विदेश / भारत में जन्मे राहुल गुप्ता को यूएस ने नैशनल ड्रग कंट्रोल पॉलिसी का निदेशक नियुक्त किया

अमेरिकी सीनेट ने डॉ. राहुल गुप्ता को नैशनल ड्रग कंट्रोल पॉलिसी के निदेशक के रूप में नियुक्त किया है। वाइट हाउस ने कहा, "एक भारतीय राजनयिक के बेटे राहुल भारत में पैदा हुए और वॉशिंगटन डीसी के उप-नगरीय इलाके में पले-बढ़े।" वह वाइट हाउस ऑफिस ऑफ नैशनल ड्रग कंट्रोल पॉलिसी का नेतृत्व करने वाले पहले मेडिकल डॉक्टर हैं।

Vikrant Shekhawat : Oct 30, 2021, 01:11 PM
National Drug Control Policy: व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी करते हुए जानकारी दी है कि संयुक्त राज्य अमेरिका की सीनेट ने गुरुवार को डॉ राहुल गुप्ता को राष्ट्रीय औषधि नियंत्रण नीति के कार्यालय के निदेशक के रूप में काम करने की पुष्टि की है. इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारतीय-अमेरिकी नागरिक डॉ राहुल गुप्ता को अमेरिका के शीर्ष दवा नीति अधिकारी के रूप में नामित करने का फैसला किया था. 

व्हाइट हाउस के जारी किए बयान के अनुसार डॉ राहुल गुप्ता, व्हाइट हाउस ऑफिस ऑफ नेशनल ड्रग कंट्रोल पॉलिसी (ONDCP) का नेतृत्व करने वाले पहले चिकित्सक हैं. इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए डॉ गुप्ता ने कहा 'एक अभ्यास करने वाले चिकित्सक और पूर्व स्वास्थ्य अधिकारी के रूप में, जिन्होंने ग्रामीण समुदायों में सेवा दी है.'

उन्होंने आगे कहा कि 'मैंने पहली बार हमारे समुदायों में नशे की लत और अधिक मात्रा में दिल दहला देने वाले मामले देखे हैं, लेकिन मैंने यह भी देखा है कि अगर हम आंकड़ों के पीछे के व्यक्तियों को समझें तो हम उनकी जान बचा सकते हैं.' उन्होंने हाल ही में जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन में मेडिसिन विभाग में क्लिनिकल प्रोफेसर के साथ-साथ वेस्ट वर्जीनिया यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में स्वास्थ्य नीति, प्रबंधन के रूप में सेवा दी है.

डॉ राहुल गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि 'राष्ट्रपति बिडेन ने स्पष्ट किया है कि नशे की लत और अत्यधिक मात्रा में महामारी को नियंत्रित करना हमारी प्राशमिकता होगी. निदेशक के रूप में मुझे अपने समुदाय को स्वस्थ और सुरक्षित बनाने के लिए उच्च-गुणवत्ता, डेटा-संचालित रणनीतियों को आगे बढ़ाने के लिए लगन से काम करना है.  '

बता दें कि राहुल का जन्म भारत में एक भारतीय राजनयिक के घर हुआ था. उनका बचपन वाशिंगटन, डी.सी. के उपनगरीय इलाके में बीता. इसके बाद उन्होंने 21 साल की उम्र में दिल्ली विश्वविद्यालय से मेडिकल स्कूल पूरा किया. उन्होंने अलबामा-बर्मिंघम विश्वविद्यालय से सार्वजनिक स्वास्थ्य में मास्टर डिग्री और लंदन स्कूल ऑफ बिजनेस एंड फाइनेंस से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की वैश्विक मास्टर डिग्री हासिल की है.