News18 : Aug 19, 2020, 07:06 AM
नई दिल्ली। चीन के साथ लद्दाख (Ladakh) में चल रहे सीमा विवाद (Border Dispute) के बीच भारत ने पाकिस्तान के साथ लगती पश्चिमी सीमाओं (Western Front) पर हल्के स्वदेशी युद्धक विमान तेजस (Light Combat aircraft Tejas) की तैनाती कर दी है। भारतीय वायुसेना के सूत्रों ने समाचार एजेंसी एएनआई को खबर दी है कि भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक पश्चिमी फ्रंट पर किसी भी एक्शन की आशंका के तहत तेजस की तैनाती की है। बॉर्डर पर तेजस की 45 स्क्वाड्रन (फ्लाइंग डैगर्स) की तैनाती की गई है।
पीएम मोदी ने की है प्रशंसा15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से दिए गए भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेजस विमान की प्रशंसा की थी। वायुसेना ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस को HAL से खरीदा है। नवंबर 2016 में वायुसेना ने 50,025 करोड़ रुपये में 83 तेजस मार्क-1 ए की खरीदी को मंजूरी दी थी।
मई महीने में वायुसेना में शामिल हुई थी दूसरी स्क्वार्डनगौरतलब है कि तेजस (Tejas) की दूसरी स्क्वाड्रन बीते मई महीने में वायुसेना में शामिल हुई थी। इस स्क्वाड्रन का नाम फ्लाइंग बुलेट्स दिया गया है। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया (RKS bhadauria) ने तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित एयर फोर्स स्टेशन सुलुर में तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी।तेजस चौथी पीढ़ी का एक स्वदेशी टेललेस कंपाउंड डेल्टा विंग विमान है। यह फ्लाई-बाय-वायर विमान नियंत्रण प्रणाली, इंटीग्रेटेड डिजिटल एवियोनिक्स, मल्टीमॉड रडार से लैस है। इसकी संरचना कंपोजिट मैटेरियल से बनी है।
लद्दाख में तैनात किए HAL के 2 हल्के युद्धक हेलीकॉप्टरइससे पहले बीते सप्ताह भारत ने लद्दाख सीमा (Ladakh) पर 2 हल्के युद्धक हेलीकॉप्टर (Light Combat Helicopters) तैनात किए हैं। ये हेलीकॉप्टर हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (HAL) द्वारा बनाए गए हैं। इसकी जानकारी HAL ने एक विज्ञप्ति के जरिए दी है। विज्ञप्ति में कहा गया है-ये दुनिया में सबसे हल्का युद्धक हेलीकॉप्टर है जिसे HAL ने तैयार किया है। इस हेलीकॉप्टर को भारतीय सेनाओं की जरूरत के हिसाब से तैयार किया गया है। विज्ञप्ति में इस हेलीकॉप्टर को आत्मनिर्भर भारत से भी जोड़कर दिखाया गया है।
पीएम मोदी ने की है प्रशंसा15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से दिए गए भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेजस विमान की प्रशंसा की थी। वायुसेना ने हल्के लड़ाकू विमान तेजस को HAL से खरीदा है। नवंबर 2016 में वायुसेना ने 50,025 करोड़ रुपये में 83 तेजस मार्क-1 ए की खरीदी को मंजूरी दी थी।
मई महीने में वायुसेना में शामिल हुई थी दूसरी स्क्वार्डनगौरतलब है कि तेजस (Tejas) की दूसरी स्क्वाड्रन बीते मई महीने में वायुसेना में शामिल हुई थी। इस स्क्वाड्रन का नाम फ्लाइंग बुलेट्स दिया गया है। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया (RKS bhadauria) ने तमिलनाडु के कोयंबटूर स्थित एयर फोर्स स्टेशन सुलुर में तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरी थी।तेजस चौथी पीढ़ी का एक स्वदेशी टेललेस कंपाउंड डेल्टा विंग विमान है। यह फ्लाई-बाय-वायर विमान नियंत्रण प्रणाली, इंटीग्रेटेड डिजिटल एवियोनिक्स, मल्टीमॉड रडार से लैस है। इसकी संरचना कंपोजिट मैटेरियल से बनी है।
लद्दाख में तैनात किए HAL के 2 हल्के युद्धक हेलीकॉप्टरइससे पहले बीते सप्ताह भारत ने लद्दाख सीमा (Ladakh) पर 2 हल्के युद्धक हेलीकॉप्टर (Light Combat Helicopters) तैनात किए हैं। ये हेलीकॉप्टर हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (HAL) द्वारा बनाए गए हैं। इसकी जानकारी HAL ने एक विज्ञप्ति के जरिए दी है। विज्ञप्ति में कहा गया है-ये दुनिया में सबसे हल्का युद्धक हेलीकॉप्टर है जिसे HAL ने तैयार किया है। इस हेलीकॉप्टर को भारतीय सेनाओं की जरूरत के हिसाब से तैयार किया गया है। विज्ञप्ति में इस हेलीकॉप्टर को आत्मनिर्भर भारत से भी जोड़कर दिखाया गया है।