देश / कोरोना संकट में अब Zomato ने 13 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी और 50% तक सैलरी घटाने का फैसला किया

कोरोना वायरस (संक्रमण को रोकने के लिए देश में तीसरा लॉकडाउन जारी है। ऐसे में कंपनियां लगातार अपने खर्चों में कटौती कर रही हैं। ऑनलाइन फूड डिस्ट्रिब्यूटर कंपनी जोमैटो ने इस संकट की घड़ी में अपने 13 फीसदी कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया है। साथ ही, कंपनी ने जून से सभी कर्मचारियों की सैलरी में 50 फीसदी तक की कटौती का फैसला भी किया है।

News18 : May 15, 2020, 04:23 PM
नई दिल्ली। कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण को रोकने के लिए देश में तीसरा लॉकडाउन (Lockdown Part 3) जारी है। ऐसे में कंपनियां लगातार अपने खर्चों में कटौती कर रही हैं। ऑनलाइन फूड डिस्ट्रिब्यूटर कंपनी जोमैटो (Zomato) ने इस संकट की घड़ी में अपने 13 फीसदी कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया है। साथ ही, कंपनी ने जून से सभी कर्मचारियों की सैलरी में 50 फीसदी तक की कटौती का फैसला भी किया है। कंपनी का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से फूड डिलीवरी बिजनेस पर बहुत बुरा असर पड़ा है क्योंकि रेस्टोरेंट और होटल्स बंद हैं।

सैलरी में होगी 50 फीसदी की कटौती- जोमैटो के फाउंडर और सीईओ दीपिंदर गोयल ने कर्मचारियों को एक मेल लिखकर बताया है कि कम वेतन वाले लोगों के लिए कम कटौती और उच्च वेतन वाले लोगों के लिए अधिक कटौती (50% तक) प्रस्तावित की जा रही है। उन्होंने आगे कहा, 'हमें अपने सभी सहयोगियों को एक चुनौतीपूर्ण काम का वातावरण देना है, लेकिन हम अपनी वर्कफोर्स के लगभग 13 फीसदी हिस्से के लिए ऐसा नहीं कर पाएंगे।'

UBER भी कर चुकी हैं छंटनी का ऐलान- ऑनलाइन कैब सर्विस देने वाली UBER ने अपने 14 फीसदी यानी 3700 कर्मचारियों को निकाल दिया है। उबर ने इन कर्मचारियों को जूम के जरिए वीडियो कॉल कर कहा कि कोविड-19 महामारी एक बहुत बड़ी चुनौती बन गया है।इससे बचने के लिए उबर ने कर्मचारियों से कहा कि वे अब उनकी जरूरत नहीं हैं।

उबर ने कहा कि हम 3500 फ्रंटलाइन कर्मचारियों को निकाल रहे हैं। आपका काम प्रभावित हुआ है और आज आपका उबर के साथ काम करने का अंतिम दिन है। कई कर्मचारियों ने उबर के व्यवहार की निंदा की और कहा कि कंपनी को पहले नोटिस देना चाहिए था। अचानक कॉल करके 3700 कर्मचारियों को नौकरी से निकालना उचित नहीं है।