Economy of India / इंडिया भरेगा ग्रोथ की पटरी पर इस स्पीड से रफ्तार, ये रहे दो सबूत

दुनिया में इस समय सबसे तेज अगर कोई इकोनॉमी ग्रोथ की रफ्तार भर रही है, तो उसमें टॉप लिस्ट में इंडिया का नाम है. भारत पहले ही दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पहले ही बन चुका है. अब वह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने की रेस में तेजी से आगे बढ़ रहा है. देश तेजी से आगे बढ़ रहा है इसका दो सबूत आज हम आपके सामने पेश करने वाले हैं. पहला सबूत इंडिया रेटिंग्स द्वारा जारी की गई रिपोर्ट है और दूसरा, जिससे यह साबित

Vikrant Shekhawat : May 20, 2024, 08:34 AM
Economy of India: दुनिया में इस समय सबसे तेज अगर कोई इकोनॉमी ग्रोथ की रफ्तार भर रही है, तो उसमें टॉप लिस्ट में इंडिया का नाम है. भारत पहले ही दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पहले ही बन चुका है. अब वह दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने की रेस में तेजी से आगे बढ़ रहा है. देश तेजी से आगे बढ़ रहा है इसका दो सबूत आज हम आपके सामने पेश करने वाले हैं. पहला सबूत इंडिया रेटिंग्स द्वारा जारी की गई रिपोर्ट है और दूसरा, जिससे यह साबित हो पाए कि जमीन पर उसका रिजल्ट कैसा दिख रहा है.

इंडिया रेटिंग्स ने जारी किया रिपोर्ट

इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (इंडरा) को उम्मीद है कि मार्च तिमाही में देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2023-24 में लगभग 6.9-7 प्रतिशत रह सकती है. रेटिंग एजेंसी के प्रमुख अर्थशास्त्री सुनील कुमार सिन्हा ने अनुमान जताते हुए कहा है कि सरकार चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च 2024) और वित्त वर्ष 2023-24 के लिए जीडीपी वृद्धि के शुरुआती अनुमान 31 मई को जारी करेगी. भारतीय अर्थव्यवस्था 2023-24 की जून तिमाही में 8.2 प्रतिशत, सितंबर तिमाही में 8.1 प्रतिशत और दिसंबर तिमाही में 8.4 प्रतिशत की दर से बढ़ी है.

उन्होंने कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि चौथी तिमाही की वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत होगी और वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कुल जीडीपी वृद्धि दर लगभग 6.9-7 प्रतिशत होगी. उन्होंने कहा कि पहली दो तिमाहियों में वृद्धि दर को कम आधार का फायदा मिला, हालांकि तीसरी (अक्टूबर-दिसंबर 2023) तिमाही में 8.4 प्रतिशत की वृद्धि दर आश्चर्यजनक थी.

देश में बढ़ रहा एक्सपोर्ट

अप्रैल में देश का टोटल एक्सपोर्ट 6.88 प्रतिशत बढ़ा है. किसी भी मजबूत अर्थव्यवस्था का पहला संकेत वहां के एक्सपोर्ट की मजबूती और व्यापार घाटे (आयात और निर्यात के बीच का अंतर) का कम होना होता है. इसलिए भारत लगातार अपने एक्सपोर्ट को मजबूत करने में लगा है, और इसका असर भी दिख रहा है. वाणिज्य मंत्रालय के लेटेस्ट आंकड़ों को देखें तो एक्सपोर्ट के मामले में वित्त वर्ष 2024-25 की शुरुआत शानदार रही है. अप्रैल 2024 में देश का टोटल एक्सपोर्ट (वस्तु और सर्विसेस ) 6.88 प्रतिशत बढ़ा है. इस साल अप्रैल में देश से कुल 64.56 अरब डॉलर का एक्सपोर्ट हुआ है, जबकि पिछले साल अप्रैल में ये आंकड़ा महज 60.40 अरब डॉलर था.

वहीं भारत का इंपोर्ट भी एक्सपोर्ट की तरह ही बढ़ रहा है, जो देश में डिमांड पुल को दिखाने का एक प्रमुख संकेत है. अप्रैल में देश का कुल इंपोर्ट 10.25 प्रतिशत बढ़कर 54.09 अरब डॉलर पर पहुंच गया, जो अप्रैल 2023 में 49.06 अरब डॉलर था. इसमें सर्विसेस का इंपोर्ट 16.97 अरब डॉलर रहा है. ये पिछले साल अप्रैल में 13.96 अरब डॉलर था.