व्यापार / Cryptocurrency में निवेश से करना चाहते हैं कमाई तो जान लें ये तीन बातें, फायदे में रहेंगे आप

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने का प्लान बना रहा हैंं तो पहले यह खबर जरूर पढ़े लें. क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां आप क्रिप्टोकरेंसी के बीच उनके वर्तमान मार्केट वैल्यू के आधार पर ट्रेड कर सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी की कीमत डिमांड, सप्लाई और मार्केट द्वारा तय किया जाता है. यह एक स्टॉक एक्सचेंज के समान है जहां आप कंपनियों के शेयर खरीदते और बेचते हैं

Vikrant Shekhawat : Aug 19, 2021, 03:01 AM
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने का प्लान बना रहा हैंं तो पहले यह खबर जरूर पढ़े लें. क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां आप क्रिप्टोकरेंसी के बीच उनके वर्तमान मार्केट वैल्यू के आधार पर ट्रेड कर सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी की कीमत डिमांड, सप्लाई और मार्केट द्वारा तय किया जाता है. यह एक स्टॉक एक्सचेंज के समान है जहां आप कंपनियों के शेयर खरीदते और बेचते हैं. एक क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज पर आप एक निश्चित कीमत पर  खरीद सकते हैं और मुनाफा कमाने के लिए कीमत बढ़ने पर आप इसे बेच सकते हैं. स्टॉक एक्सचेंज की तरह, क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज में भी ट्रेड्स पर ट्रांजैक्शन चार्ज लगता है. आइए जानते हैं क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग में कौन-कौन से लगते हैं चार्ज.


तीन तरह के लगते हैं ट्रांजैक्शन चार्ज

अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि क्रिप्टो ट्रेडिंग में मोटे तौर पर तीन प्रकार के ट्रांजैक्शन चार्ज लगते हैं- एक्सचेंज फीस, नेटवर्क फीस और वॉलेट फीस.


एक्सचेंज फीस (Exchange fees):

क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग करते समय ट्रेडर को पहला ट्रांजैक्शन फीस, एक्सचेंज फीस के बारे में पता होना चाहिए. एक्सचेंज फीस क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज द्वारा खरीद या बिक्री ऑर्डर को पूरा करने के लिए चार्ज की जाती है. भारत में अधिकांश Cryptocurrency Exchange का एक फिक्स्ड चार्ज मॉडल है, लेकिन लेनदेन की अंतिम लागत उस प्लेटफॉर्म पर निर्भर करती है जिसका उपयोग आप लेनदेन को पूरा करने के लिए कर रहे हैं. एक स्मार्ट ट्रेडर के रूप में आपको अच्छी तरह छानबीन करना चाहिए और पता लगाना चाहिए कि कौन से क्रिप्टो एक्सचेंज सबसे कम ट्रांजैक्शन चार्ज लेते हैं.


नेटवर्क फीस (Network fees):

क्रिप्टोकरेसी माइनर्स को उनके काम के लिए नेटवर्क फीस देना होता है. क्रिप्टोकरेंसी माइनर्स पावरफुल कंप्यूटर वाले व्यक्ति हैं जो एक ब्लॉकचेन में जोड़े जाने वाले लेनदेन को वेरिफाई करने और वैलिडेट करने का काम करते हैं. वे यह सुनिश्चित करके क्रिप्टो लेनदेन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं कि टोकन दो बार खर्च नहीं किए गए और लेनदेन वास्तविक और सत्य हैं. क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज का नेटवर्क फीस पर कोई सीधा नियंत्रण नहीं है और यह नेटवर्क के माइनर्स/वैलिडेटर को देय है.


नेटवर्क फीस डिमांड द्वारा संचालित होते हैं, जब नेटवर्क में भीड़ बढ़ती है, तो फीस बढ़ सकता है. यूजर्स को आमतौर पर ट्रांजैक्शन चार्ज पूर्व-निर्धारित करने की अनुमति दी जाती है. यह किसी प्रकार की देरी से बचने के लिए एक्सचेंज द्वारा ऑटोमेटिक रूप से सेटअप किया जाता है.


वॉलेट फीस (Wallet fees):

क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करते समय आप अपनी क्रिप्टोकरेंसी को डिजिटल वॉलेट में स्टोर करते हैं. डिजिटल वॉलेट एक ऑनलाइन बैंक खाते की तरह है जहां आप अपनी क्रिप्टोकरेंसी सुरक्षित रखते हैं. क्रिप्टो वॉलेट (Crypto Wallet) आपको क्रिप्टोकरेंसी प्राप्त करने और उन्हें सुरक्षित रूप से स्टोर करने में सक्षम बनाता है और आपके लिए अपनी क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग करना या दूसरों को भेजना आसान बनाता है.


अधिकांश वॉलेट क्रिप्टोकरेंसी के डिपॉजिट और स्टोर पर कोई चार्ज नहीं लेते हैं, लेकिन वॉलेट से क्रिप्टोकरेंसी को विड्रॉ करने/भेजने पर चार्ज लेते हैं जो मूल रूप से नेटवर्क चार्ज है. Crypto Wallet एक सिस्टेमैटिक क्रिप्टोकरेंसी खरीदारी विकल्प प्रदान करते हैं और इसमें इंटिग्रेटेड मर्चेंट गेटवे सर्विस है जिसके जरिए से आप अपने स्मार्टफोन और डीटीएच (DTH) सर्विसेस को रिचार्ज भी कर सकते हैं.