Vikrant Shekhawat : Jan 29, 2021, 07:59 PM
तीन साल से दो राज्यों की पुलिस को छका रहा गैंगस्टर विक्रम गुर्जर उर्फ पपला आखिरकार फिर से सलाखों के पीछे पहुंच गया। वह पहले हरियाणा पुलिस की कस्टडी से भागा, फिर राजस्थान पुलिस की..। एक दिन पहले महाराष्ट्र के कोल्हापुर में राजस्थान पुलिस ने गर्लफ्रेंड के घर से उसे पकड़ा। विक्रम गुर्जर नाम के इस पहलवान के गैंगस्टर पपला बनने की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है। उसने जुर्म की दुनिया में पहला कदम रखा जनवरी 2015 में जब अपने पहलवान गुरु की हत्या का बदला लेने के नाम पर गैंगस्टर संदीप फौजी और उसके परिवार की हत्या कर दी। इसके बाद तो वह अपराध पर अपराध करते गया। अपनी लंबी-चौड़ी गैंग भी खड़ी कर ली।
विक्रम की गैंगस्टर पपला बनने की कहानी...
30 साल का विक्रम गुर्जर उर्फ पपला मूलत: हरियाणा का रहने वाला है। महेंद्रगढ़ जिले के गांव खैरौली के पपला को बचपन से ही पहलवानी का शौक था। उसने शक्ति गुर्जर उर्फ दुधिया को अपना गुरु बना लिया और उनसे पहलवानी सीखने लगा। पपला ने गुड़गांव में अपना जिम भी शुरू कर दिया। उसे लगा अब वह भी अपने शिष्य तैयार करने लगेगा। हरियाणा के महेंद्रगढ़ के रहने वाले संदीप फौजी की शक्ति गुर्जर से रंजिश थी। इसके चलते अंधाधुंध फायरिंग कराकर उसने पहलवान शक्ति गुर्जर की 4 फरवरी 2014 को हत्या करा दी। संदीप ने हरियाणा की सुरेंद्र उर्फ चीकू गैंग को सुपारी देकर यह वारदात कराई थी। कहते हैं कि इसी ने पहलवान विक्रम को गैंगस्टर पपला बना दिया। उसने शक्ति गुर्जर के साले के कहने पर संदीप फौजी से बदला लेने की कसम खाई।
चीकू गैंग से बदला लेने के लिए पपला ने हरियाणा की डॉक्टर गैंग उर्फ कुलदीप में एंट्री की। इससे पहले तक उसके खिलाफ क्राइम के छिटपुट मामले ही थे, यहां से उसकी जिंदगी का मकसद ही बदल गया। हरियाणा पुलिस का यह भी कहना है कि गुरु शक्ति पहलवान के साले छाजूराम ने संदीप फौजी की हत्या के लिए महेंद्रगढ़ के ही बीरेंद्र उर्फ झुथरिया और पपला को 50 हजार रुपए की सुपारी दी थी। जनवरी 2015 में संदीप फौजी की हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं, इसके बाद पपला पर संदीप की मां बिमला, मामा महेश और नाना श्रीराम की हत्या का भी आरोप बढ़ गया। एक के बाद एक केस महेंद्रगढ़, और नारनौल में दर्ज कर लिए गए। पुलिस को चकमा देता आ रहा पपला अब हरियाणा के टॉप फाइव गैंगस्टर में गिना जाने लगा।
नारनौल-हरियाणा की क्रिमिनल इन्वेस्टीेगेशन एजेंसी (सीआईए) ने पपला को 12 फरवरी 2016 को गांव के पास से अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया। इसके बाद पहले चार हत्याओं के आरोप में नसीबपुर जेल में बंद रहा। पपला अब सोशल मीडिया के जरिए अपने दबदबे को बढ़ाने की कोशिश करने लगा। इसके लिए उसने अपनी गैंग और हाइटेक हथियारों के साथ फोटो डालने शुरू किए। इससे कई बेरोजगार नौजवान उससे जुड़ गए। 5 सितंबर 2017 में वह पेशी के दौरान हरियाणा पुलिस की कस्टडी से भाग गया। उसके साथियों ने फायरिंग कर उसे छुड़ाया था। इसमें चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। हरियाणा पुलिस ने फरार पपला पर तीन लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।
इधर, चीकू गैंग से उसकी रंजिश हो चुकी है। पपला को यह पता चला कि चीकू की किसी एक मामले में राजस्थान के बहरोड़ में 6 सितंबर 2019 को पेशी होने वाली है। उसने वहीं उसे मारने का षड़यंत्र रचा और हरियाणा से एक दिन पहले ही 5 सितंबर को बहरोड़ आ गया। लेकिन, यहां वह फंस गया। बहरोड़ पुलिस ने उसे 32 लाख रुपए कैश ले जाने के आरोप पकड़ा और हवालात में ले आए। जैसे-तैसे रात गुजरी, लेकिन अगली सुबह क्या होने वाला था, राजस्थान की बहरोड़ पुलिस इससे बेखबर थी। न उसे यह पता था कि पपला कितना बड़ा गैंगस्टर है और 3 लाख का इनामी बदमाश है।
बहराेड़ पुलिस कुछ समझ पाती, उससे पहले ही आठ से 10 साथियों ने पपला को छुड़ाने के लिए बहरोड़ थाने में हमला बोल दिया। एके 47 सहित कई बंदूकों से 50 से ज्यादा फायर किए और सुबह ले गए। यह वक्त सुबह सात बजे के आसपास था जब बेहद कम पुलिसकर्मी थे। इसके बाद से ही राजस्थान पुलिस सहित बहरोड़ थाने के स्टाफ को उसकी तलाश थी। यहां भी उस पर तीन लाख रुपए का इनाम घोषित(कुल छह लाख इनामी) कर दिया गया। स्पेशल 26 की टीम उसे लगातार ट्रेस कर रही थी लेकिन वह छकाता रहा।
जनवरी में राजस्थान पुलिस को यह पता लगा कि पपला की गर्लफ्रेंड कोल्हापुर में है और संदेह है कि पपला उससे मिलने आया हुआ है। और वहीं रुक गया है। स्पेशल 26 की टीम ने कोल्हापुर में छापा मारा और 28 जनवरी को उसे पकड़कर राजस्थान ले आए। अपराध में सहयोग के लिए गर्लफ्रेंड जिया की भी भूमिका है इसलिए उसे भी गिरफ्तार किया गया। हरियाणा और राजस्थान पुलिस की कस्टडी दो बार भाग चुके पपला को कोर्ट ने जेल भेजा है जबकि गर्लफ्रेंड जिया सात दिन के लिए पुलिस रिमांड पर है।
विक्रम की गैंगस्टर पपला बनने की कहानी...
30 साल का विक्रम गुर्जर उर्फ पपला मूलत: हरियाणा का रहने वाला है। महेंद्रगढ़ जिले के गांव खैरौली के पपला को बचपन से ही पहलवानी का शौक था। उसने शक्ति गुर्जर उर्फ दुधिया को अपना गुरु बना लिया और उनसे पहलवानी सीखने लगा। पपला ने गुड़गांव में अपना जिम भी शुरू कर दिया। उसे लगा अब वह भी अपने शिष्य तैयार करने लगेगा। हरियाणा के महेंद्रगढ़ के रहने वाले संदीप फौजी की शक्ति गुर्जर से रंजिश थी। इसके चलते अंधाधुंध फायरिंग कराकर उसने पहलवान शक्ति गुर्जर की 4 फरवरी 2014 को हत्या करा दी। संदीप ने हरियाणा की सुरेंद्र उर्फ चीकू गैंग को सुपारी देकर यह वारदात कराई थी। कहते हैं कि इसी ने पहलवान विक्रम को गैंगस्टर पपला बना दिया। उसने शक्ति गुर्जर के साले के कहने पर संदीप फौजी से बदला लेने की कसम खाई।
चीकू गैंग से बदला लेने के लिए पपला ने हरियाणा की डॉक्टर गैंग उर्फ कुलदीप में एंट्री की। इससे पहले तक उसके खिलाफ क्राइम के छिटपुट मामले ही थे, यहां से उसकी जिंदगी का मकसद ही बदल गया। हरियाणा पुलिस का यह भी कहना है कि गुरु शक्ति पहलवान के साले छाजूराम ने संदीप फौजी की हत्या के लिए महेंद्रगढ़ के ही बीरेंद्र उर्फ झुथरिया और पपला को 50 हजार रुपए की सुपारी दी थी। जनवरी 2015 में संदीप फौजी की हत्या कर दी गई। इतना ही नहीं, इसके बाद पपला पर संदीप की मां बिमला, मामा महेश और नाना श्रीराम की हत्या का भी आरोप बढ़ गया। एक के बाद एक केस महेंद्रगढ़, और नारनौल में दर्ज कर लिए गए। पुलिस को चकमा देता आ रहा पपला अब हरियाणा के टॉप फाइव गैंगस्टर में गिना जाने लगा।
नारनौल-हरियाणा की क्रिमिनल इन्वेस्टीेगेशन एजेंसी (सीआईए) ने पपला को 12 फरवरी 2016 को गांव के पास से अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया। इसके बाद पहले चार हत्याओं के आरोप में नसीबपुर जेल में बंद रहा। पपला अब सोशल मीडिया के जरिए अपने दबदबे को बढ़ाने की कोशिश करने लगा। इसके लिए उसने अपनी गैंग और हाइटेक हथियारों के साथ फोटो डालने शुरू किए। इससे कई बेरोजगार नौजवान उससे जुड़ गए। 5 सितंबर 2017 में वह पेशी के दौरान हरियाणा पुलिस की कस्टडी से भाग गया। उसके साथियों ने फायरिंग कर उसे छुड़ाया था। इसमें चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। हरियाणा पुलिस ने फरार पपला पर तीन लाख रुपए का इनाम घोषित किया था।
इधर, चीकू गैंग से उसकी रंजिश हो चुकी है। पपला को यह पता चला कि चीकू की किसी एक मामले में राजस्थान के बहरोड़ में 6 सितंबर 2019 को पेशी होने वाली है। उसने वहीं उसे मारने का षड़यंत्र रचा और हरियाणा से एक दिन पहले ही 5 सितंबर को बहरोड़ आ गया। लेकिन, यहां वह फंस गया। बहरोड़ पुलिस ने उसे 32 लाख रुपए कैश ले जाने के आरोप पकड़ा और हवालात में ले आए। जैसे-तैसे रात गुजरी, लेकिन अगली सुबह क्या होने वाला था, राजस्थान की बहरोड़ पुलिस इससे बेखबर थी। न उसे यह पता था कि पपला कितना बड़ा गैंगस्टर है और 3 लाख का इनामी बदमाश है।
बहराेड़ पुलिस कुछ समझ पाती, उससे पहले ही आठ से 10 साथियों ने पपला को छुड़ाने के लिए बहरोड़ थाने में हमला बोल दिया। एके 47 सहित कई बंदूकों से 50 से ज्यादा फायर किए और सुबह ले गए। यह वक्त सुबह सात बजे के आसपास था जब बेहद कम पुलिसकर्मी थे। इसके बाद से ही राजस्थान पुलिस सहित बहरोड़ थाने के स्टाफ को उसकी तलाश थी। यहां भी उस पर तीन लाख रुपए का इनाम घोषित(कुल छह लाख इनामी) कर दिया गया। स्पेशल 26 की टीम उसे लगातार ट्रेस कर रही थी लेकिन वह छकाता रहा।
जनवरी में राजस्थान पुलिस को यह पता लगा कि पपला की गर्लफ्रेंड कोल्हापुर में है और संदेह है कि पपला उससे मिलने आया हुआ है। और वहीं रुक गया है। स्पेशल 26 की टीम ने कोल्हापुर में छापा मारा और 28 जनवरी को उसे पकड़कर राजस्थान ले आए। अपराध में सहयोग के लिए गर्लफ्रेंड जिया की भी भूमिका है इसलिए उसे भी गिरफ्तार किया गया। हरियाणा और राजस्थान पुलिस की कस्टडी दो बार भाग चुके पपला को कोर्ट ने जेल भेजा है जबकि गर्लफ्रेंड जिया सात दिन के लिए पुलिस रिमांड पर है।