेयस ने डेब्यू मैच में ही शतक और अर्धशतक लगाकर बढ़िया प्रदर्शन किया था। हनुमा विहारी ने टीम ए की तरफ से खेलते हुए दक्षिण अफ्रीका में बढ़िया प्रदर्शन किया था।’