Dainik Bhaskar : May 28, 2019, 09:08 AM
साइबर अपराधी आपका फोन कभी भी हैक कर सकते हैंपिछले दिनों इस तरह के कई मामले भी सामने आ चुके हैंजयपुर। आज हर किसी के स्मार्टफोन में कई तरह के ऐप होते हैं। अगर इन ऐप को नियमित तौर पर अपडेट न किया जाए तो आप साइबर क्राइम के शिकार हो सकते हैं। आपका फोन कभी भी हैक किया जा सकता है। पिछले दिनों इस तरह के कई मामले सामने आए हैं, जिसमें यूजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ा है। साइबर एक्सपर्ट रजत तिवारी बताते हैं कि अगर आप साइबर ठगी का शिकार हो जाएं तो digitalpolice.gov.in और nationalconsumerhelpline.in पर शिकायत कर सकते हैं। इसके अलावा शॉपिंग ऐप में दिए गए कस्टमर केयर नंबर पर भी आप किसी ऑफर के बारे में पूरी जांच पड़ताल कर सकते हैं।
4 सवालों में वो सब जो जानना चाहते हैं
सवाल-1 : ऐप अपडेट नहीं करने से ठगी का शिकार कैसे हो सकते हैं?
देवेंद्र सिंह ने ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट अमेजन पर वाॅशिंग मशीन के बारे में सर्च किया। कुछ समय बाद एक कॉल आया। बोला गया कि यह कॉल अमेजन की तरफ से है, खास ऑफर के तहत 50% तक डिस्काउंट दिया जा रहा है। डिस्काउंट के लिए उन्हें लिंक भेजा गया। लिंक पर क्लिक करके उन्हें डिलीवरी की डिटेल्स के साथ ही पेमेंट का ऑप्शन भी दिया गया। पेमेंट जाते ही नंबर बंद हो गया। देवेंद्र से 11 हजार की जालसाजी हो गई। सवाल-2 : बचने के लिए आप क्या करें?हैकर्स पिछले ऐप के वर्जन पर काम करते हुए डाटा चोरी करने का प्रयास करते हैं। ऐप अपडेट होते ही ये लॉक हो जाता है और डाटा चोरी नहीं होता।
सवाल-3 : आप ऐप कहां से अपडेट करें?
हैकर्स फेक लिंक भेजकर डेटा चोरी करने की कोशिश करते हैं। इसलिए प्ले स्टोर से ही डाउनलोड करें और वहीं से अपडेट करें। रिव्यू भी जरूर पढ़ें।
सवाल-4 : अपडेट न करने का नुकसान?
बग्स हटाने के लिए ऐप डवलपर्स भी कई बार अपडेट भेजते हैं। यूजर ऐप अपडेट न करें तो डेटा चोरी या फिशिंग होने का खतरा ज्यादा रहता है।
साइबर क्राइम एक्सपर्ट रजत तिवारी ने भास्कर के लिए सवालों के जवाब दिए।
4 सवालों में वो सब जो जानना चाहते हैं
सवाल-1 : ऐप अपडेट नहीं करने से ठगी का शिकार कैसे हो सकते हैं?
देवेंद्र सिंह ने ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट अमेजन पर वाॅशिंग मशीन के बारे में सर्च किया। कुछ समय बाद एक कॉल आया। बोला गया कि यह कॉल अमेजन की तरफ से है, खास ऑफर के तहत 50% तक डिस्काउंट दिया जा रहा है। डिस्काउंट के लिए उन्हें लिंक भेजा गया। लिंक पर क्लिक करके उन्हें डिलीवरी की डिटेल्स के साथ ही पेमेंट का ऑप्शन भी दिया गया। पेमेंट जाते ही नंबर बंद हो गया। देवेंद्र से 11 हजार की जालसाजी हो गई। सवाल-2 : बचने के लिए आप क्या करें?हैकर्स पिछले ऐप के वर्जन पर काम करते हुए डाटा चोरी करने का प्रयास करते हैं। ऐप अपडेट होते ही ये लॉक हो जाता है और डाटा चोरी नहीं होता।
सवाल-3 : आप ऐप कहां से अपडेट करें?
हैकर्स फेक लिंक भेजकर डेटा चोरी करने की कोशिश करते हैं। इसलिए प्ले स्टोर से ही डाउनलोड करें और वहीं से अपडेट करें। रिव्यू भी जरूर पढ़ें।
सवाल-4 : अपडेट न करने का नुकसान?
बग्स हटाने के लिए ऐप डवलपर्स भी कई बार अपडेट भेजते हैं। यूजर ऐप अपडेट न करें तो डेटा चोरी या फिशिंग होने का खतरा ज्यादा रहता है।
साइबर क्राइम एक्सपर्ट रजत तिवारी ने भास्कर के लिए सवालों के जवाब दिए।