Vikrant Shekhawat : Oct 01, 2021, 08:02 AM
पटियाला: पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को यह स्पष्ट कर दिया कि उनका कांग्रेस में बने रहने का कोई इरादा नहीं है। लेकिन उनकी पत्नी और पटियाला से कांग्रेसी सांसद परनीत कौर उनकी बातों से इत्तेफाक नहीं रखती। उनका कहना है कि मेरे पति को अपमानित किया गया लेकिन वो कांग्रेस पार्टी में बनी रहेंगी। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। फिर वे एनएसए अजीत डोभाल और जी-23 सदस्यों से मिले। इस मामले में मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कांग्रेसी सांसद परनीत कौर ने कहा कि वो अपने पद और पार्टी में बनी रहेंगी। उनका कांग्रेस पार्टी छोड़ने का कोई इरादा नहीं है। हालांकि, मीडिया से बातचीत में परनीत कौर ने अपने पति अमरिंदर सिंह फैसले को सही जरूर ठहराया। उन्होंने कहा कि वो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं। जब हमारी पार्टी एक के बाद एक राज्यों में हार रही थी उन्होंने पंजाब में अपने बूते पर कांग्रेस को सत्ता पर बैठाया। लेकिन पार्टी में उन्हें अपमानित किया गया। इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ेने का इरादा किया है। पार्टी में ये गलत मिसाल पेश की जा रही कि जो शख्स पार्टी को ऐतिहासिक जीत दिला रहा है, उसके साथ बदसलूकी की जाए।परनीत कौर ने कहा, "पार्टी में ये अजीब स्थिति है क्योंकि कुछ नेताओं ने स्थिति को गलत तरीके से संभाला। पार्टी में जो भी इस वक्त हो रहा है उससे पार्टी कार्यकर्ता परेशान हैं।"पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर पटियाला की कांग्रेस की सांसद हैं। उनके निर्वाचन क्षेत्र पटियाला में नौ विधानसभा आती हैं, जहां से कांग्रेस के सात विधायक हैं। परनीत चार बार पटियाला से लोकसभा सांसद चुनी जा चुकी है, जबकि एक बार विधायक भी रही हैं। अमरिंदर के एक करीबी कांग्रेसी विधायक का कहना है कि वे सभी कैप्टन के साथ हैं, लेकिन परनीत कौर की तरह उनका भी पार्टी छोड़ने का कोई इरादा नहीं है। बता दें कि कैप्टन अमरिंदर ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, जिससे अटकलें लगाई जा रही थीं कि उनका कांग्रेस बदलकर बीजेपी में शामिल होने का इरादा है। लेकिन उन्होंने खुद मीडिया के सामने कहा कि वे कांग्रेस जरूर छोड़ेंगे लेकिन बीजेपी ज्वाइन नहीं करेंगे। आज कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि पार्टी में जिस तरह उन्हें अपमानित किया गया, उसके बाद उनके सिद्धांत उन्हें कांग्रेस में शामिल होने की इजाजत नहीं देते।