Vikrant Shekhawat : Oct 05, 2024, 02:19 PM
Israel-Iran War: ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने हाल ही में इजरायल पर करीब 200 मिसाइलों से किए गए हमले के बाद अपने रुख को और कठोर बना लिया है। इस बार खामेनेई ने इजरायल और अमेरिका के खिलाफ कड़े शब्दों का इस्तेमाल करते हुए अपना आक्रोश सोशल मीडिया पर जाहिर किया। उन्होंने एक वीडियो साझा किया जिसमें ईरानी सेना द्वारा इजरायल पर मिसाइल हमले दिखाए गए हैं। खामेनेई ने इस वीडियो के जरिए यह दिखाने की कोशिश की है कि इजरायल का मजबूत आयरन डोम सुरक्षा प्रणाली उनके ताबड़तोड़ मिसाइल हमलों को रोकने में पूरी तरह असफल रहा।खामेनेई के भड़काऊ बयानइस वीडियो को शेयर करते हुए खामेनेई ने इजरायल को "पिशाच और भेड़िया" की संज्ञा दी है, जबकि अमेरिका को "पागल कुत्ता" कहा है। यह बयान उनकी इजरायल और अमेरिका के प्रति गहरी नाराजगी और आक्रोश को दर्शाता है। खामेनेई ने मंगलवार को इजरायल पर हुए मिसाइल हमले को सही ठहराते हुए इसे ईरान का न्यायोचित कदम बताया है। उनका कहना है कि यह हमला इजरायल के ज़ायोनी शासन और अमेरिका के अपराधों के खिलाफ उठाया गया एक वैध और आवश्यक कदम था।
इजरायल पर हमले को सही ठहरायाखामेनेई ने कहा कि उनके सशस्त्र बलों द्वारा किया गया हमला पूरी तरह से वैध और कानूनी था। उन्होंने इसे इजरायल और अमेरिका द्वारा किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ एक न्यायपूर्ण कार्रवाई करार दिया। खामेनेई ने इजरायल पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे "पिशाच और भेड़िया" जैसे शब्दों से नवाजा और कहा कि यह हमला इजरायल के अत्याचारी शासन के खिलाफ न्यूनतम सजा थी।भविष्य के और बड़े हमलों की चेतावनीअली खामेनेई ने अपने बयान में यह भी कहा कि यदि भविष्य में आवश्यकता पड़ी तो ईरान इजरायल पर इससे भी बड़े हमले करने से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस क्षेत्र में ईरान का हर कदम पूरी ताकत, दृढ़ता और संकल्प के साथ उठाया जाएगा। खामेनेई ने जोर देकर कहा कि ईरान किसी भी परिस्थिति में अपने लक्ष्यों से पीछे नहीं हटेगा और वह पूरी मजबूती के साथ अपने विरोधियों का सामना करेगा।क्षेत्रीय और वैश्विक तनावखामेनेई के इस आक्रामक रवैये से यह साफ होता है कि मध्य पूर्व में तनाव और अधिक बढ़ सकता है। इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष की संभावनाएं बढ़ रही हैं, जबकि अमेरिका को भी इसमें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभानी पड़ सकती है। खामेनेई के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि ईरान अपने प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ किसी भी हद तक जाने को तैयार है और वह अपनी सैन्य ताकत का पूरा इस्तेमाल करने का संकल्प ले चुका है।निष्कर्षईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई का यह बयान इजरायल और अमेरिका के खिलाफ उनकी आक्रामक नीति को दर्शाता है। मिसाइल हमले के बाद उनका यह कहना कि ईरान किसी भी परिस्थिति में पीछे नहीं हटेगा, इस बात का संकेत है कि आने वाले समय में इस क्षेत्र में और भी गंभीर संघर्ष हो सकते हैं। ईरान के इस कदम से न केवल क्षेत्रीय शांति खतरे में है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।کار درخشان نیروهای مسلح ما یک کار کاملاً قانونی و مشروع بود و کمترین مجازات بود برای رژیم غاصب صهیونی در برابر جنایتهای حیرتآور آن رژیم خونآشام، رژیم گرگصفت و سگ هار آمریکا در منطقه.
— KHAMENEI.IR | فارسی 🇮🇷 (@Khamenei_fa) October 5, 2024
جمهوری اسلامی هر وظیفهای در این زمینه داشته باشد، با قدرت و صلابت و قاطعیّت انجام خواهد داد. pic.twitter.com/NmT0z3vyPz