News18 : Oct 15, 2019, 10:35 AM
वॉशिंगटन. अमेरिका (America) ने तुर्की (Turkey) पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उस पर आर्थिक प्रतिबंध (Sections) लगा दिए हैं. इसके साथ ही उसने तुर्की से कुर्दिश (Kurdish) इलाकों में हमले रोकने की मांग की है. अमेरिका ने तुर्की पर आम नागरिकों की जान को खतरा में डालने का आरोप लगाया. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान जारी कर कहा, 'अगर तुर्की के नेता इस खतरनाक और विध्वंसकारी रास्ते पर आगे बढ़ते रहे तो मैं तुर्की की अर्थव्यवस्था को बरबाद करने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं.'बता दें कि तुर्की नाटो का सदस्य देश है. तुर्की ने उत्तर पूर्वी सीरिया में ये कार्रवाई तब की जब वहां से कई सालों के बाद अमेरिकी सेना की वापसी हो गई. तुर्की की इस सैन्य कार्रवाई के विरोध में अमेरिका ने तुर्की पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए हैं.तुर्की आधिकारिक तौर पर अमेरिका का साझीदार है. इसके बावजूद उन्होंने इतने कड़े प्रतिबंध तुर्की पर लगाए हैं. सीरिया से सैनिक वापस बुलाने पर ट्रंप को घर में भी आलोचना झेलनी पड़ रही है. यहां तक कि ट्रंप के समर्थक भी कुर्द लड़ाकों को सीरिया में युद्ध में अकेले छोड़ने के लिए उनकी आलोचना कर रहे हैं. कुर्द लड़ाके सीरिया और इराक में आईएसआईएस से लोहा ले रहे हैं.अपने एक बयान में अभी हाल में डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि अगर तुर्की के नेता सीरिया में यही खतरनाक और बर्बाद करने वाला रास्ता अपनाते हैं तो अमेरिका उनकी अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देगा.अमेरिका के ट्रेजरी विभाग ने कहा है कि तुर्की रक्षा, आंतरिक और ऊर्जा मंत्री पर प्रतिबंध लगाए गए हैं. उनकी अमेरिकी संपत्ति को फ्रीज कर दिया गया है. अमेरिका में उनका किसी भी तरह का लेन देन एक अपराध होगा. अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा, वह जल्द ही तुर्की की यात्रा पर जाएंगे. ट्रंप और एर्दोगन के बीच मंगलवार को भी टेलिफोन पर बातचीत हुई. इसमें कुर्दों के खिलाफ ऑपरेशन रोकने की मांग की गई.माइक पेंस ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में कहा, ट्रंप ने तुर्की के राष्ट्रपति से बातचीत कर सीरिया में लड़ाई तुरंत बंद करने को कहा है, इसके अलावा उन्होंने एर्दोगन से कहा कि वह कुर्दों के साथ समझौते की राह पर आगे बढ़ें. ट्रंप ने इसके साथ ही तुर्की के साथ एक बड़ी ट्रेड डील पर भी बातचीत बंद करने की बात कही. ये डील 100 अरब डॉलर की है.