Jay Shah / जय शाह ने ICC चेयरमैन बनते ही दे दिया बड़ा बयान, लेंगे ये बड़े फैसले

जय शाह ने ICC के अगले चेयरमैन के रूप में निर्विरोध चुने जाने का इतिहास रच दिया। 35 साल की उम्र में वह इस पद को संभालने वाले सबसे युवा व्यक्ति होंगे। BCCI सचिव और ACC चेयरमैन के रूप में उनके योगदान के बाद, 1 दिसंबर 2024 से वह ICC का नेतृत्व करेंगे।

Vikrant Shekhawat : Aug 28, 2024, 07:00 AM
Jay Shah: क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) की कमान अब एक भारतीय के हाथ में आ गई है। जय शाह को ICC के अगले चेयरमैन के रूप में निर्विरोध चुना गया है। अक्टूबर 2019 से BCCI सचिव और जनवरी 2021 से एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के चेयरमैन रहे जय शाह अब 1 दिसंबर 2024 से ICC का प्रतिष्ठित पद संभालेंगे। 35 साल की उम्र में इस पद पर पहुंचकर वह ICC के सबसे युवा चेयरमैन बनेंगे।

हाल ही में मौजूदा अध्यक्ष ग्रेग बार्कले ने तीसरे कार्यकाल के लिए खड़े होने से मना कर दिया, जिससे शाह का चयन आसान हो गया। जय शाह ने अपने पदभार संभालने पर क्रिकेट की वैश्विक पहुंच और लोकप्रियता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्धता जताई। उनका कहना है कि ICC एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है, जहां तीनों फॉर्मेट के बीच संतुलन बनाए रखना और नई तकनीकों को अपनाना जरूरी है। उनका लक्ष्य क्रिकेट को पहले से भी अधिक लोकप्रिय बनाना है।

जय शाह को अब BCCI सचिव का पद छोड़ना होगा, जिस पर वह पिछले 5 साल से काबिज थे। वे ICC की वित्त और व्यावसायिक मामलों की उप समिति के अध्यक्ष भी हैं। जय शाह ICC चेयरमैन बनने वाले 5वें भारतीय हैं, जिनमें पहले जगमोहन डालमिया, शरद पवार, एन श्रीनिवासन और शशांक मनोहर शामिल हैं। 2016 में ICC के प्रेसीडेंट पद को समाप्त कर दिया गया था और इसकी जगह चेयरमैन का पद आया था।

जय शाह ने दिया बड़ा बयान

मौजूदा अध्यक्ष ग्रेग बार्कले ने तीसरा कार्यकाल अपनाने से इनकार कर दिया जिसके बाद शाह का अध्यक्ष चुने जाने का रास्ता साफ हो गया। ICC अध्यक्ष बनने के बाद शाह ने क्रिकेट की वैश्विक पहुंच और लोकप्रियता को बढ़ाने के लिए अपनी मंशा व्यक्त की। शाह ने कहा कि वह इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के अध्यक्ष बनने पर बेहद खुश हैं। वह क्रिकेट को और अधिक वैश्विक बनाने के लिए ICC टीम और सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।

उन्होंने कहा कि ICC एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है जहां तीनों फॉर्मेट के बीच संतुलन बनाना, उन्नत तकनीकों को अपनाने को बढ़ावा देना और प्रमुख आयोजनों को नए वैश्विक बाजारों में पेश करना बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य क्रिकेट को पहले से कहीं ज्यादा लोकप्रिय बनाना है।