देश / तमिलनाडु हेलीकॉप्टर हादसे में घायल ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह लाइफ सपोर्ट पर हैं: राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तमिलनाडु हेलीकॉप्टर क्रैश पर संसद में बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हादसे में इकलौते जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर हैं और उन्हें बचाने का हरसंभव प्रयास हो रहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सभी पार्थिव शरीरों को गुरुवार शाम को वायुसेना के जहाज़ से दिल्ली लाया जाएगा।

Vikrant Shekhawat : Dec 09, 2021, 01:02 PM
नई दिल्ली: सीडीएस जनरल बिपिन रावत के दुर्घटनाग्रस्त हुए एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर के हादसे में बचने वाले एक मात्र शख्स ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के एक स्रोत के मुताबिक वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की हालत नाजुक लेकिन स्थिर बनी हुई है। उन्हें लाइफ सपोर्ट में रखा गया है। 

बैंगलुरु के कमांड अस्पताल में किया जा सकता है रेफर

ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह डॉक्टरों की निगरानी में हैं। सोर्स की माने तो आवश्यकता पर उन्हें वेलिंगटन से बैंगलुरु के कमांड अस्पताल में स्थानांतरित किया जा सकता है। वहीं केन्द्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संसद के दोनों सदनों को बताते हुए कहा कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्हें लाइफ सपोर्ट में रखा गया है। 

एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में हो रही है जाँच

वहीं क्रैश हुए एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स को आज बरामद कर लिया है, इससे दुर्घटना की वजह का पता चल सकेगा। भारतीय वायुसेना के एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह दुर्घटनाग्रस्त हुए भारतीय वायुसेना के एमआई-17 की त्रि-सेवा जांच का नेतृत्व कर रहे हैं। वे भारतीय वायु सेना के प्रशिक्षण कमान के कमांडर हैं और खुद एक हेलीकॉप्टर पायलट हैं। 

वेलिंगटन डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज में डायरेक्टिंग स्टाफ हैं ग्रुप कैप्टन

सैन्य हेलीकॉप्टर दुर्घटना में घायल हुए भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह वेलिंगटन (नीलगिरी हिल्स) स्थित डिफेंस सर्विस स्टाफ कालेज में डायरेक्टिंग स्टाफ हैं। साल 2020 में एक हवाई इमरजेंसी के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकू विमान को बचाने के लिए उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया जा चुका है। वे उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले की रुद्रपुर तहसील के खोरमा कन्हौली गांव के रहने वाले हैं।