अजमेर / तेज बारिश से अजमेर में ढहा मकान, पुष्कर के डूब क्षेत्र में खाली कराए होटल

राजस्थान में बरसात का दौर जारी है। पिछले 24 घंटों में पाली, धौलपुर व अजमेर में बारिश का कहर देखने को मिला है। अजमेर में पिछले तीन दिन से जारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। भिनाय में बारिश से कुछ कच्चे मकान ढह गए। पुष्कर में पुलिस और प्रशासन अलर्ट पर है। डूब क्षेत्र में होटलों को खाली कराया जा रहा है। यहां पिछले तीन दिन से बरसात का दौर जारी रहने से सरोवर का जलस्तर 32 फुट हो गया है। खेतों में पानी भर गया है।

Dainik Bhaskar : Aug 17, 2019, 01:03 PM
जयपुर। राजस्थान में बरसात का दौर जारी है। पिछले 24 घंटों में पाली, धौलपुर व अजमेर में बारिश का कहर देखने को मिला है। शनिवार सुबह आठ बजे तक पिछले 24 घंटों में राज्य में सबसे ज्यादा बरसात माउंट आबू में पांच इंच तो अजमेर में चार इंच हुई। अजमेर जिले में पिछले तीन दिन से जारी बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। भिनाय में बारिश से कुछ कच्चे मकान ढह गए। पुष्कर में पुलिस और प्रशासन अलर्ट पर है। डूब क्षेत्र में होटलों को खाली कराया जा रहा है। यहां पिछले तीन दिन से बरसात का दौर जारी रहने से सरोवर का जलस्तर 32 फुट हो गया है। खेतों में पानी भर गया है।

पुष्कर में बारिश आज भी जारी रही तो बाढ़ के हालात बन जाएंगे। वहीं धौलपुर में चंबल उफान पर है। यहां भमरोली, सहानपुर, घेर, तिगरा हथियाखर, गमा, घुरैया खेड़ा चंबल की बाढ़ से प्रभावित इन गांवों की करीब 700 बीघा बाजरे की फसल पानी में डूब गई है। राजधानी जयपुर में पिछले चार दिन से रुक-रुक कर बरसात का दौर जारी है। यहां शनिवार को भी रिमझिम बरसात होती रही। प्रदेश में अब तक सामान्य से 40 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है।

अजमेर :अजमेर में जारी तेज बारिश से दरगाह की ओर आने वाली संपर्क सड़क पर पहाड़ का एक हिस्सा गिर गया जिससे रास्ता बंद हो गया। बिजली का बोल पानी की पाइप लाइन टूट गई है। तुरंत बिजली वालों को फोन करके बिजली की लाइन को बंद कराया गया लोगों को संपर्क सड़क पर ना आने की हिदायत दी गई है। इसी तरह नया बाजार में बादशाह बिल्डिंग के पास भी एक मकान गिरा है। सड़कें जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई है।

धौलपुर में चंबल उफान पर, कई गांवों का टूटा संपर्क

धौलपुर : लगातार बारिश और कोटा बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण चंबल उफान पर है। चंबल खतरे की निशान से 10 मीटर ऊपर बह रही है। जिससे नदी किनारे के 20 गांवों का जिला एवं तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। प्रशासन एवं पुलिस सतर्क है वही राजाखेड़ा उपखंड के आधा दर्जन गांवों का संपर्क टूट जाने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दो दिन से विद्युत आपूर्ति भी बंद है। ऐसे में लोगों को काफी परेशानी हो रही है। जिला मुख्यालय से कुछ किलोमीटर दूर कई गांव टापू बन चुके हैं। प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी किया गया है, लेकिन सहायता के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।

फसल भी चौपट : चंबल के उफान पर आने के बाद नदी किनारे बसे गांव में खरीफ की फसल भी चौपट हो रही है। गढ़ी जाफर के ग्रामीणों ने बताया कि चंबल का पानी खेतों में भर गया है जिससे फसल पूरी तरह पानी मे डूब गई है। चंबल किनारे बसे राजाखेड़ा उपखंड के गांव गढ़ीजाफर, दगरा, बरसला, खोड, हेत सिंह का पुरा, अंधयारी, अंडवा पुरैनी, कठुमरा, कठूमरी सहित धौलपुर, बाड़ी, बसेड़ी उपखंड के दर्जनों गांव जलमग्न हैं। धौलपुर में सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित मोरोली गांव के खेतों में पहुंचा पानी। सिर्फ चंबल नदी के पुल पर प्रशासन ने डेरा डाल रखा है, लेकिन राजाखेड़ा क्षेत्र के कई गांव में प्रशासन नदारद रहा। पानी में जान पर खेलकर लोग आते-जाते दिखे। सरमथुरा के झिरी में भी प्रशासन की मदद नहीं पहुंची।

नागौर:  जिले में अच्छी बरसात हो रही है। परबतसर तहसील के ग्राम बस्सी में शुक्रवार दोपहर दो बजे से लगातार बारिश हो रही है। एनीकट भर गए है और नदियां उफान पर हैं। यहां से सरस्वती नदी की शुरुआत मानी जाती है। यह नदी 20 साल बाद चली है।

अजमेर, बीकानेर व नागौर में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में पूर्वी राजस्थान के अजमेर, अलवर, जयपुर, झुंझुनूं, सीकर तथा पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, जोधपुर, नागौर, पाली व श्रीगंगानगर में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। अजमेर, बीकानेर व नागौर में भारी से भारी बारिश का रेड अलर्ट तो झुंझुनूं व सीकर में ऑरेंज अलर्ट है।

पिछले 24 घंटों में कहां कितने बरसे बादल

अजमेर में 104.5, भीलवाड़ में 41.0, वनस्थली में 42.1, जयपुर में 20.1, पिलानी में 29.2, सीकर में 37.4, कोटा में 1.6, सवाईमाधोपुर में 41.0, चित्तौड़गढ़ में 17.0, डबोक में 15.1, बाड़मेर में 10.4, जोधुपर में 88.2, माउंट आबू में 137.4, फलौदी में 7.0, बीकानेर में 79.0, चूरू में 3.4 मिमी बारिश हुई।

इस बीच अच्छी खबर है कि अजमेर, टोंक व जयपुर को पेयजल सप्लाई करने वाले बीसलपुर में पानी की आवक जारी है। बीसलपुर का गेज 314.14 आरएल मीटर हो गया है। इससे 2020 तक सिंचाई और पेयजल की समस्या नहीं होगी। बांध की भराव क्षमता 315.50 मीटर है। बांध पिछली बार 2016 में ओवरफ्लो हुआ था।

लगातार बारिश से तापमान भी स्थिर बना हुआ है। शुक्रवार को दिन में सबसे अधिक तापमान गंगानगर में 37.5 डिग्री रहा। बीती रात भी राज्य में सबसे अधिक तापमान यहीं 27.4 डिग्री रहा। प्रदेश में बीती रात सबसे कम तापमान माउंटआबू में 17.0 डिग्री रहा।