स्पोर्ट्स / इसरो वो है, जहां मुश्किलें शर्मिंदा हैं: चंद्रयान-2 पर वीरेंद्र सहवाग

चंद्रयान-2 के लैंडर के इसरो से संपर्क टूटने पर पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ वीरेंद्र सहवाग ने कहा है, "ख्वाब अधूरा रहा पर हौसले ज़िंदा हैं...इसरो वो है जहां मुश्किलें शर्मिंदा हैं। हम होंगे कामयाब।" वहीं, भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा, "इसरो के वैज्ञानिकों का सम्मान, जिन्होंने दिन-रात लगातार काम किया...देश को आप पर गर्व है...जय हिंद!🇮🇳"

Live Hindustan : Sep 07, 2019, 06:51 PM
इसरो का संपर्क लैंडर विक्रम के साथ टूटने और चंद्रयान मिशन-2 को झटका लगने के बाद शनिवार (7 सितंबर) को इसरो की कई सालों की कड़ी मेहनत धरी रह गई। लैंडर से संपर्क टूट जाने के कारण 'सॉफ्ट लैंडिंग' के बारे में कोई सूचना नहीं मिल पाई, जिसके बाद वैज्ञानिक काफी निराश हैं। भले ही इस मिशन के सफल नहीं हो पाने पर वैज्ञानिक दुखी हों, लेकिन ऐसे में पूरा देश इसरो के साथ खड़ा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर देश का हर आम नागरिक इसरो को दिलासा देने में जुटा है। इसी कड़ी में भारत के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने ऐसा ट्वीट किया है, जो आपका दिल जीत लेगा।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के चंद्रयान -2 मिशन को सफल बनाने के महत्वाकांक्षी प्रयास पर देश का हर व्यक्ति गौरव बता रहा है। चन्द्रयान-2 मिशन के  लैंडर विक्रम से चंद्रमा के सतह से महज दो किलोमीटर पहले इसरो का संपर्क टूट गया, जिससे माहौल में उदासी छा गई।  

ऐसे में वीरेंद्र सहवाग ने इसरो का हौसला बढ़ाने वाला ट्वीट किया है। सहवाग ने ट्वीट करते हुए लिखा है- ख्वाब अधूरा रहा पर हौसला जिंदा है, इसरो वो है, जहां मुश्किलें शर्मिंदा हैं... हम होंगे कामयाब चंद्रयान 2, #Chandrayan2

गौतम गंभीर ने ट्वीट करते हुए लिखा- यह असफलता तब है, जब हम उससे कुछ सीखते नहीं हैं। हम और मजबूत होकर वापस लौटेंगे।

सहवाग के अलावा पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है- औसत लोगों की इच्छाएं और आशाएं होती हैं। आत्मविश्ववासी लोगों के पास लक्ष्य और योजनाएं होती हैं। हमें आप पर गर्व है इसरो। जय हिंद

कमेंटेटर हर्षा भोगले ने भी इसरो की हौसलाअफजाई के लिए ट्वीट किया है।

पहलवान गीता फोगाट ने भी इसरो के लिए एक ट्वीट किया है।

बता दें कि लैंडर 'विक्रम को चंद्रमा की सतह की ओर लाने की प्रक्रिया 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक सामान्य और योजना के अनुरूप देखी गई, लेकिन बाद में लैंडर का संपर्क जमीनी स्टेशन से टूट गया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के शिवन देश के महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 में आई बाधा के बाद भावुक हो गए, जिससे उनकी आंखों में आंसू आ गए। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें गले लगाकर ढांढस बधाया।