जयपुर | लोगों के विरोध और जन अभियान के चलते प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार ने राजगढ़ थाना प्रभारी विष्णुदत्त विश्नोई की संदिग्ध मृत्यु की जांच सीबीआई से करवाने का निर्णय कर लिया है। अशोक गहलोत ने इसके लिए केन्द्र सरकार को पत्र लिखा है। इस पर राजस्थान विधानसभा के प्रतिपक्ष उप नेता राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि यदि यह निर्णय पहले हो जाता तो सबूतों से छेड़छाड़ की आशंका कम हो जाती।
इससे पूर्व चूरू के राजगढ़ पुलिस थाने के थानाधिकारी विष्णु दत्त विश्नोई की 23 मई को की गई आत्महत्या के प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाए जाने पर सीएम अशोक गहलोत ने सैद्धान्तिक सहमति दी थी। उन्होंने सीआईडी सीबी, न्यायिक जांच के भी विकल्प दिए थे, लेकिन विष्णुदत्त के परिजन और उनके समर्थक सीबीआई जांच पर अड़े हुए थे। राजस्थान भर से सैकड़ों लोगों ने पत्र लिखे थे और यह मामला ट्विटर पर नम्बर वन पर ट्रेंड हुआ था। विश्नोई समाज के प्रतिनिधि मंडल ने गहलोत से मिलकर मामले की जांच सीबीआई से जांच करवाने की मांग की थी।
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यह था मामला
गौरतलब है कि विश्नोई की संदिग्ध मृत्यु मामले में राजनीतिक दबाव की बात सामने आई थी। सीआई बिश्नोई की आत्महत्या के मामले में विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित भाजपा के कई नेताओं ने कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनियां पर गंभीर आरोप लगाए थे। बीजेपी लगातार इस मामले की सीबीआई जांच करवाने की मांग कर रही थी। प्रशासन ने मामले की न्यायिक जांच करवाए जाने को लेकर अपनी सहमति भी दे दी थी। सीबीआई जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा पत्र लिखे जाने के बाद अब विश्नोई के समर्थकों और परिजनों में न्याय की आस बलवती हुई है।
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