NavBharat Times : Jul 12, 2020, 08:33 AM
Mumbai: महिमा मकवाना तो यह सोचकर बैठी थीं कि कोरोना जैसे घातक वायरस के काल में लोग और ज्यादा दयालु, विनम्र और एक-दूसरे की मदद करने वाले हो गए हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। हाल ही महिमा के साथ जो हुआ उससे उन्हें काफी दुख पहुंचा है। उन्हें दुख है कि कोरोना काल ने लोगों को एकजुट बनाने के बजाय अलग-थलग कर दिया है।
छाती में मामूली दर्द जो फिर बढ़ता ही गयावैसे कोरोना ने लोगों को एक-दूसरे से ही नहीं बल्कि अपनों से भी दूर कर दिया है। महिमा को जब खुद ही यह एक्सपीरियंस करने को मिला तो दुख होना लाजिमी था। दरअसल हाल ही महिमा को छाती में दर्द हुआ। यह सोचकर कि दर्द मामूली होगा, महिमा शूट पर निकल गईं। पर वहां जाकर दर्द इतना बढ़ गया कि वह डर गईं। इससे भी ज्यादा दर्द उन्हें अपने आसपास मौजूद लोगों के अचानक बदले रवैये और व्यवहार को देखकर हुआ। लोगों के बदले व्यवहार पर छलका महिमा का दर्दमहिमा मकवाना ने पूरा किस्सा अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किया और बताया कि कुछ लोगों को लगने लगा कि उन्हें कोरोना संक्रमण हो गया है। इस चक्कर में लोगों ने न सिर्फ महिमा से दूरी बना ली बल्कि व्यवहार भी पूरी तरह से बदल गया।
'क्या कोरोना ने इंसानियत और सेन्सिबिलिटी को खत्म कर दिया?'शेयर किए गए पोस्ट में महिमा मकवाना ने लिखा, 'क्या एकजुट करने के बजाय कोरोना ने हमें अलग-थलग कर दिया है? क्या कोरोना ने इंसानियत और सेन्सिबिलिटी को खत्म कर दिया है। आज सुबह जब उठी तो अचानक की छाती के बीच में और बाईं तरफ दर्द होने लगा। मैंने नजरअंदाज किया और काम पर चली गई। लेकिन दर्द धीरे-धीरे बढ़ गया और मैं डर गई। लेकिन एक चीज देख मुझे सबसे ज्यादा हैरानी हुई कि लोगों को लगा कि मैं संक्रमित हो गई हूं। उनका रवैया बदल गया और मुझसे दूरी बनाने लगे। जैसे अभी के हालात हैं, ऐसे वक्त में हमें इंसानियत और दयालु स्वभाव की बहुत जरूरत हैटेस्ट करवाने के बाद रिपोर्ट के इंतजार में महिमा
महिमा ने आगे बताया कि उन्होंने अपना टेस्ट करवाया है और फिलहाल रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही हैं। उन्होंने लिखा, 'आपको नहीं पता कि कब आपके ये अप्रत्यक्ष ऐक्शन क्या असर छोड़ सकते हैं। वे ऐक्शन शब्दों से भी ज्यादा बोलते हैं। फिलहाल मैं घर पर हूं और आराम कर रही हूं और रिपोर्ट्स आने का इंतजार कर रही हूं।'
जून से ही शूटिंग कर रही थीं महिमा मकवानाबता दें कि महिमा 'शुभारंभ' की ही शूटिंग कर रही थी। लॉकडाउन के बीच शो की शूटिंग जून में ही शुरू कर दी गई थी।
छाती में मामूली दर्द जो फिर बढ़ता ही गयावैसे कोरोना ने लोगों को एक-दूसरे से ही नहीं बल्कि अपनों से भी दूर कर दिया है। महिमा को जब खुद ही यह एक्सपीरियंस करने को मिला तो दुख होना लाजिमी था। दरअसल हाल ही महिमा को छाती में दर्द हुआ। यह सोचकर कि दर्द मामूली होगा, महिमा शूट पर निकल गईं। पर वहां जाकर दर्द इतना बढ़ गया कि वह डर गईं। इससे भी ज्यादा दर्द उन्हें अपने आसपास मौजूद लोगों के अचानक बदले रवैये और व्यवहार को देखकर हुआ। लोगों के बदले व्यवहार पर छलका महिमा का दर्दमहिमा मकवाना ने पूरा किस्सा अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किया और बताया कि कुछ लोगों को लगने लगा कि उन्हें कोरोना संक्रमण हो गया है। इस चक्कर में लोगों ने न सिर्फ महिमा से दूरी बना ली बल्कि व्यवहार भी पूरी तरह से बदल गया।
'क्या कोरोना ने इंसानियत और सेन्सिबिलिटी को खत्म कर दिया?'शेयर किए गए पोस्ट में महिमा मकवाना ने लिखा, 'क्या एकजुट करने के बजाय कोरोना ने हमें अलग-थलग कर दिया है? क्या कोरोना ने इंसानियत और सेन्सिबिलिटी को खत्म कर दिया है। आज सुबह जब उठी तो अचानक की छाती के बीच में और बाईं तरफ दर्द होने लगा। मैंने नजरअंदाज किया और काम पर चली गई। लेकिन दर्द धीरे-धीरे बढ़ गया और मैं डर गई। लेकिन एक चीज देख मुझे सबसे ज्यादा हैरानी हुई कि लोगों को लगा कि मैं संक्रमित हो गई हूं। उनका रवैया बदल गया और मुझसे दूरी बनाने लगे। जैसे अभी के हालात हैं, ऐसे वक्त में हमें इंसानियत और दयालु स्वभाव की बहुत जरूरत हैटेस्ट करवाने के बाद रिपोर्ट के इंतजार में महिमा
महिमा ने आगे बताया कि उन्होंने अपना टेस्ट करवाया है और फिलहाल रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही हैं। उन्होंने लिखा, 'आपको नहीं पता कि कब आपके ये अप्रत्यक्ष ऐक्शन क्या असर छोड़ सकते हैं। वे ऐक्शन शब्दों से भी ज्यादा बोलते हैं। फिलहाल मैं घर पर हूं और आराम कर रही हूं और रिपोर्ट्स आने का इंतजार कर रही हूं।'
जून से ही शूटिंग कर रही थीं महिमा मकवानाबता दें कि महिमा 'शुभारंभ' की ही शूटिंग कर रही थी। लॉकडाउन के बीच शो की शूटिंग जून में ही शुरू कर दी गई थी।