Vikrant Shekhawat : Aug 24, 2024, 09:05 AM
GDP Growth: गोल्डमैन सैक्स ग्रुप (Goldman Sachs Group) ने भारत सरकार के व्यय में कमी को ध्यान में रखते हुए 2024 और 2025 के लिए देश की जीडीपी पूर्वानुमान में 20 बेसिस पॉइंट की कटौती की है। अब बैंक को उम्मीद है कि 2024 में भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ 6.7% और 2025 में 6.4% की दर से बढ़ेगी।सरकारी खर्च में कमी का प्रभावयह कटौती मुख्यतः अप्रैल-जून तिमाही में लोकसभा चुनाव के दौरान सरकार के खर्च में आई 35% की साल-दर-साल कमी के कारण की गई है। गोल्डमैन सैक्स के अर्थशास्त्री शांतनु सेनगुप्ता के अनुसार, 2025 के ग्रोथ रेट पर असर पड़ेगा क्योंकि सरकार ने बजट में राजकोषीय घाटे को जीडीपी के 4.5% से नीचे लाने का लक्ष्य रखा है।अर्थव्यवस्था पर संभावित प्रभावगोल्डमैन सैक्स के अर्थशास्त्रियों ने चेतावनी दी है कि आरबीआई की बैंकों के अनसिक्योर्ड लेंडिंग पर सख्ती के कारण घरेलू कर्ज में मंदी आ सकती है, जिससे वास्तविक खपत वृद्धि (आरसीजी) प्रभावित हो सकती है। इसका असर देश की आर्थिक वृद्धि पर पड़ सकता है।आरबीआई की संभावित प्रतिक्रियाहालांकि, उम्मीद है कि दिसंबर 2024 से आरबीआई पॉलिसी रेट्स में कटौती कर सकती है, जिससे 2025 के जीडीपी ग्रोथ रेट में संभावित कमी को कुछ हद तक टाला जा सकता है।आरबीआई का जीडीपी अनुमानआरबीआई ने 8 अगस्त को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए जीडीपी 7.2% रहने का अनुमान जताया था, जबकि 2025-26 की पहली तिमाही में इसे 7.1% रहने की उम्मीद जताई थी। इसके अलावा, 2023-24 के आर्थिक सर्वे रिपोर्ट में 2024-25 के लिए जीडीपी 6.5% से 7.0% के बीच रहने का पूर्वानुमान लगाया गया था।