दिल्ली / आईआईटी काउंसिल ने एमटेक की फीस करीब 10 गुना बढ़ाकर की 2 लाख

मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अनुसार, आईआईटी काउंसिल ने एमटेक प्रोग्राम की फीस करीब 10 गुना बढ़ाकर बीटेक की फीस के बराबर (2 लाख) करने को मंज़ूरी दे दी है। साथ ही, अतंर्राष्ट्रीय स्तर पर इन संस्थानों को प्रमोट करने के लिए ओवरसीज़ इंडियन सिटिज़न कार्ड धारकों समेत सभी विदेशी छात्रों को सीधे जेईई एडवांस्ड परीक्षा में प्रवेश मिलेगा।

AMAR UJALA : Sep 28, 2019, 05:23 PM
एमटेक कोर्स की फीस में आईआईटी एक बड़ा बदलाव करने जा रही है। बता दें कि आईआईटी एमटेक प्रोग्राम की फीस में 900 फीसदी की बढ़ोत्तरी कर रही है। खास बात ये है कि शुक्रवार को आईआईटी की एक काउंसलिंग हुई, जिसमें एमटेक प्रोग्राम की फीस को बीटेक कोर्सों की फीस के बराबर करने को मंजूरी दे दी है। एचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल की अध्यक्षता में ये परिषद की मीटिंग की बैठक हुई है।

बीटेक वालों की सालाना फीस 2 लाख रुपए है। और एमटेक प्रोग्राम की वर्तमान फीस की बात करें तो 5 हजार से 10 हजार है। पर इस फीस में 900 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी होने जा रही है। 

छात्र-छात्राओं को मिलने वाला स्टाइपेंड भी अब बंद होने वाला है। बता दें कि गेट स्कोर के आधार पर दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्स को 12,400 रुपये का स्टाइपेंड प्रति माह मिलता है, जिसे अब बंद कराने का प्रस्ताव रखा गया है। 

अब आप सोच रहे होंगे कि अगर स्टूडेंट्स को स्टाइपेंड नहीं मिलेगा तो ये फंड कहा जाएगा? बता दें कि मिलने वाले स्टाइपेंड को भागों में बांटा जाएगा, जिसे यूजी लैब्स और कोर्सों में टीचिंग असिस्टेंटशिप के तौर पर दिया जाएगा। इतना ही नहीं स्टाइपेंड के कुछ हिस्से का इस्तेमाल अन्य पेशेवराना गतिविधियों के लिए करने की संभावना है।

इसके अलावा सूत्रों के अनुसार शिक्षकों ने बताया कि अब कमजोर छात्रों को कोर्स से तीन साल के बाद निकालने की योजना बन रही है। साथ ही इन छात्रों के लिए तीन साल बीएससी इंजीनियर की डिग्री देने पर भी जोर दिया जा रहा है।