Vikrant Shekhawat : May 02, 2022, 09:46 PM
हैदराबाद। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) के हैदराबाद (Hyderabad) के उस्मानिया यूनिवर्सिटी के प्रस्तावित दौरे पर विवाद हो गया है। राहुल गांधी 6 और 7 मई को तेलंगाना का दौरा करने वाले हैं और इस बीच वे यूनिवर्सिटी जाकर छात्रों से बातचीत करने वाले थे। यह मामला अब कोर्ट तक पहुंच गया है। छात्रों के एक समूह ने इसे ‘गैर-राजनीतिक’ चर्चा बताते हुए कोर्ट से अनुमति देने की अपील की है। वहीं, यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने कथित तौर पर कहा है कि ऐसे कार्यक्रमों की अनुमति नहीं दी जा सकती है क्योंकि परिसर के अंदर किसी भी राजनीतिक गतिविधि की अनुमति नहीं है।
एनडीटीवी ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि जून 2017 में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद, यूनिवर्सिटी ने राजनीतिक गतिविधियों सहित परिसर में गैर-शैक्षणिक गतिविधियों की अनुमति नहीं देने का एक प्रस्ताव अपनाया था। हालांकि यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर जी विनोद कुमार ने कहा कि यदि राहुल गांधी और छात्रों के बीच मुद्दों पर चर्चा होती है तो यह एक बौद्धिक कार्यक्रम है। कांग्रेस नेताओं ने इस विवाद को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि राज्य की सत्तारूढ तेलंगाना राष्ट्र समिति के इशारे पर ऐसा किया जा रहा है। वे लोग राहुल गांधी को तेलंगाना आंदोलन के लिए ग्राउंड जीरो रहे संस्थान से दूर रखने की कोशिश कर रहे हैं।कांग्रेस नेता हनुमंत राव ने कहा कि वे राहुल गांधी को क्यों रोक रहे हैं? अगर सोनिया गांधी ने तेलंगाना नहीं दिया होता तो क्या आप मुख्यमंत्री और मंत्री बन सकते थे? तेलंगाना बनने के बाद क्या युवाओं को वह मिला जिसका वादा किया गया था। युवाओं के मुद्दे नौकरी, छात्रावास में क्या समस्याएं हैं, ये सब राहुल गांधी पूछेंगे इसलिए केसीआर हमारे कार्यकर्ताओं को रोक रहे हैं और उन्हें जेल में बंद किया जा रहा है। यह गलत है। छात्र अपनी समस्याएं राहुल गांधी को बताएंगे।
राहुल गांधी के कार्यक्रम को लेकर अनुमति से मना करने पर कांग्रेस की युवा शाखा एनएसयूआई ने विरोध जताया था। जब कार्यकर्ताओं ने परिसर में नारेबाजी की तो उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। एनएसयूआई के प्रदर्शन को देखते हुए टीआरएस की छात्र शाखा और भाजपा की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी प्रदर्शन किया था। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख रेवंत का कहना है कि राहुल गांधी 6 मई को वारंगल में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा में लगभग पांच लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।
एनडीटीवी ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि जून 2017 में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद, यूनिवर्सिटी ने राजनीतिक गतिविधियों सहित परिसर में गैर-शैक्षणिक गतिविधियों की अनुमति नहीं देने का एक प्रस्ताव अपनाया था। हालांकि यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर जी विनोद कुमार ने कहा कि यदि राहुल गांधी और छात्रों के बीच मुद्दों पर चर्चा होती है तो यह एक बौद्धिक कार्यक्रम है। कांग्रेस नेताओं ने इस विवाद को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि राज्य की सत्तारूढ तेलंगाना राष्ट्र समिति के इशारे पर ऐसा किया जा रहा है। वे लोग राहुल गांधी को तेलंगाना आंदोलन के लिए ग्राउंड जीरो रहे संस्थान से दूर रखने की कोशिश कर रहे हैं।कांग्रेस नेता हनुमंत राव ने कहा कि वे राहुल गांधी को क्यों रोक रहे हैं? अगर सोनिया गांधी ने तेलंगाना नहीं दिया होता तो क्या आप मुख्यमंत्री और मंत्री बन सकते थे? तेलंगाना बनने के बाद क्या युवाओं को वह मिला जिसका वादा किया गया था। युवाओं के मुद्दे नौकरी, छात्रावास में क्या समस्याएं हैं, ये सब राहुल गांधी पूछेंगे इसलिए केसीआर हमारे कार्यकर्ताओं को रोक रहे हैं और उन्हें जेल में बंद किया जा रहा है। यह गलत है। छात्र अपनी समस्याएं राहुल गांधी को बताएंगे।
राहुल गांधी के कार्यक्रम को लेकर अनुमति से मना करने पर कांग्रेस की युवा शाखा एनएसयूआई ने विरोध जताया था। जब कार्यकर्ताओं ने परिसर में नारेबाजी की तो उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया। एनएसयूआई के प्रदर्शन को देखते हुए टीआरएस की छात्र शाखा और भाजपा की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी प्रदर्शन किया था। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख रेवंत का कहना है कि राहुल गांधी 6 मई को वारंगल में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। जनसभा में लगभग पांच लाख लोगों के शामिल होने की उम्मीद है।