Vikrant Shekhawat : Mar 08, 2021, 09:27 AM
IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच में वाॅशिंगटन सुंदर ने एक बार फिर अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया। सुंदर ने चौथे टेस्ट मैच की पहली पारी में 96 रन बनाकर नाॅटआउट रहे। अगर ईशांत शर्मा और मोहम्मद सिराज, स्टोक्स के एक ही ओवर में आउट ना हुआ होते तो शायद सुंदर टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला शतक जड़ दिए होते। वाॅशिंगटन सुंदर के पिता ने इस बात पर हैरानी जताई की भारत के आखिरी कुछ बल्लेबाज क्रीज पर ज्यादा देर टिक नहीं पाए। न्यूज 18 से बात करते हुए सुंदर के पिता ने कहा, 'मुझे नहीं समझ आ रहा है कि लोग उसकी बैटिंग देखकर इतने आश्चर्यचकित क्यों है। मैं सुन रहा हूं कि वह नई गेंद का सामना कर सकता था। मैं कहना चाहता हूं कि वह किसी भी जगह बैटिंग करने को तैयार है।' उन्होंने कहा, 'मुझे जिस बात से निराशा हुई वह यह कि हमारे आखिरी कुछ बल्लेबाज ज्यादा देर क्रीज पर टिक नहीं पाए। सोचिए अगर भारत को जीत के लिए 10 रन चाहिए होते, तो यह कितनी बड़ी गलती होती। आपको करोड़ों युवा देख रहे हैं लेकिन वह इससे कुछ नहीं सीख सकते।' सुंदर के पिता ने कहा, 'यह सिर्फ टेक्निक और स्किल की बात नहीं है। इंग्लैंड की टीम काफी थकी हुई थी और स्टोक्स 123-126 की स्पीड से गेंदबाजी कर रहे थे।' मैच के बाद सुंदर ने कहा था, 'भारत के लिए घरेलू सीरीज जीतना काफी शानदार रहा। मुझे शतक पूरा ना करने का कोई दुख नहीं है। जब सही समय होगा शतक बन जाएगा। मैं टीम के लिए योगदान करके बहुत खुश हूं।'