Vikrant Shekhawat : Dec 22, 2021, 11:30 AM
जयपुर में क्षत्रिय युवक संघ के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में लाखों क्षत्रिय और क्षत्राणियां एकत्र हुए हैं। बिना किसी राजनीतिक मकसद के पहली बार प्रदेश में इतनी अधिक संख्या में लोगों का जमावड़ा देखा जा रहा है।
कार्यक्रम स्थल भवानी निकेतन के आसपास कई किलोमीटर तक सड़कों पर केसरिया साफा पहले क्षत्रिय और केसरिया ओढ़ने के साथ क्षत्राणियों का रैला नजर आ रहा है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्यप्रदेश, गुजरात के अलावा दक्षिण भारत के कई राज्यों से एक साथ बड़ी संख्या में लोग इस कार्यक्रम के निमित्त एकत्र हुए हैं। इस संगठन के संघप्रमुख के तौर पर वर्तमान में लक्ष्मणसिंह बेण्यांकाबास और संरक्षक भगवानसिंह रोलसाहबसर का सान्निध्य में युवाओं का उत्साह देखते ही बन रहा है।
प्रशासन भी हुआ कायलअक्सर सामाजिक और राजनीतिक आयोजनों में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था समेत अन्य व्यवस्थाएं चरमरा जाती है। परन्तु इस संगठन के युवाओं ने आत्म अनुशासन का अनूठा उदाहरण पेश करते हुए अपने स्तर पर सभी व्यवस्थाओं को प्रभावी किया है। अतिरिक्त कमीश्नर हैदर अली जैदी ने भी इसकी तारीफ की है। पूरे राजस्थान से हजारों बसों में भरकर जयपुर पहुंचने का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया। जैसलमेर से एक ट्रेन में भरकर क्षत्रिय युवा जयपुर पहुंचे हैं।
राजनीतिक लोग भी प्रेम भाव सेऐसा पहली बार देखा जा रहा है कि विभिन्न राजनीतिक संगठनों में काम कर रहे लोग समाज के मुद्दे पर एक साथ आकर काम कर रहे हैं। जैसे कांग्रेस के प्रदेश सचिव महेन्द्रसिंह खेड़ी और बीजेपी के प्रदेश संगठन मंत्री श्रवणसिंह बगड़ी एक साथ व्यवस्थाओं को प्रभावी कर रहे हैं। युवा नेता यशवर्धनसिंह शेखावत, किशोरसिंह कानोड़, आजाद सिंह राठौड़ बाड़मेर, भंवरसिंह बांजाखुड़ी, आसूसिंह सूरपुरा आदि विभिन्न राजनीतिक दलों को फॉलो करते हैं, लेकिन यहां पर एक मंच के नीचे व्यवस्थाओं में जुटे हैं।
कांग्रेस के मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, भंवरसिंह भाटी, बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़, बीजेपी से केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत, पूर्व मंत्री राजेन्द्र राठौड़, विधायक नरपतसिंह राजवी, हम्मीरसिंह भायल आदि अपनी राजनीतिक विचारधाराओं से इतर सामाजिक भाव के इस अनूठे आयोजन में एक साथ काम कर रहे हैं। इसी के चलते यह आयोजन इतनी अधिक संख्या में सफलता के स्तर पर पहुंच सका है।
संस्कार निर्माण का कार्य करता है संघक्षत्रिय युवक संघ की स्थापना आज ही से 75 वर्ष पूर्व की गई थी। इसके संस्थापक तन सिंह जी के मन में अध्ययन के दौरान पिलानी छात्रावास में यह विचार आया और उन्होंने इस संगठन की स्थापना की। यह संगठन युवाओं में संस्कार निर्माण के साथ चरित्र की उज्ज्वलता के लिए कार्य करता है।
समाज में राजनीतिक चेतना के लिए प्रताप फाउण्डेशन, युवाओं में निष्काम कर्म भावना के लिए क्षात्र पुरुषार्थ फाउण्डेशन और सामाजिक सहयोग के कार्य के लिए प्रताप युवा शक्ति जैसे अनुषांगिक संगठनों वाले क्षत्रिय युवक संघ से पूरे भारत भर से लाखों क्षत्रिय जुड़े हुए हैं। क्षत्रिय युवक—युवतियों, दंपत्तियों के लिए शिविर आयोजित कर प्रशिक्षण कार्य अनवरत चलता रहता है। श्रीमद्भागवतगीता को आदर्श मानकर व्यक्ति से समाज और समाज से परमात्म को प्राप्त करने का माध्यम है, यह संगठन। अपने आप में इस अनूठे संगठन की 75वीं वर्षगांठ पर फर्स्ट भारत अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करता है।
राजनीतिक लोगों के लिए दूसरा मंचइस आयोजन में मंच पर मंत्री, विधायक और बड़े नेताओं को जगह नहीं मिलेगी। क्षत्रिय युवक संघ के साथ ही राजपूत समाज से जुड़े राजनीतिक लोग भी जुटे हैं। इस अवसर पर राजस्थान के सभी राजपूत मंत्री विधायक मौजूद रहेंगे. मुख्य मंच पर केवल क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवान सिंह रोहलसाबसर, क्षत्रिय युवक संघ के प्रमुख लक्ष्मण सिंह और महावीर सिंह सरवड़ी ही मौजूद रहेंगे। लेकिन आपको बता दें की मुख्य मंच पर राजनीतिक व्यक्ति को जगह नहीं दी जाएगी।
भले ही वह केंद्रीय मंत्री या प्रदेश में मंत्री क्यों न हो। राजनीतिक हस्तियों के बैठने के लिए मंच के बगल में ही दूसरा मंच बनाया गया है।
जिसमें राजपूत समाज के साथ ही अन्य समाज के भी राजनीतिक लोग मौजूद रहेंगे। इसी के साथ ही मुख्यमंच के दूसरी ओर प्रदेश के राजपूत समाज के प्रमुख लोग ओर समाज के अन्य लोग बैठेंगे। मंच के दोनों ओर 15 हजार कुर्सियां लगाई गई है जिन पर महिलाओं, पूर्व जनप्रतिनिधियों और समाज के प्रमुख लोगों को स्थान दिया जाएगा। मंच के ठीक सामने की जगह क्षत्रिय युवक संघ के कार्यकर्ताओं के लिए रखी गई है। जहां सफेद शर्ट और ब्लैक पेंट के गणवेश में सभी मौजूद रहेंगे।
कार्यक्रम स्थल भवानी निकेतन के आसपास कई किलोमीटर तक सड़कों पर केसरिया साफा पहले क्षत्रिय और केसरिया ओढ़ने के साथ क्षत्राणियों का रैला नजर आ रहा है। राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्यप्रदेश, गुजरात के अलावा दक्षिण भारत के कई राज्यों से एक साथ बड़ी संख्या में लोग इस कार्यक्रम के निमित्त एकत्र हुए हैं। इस संगठन के संघप्रमुख के तौर पर वर्तमान में लक्ष्मणसिंह बेण्यांकाबास और संरक्षक भगवानसिंह रोलसाहबसर का सान्निध्य में युवाओं का उत्साह देखते ही बन रहा है।
प्रशासन भी हुआ कायलअक्सर सामाजिक और राजनीतिक आयोजनों में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था समेत अन्य व्यवस्थाएं चरमरा जाती है। परन्तु इस संगठन के युवाओं ने आत्म अनुशासन का अनूठा उदाहरण पेश करते हुए अपने स्तर पर सभी व्यवस्थाओं को प्रभावी किया है। अतिरिक्त कमीश्नर हैदर अली जैदी ने भी इसकी तारीफ की है। पूरे राजस्थान से हजारों बसों में भरकर जयपुर पहुंचने का सिलसिला सुबह से ही शुरू हो गया। जैसलमेर से एक ट्रेन में भरकर क्षत्रिय युवा जयपुर पहुंचे हैं।
राजनीतिक लोग भी प्रेम भाव सेऐसा पहली बार देखा जा रहा है कि विभिन्न राजनीतिक संगठनों में काम कर रहे लोग समाज के मुद्दे पर एक साथ आकर काम कर रहे हैं। जैसे कांग्रेस के प्रदेश सचिव महेन्द्रसिंह खेड़ी और बीजेपी के प्रदेश संगठन मंत्री श्रवणसिंह बगड़ी एक साथ व्यवस्थाओं को प्रभावी कर रहे हैं। युवा नेता यशवर्धनसिंह शेखावत, किशोरसिंह कानोड़, आजाद सिंह राठौड़ बाड़मेर, भंवरसिंह बांजाखुड़ी, आसूसिंह सूरपुरा आदि विभिन्न राजनीतिक दलों को फॉलो करते हैं, लेकिन यहां पर एक मंच के नीचे व्यवस्थाओं में जुटे हैं।
कांग्रेस के मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, भंवरसिंह भाटी, बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़, बीजेपी से केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत, पूर्व मंत्री राजेन्द्र राठौड़, विधायक नरपतसिंह राजवी, हम्मीरसिंह भायल आदि अपनी राजनीतिक विचारधाराओं से इतर सामाजिक भाव के इस अनूठे आयोजन में एक साथ काम कर रहे हैं। इसी के चलते यह आयोजन इतनी अधिक संख्या में सफलता के स्तर पर पहुंच सका है।
संस्कार निर्माण का कार्य करता है संघक्षत्रिय युवक संघ की स्थापना आज ही से 75 वर्ष पूर्व की गई थी। इसके संस्थापक तन सिंह जी के मन में अध्ययन के दौरान पिलानी छात्रावास में यह विचार आया और उन्होंने इस संगठन की स्थापना की। यह संगठन युवाओं में संस्कार निर्माण के साथ चरित्र की उज्ज्वलता के लिए कार्य करता है।
समाज में राजनीतिक चेतना के लिए प्रताप फाउण्डेशन, युवाओं में निष्काम कर्म भावना के लिए क्षात्र पुरुषार्थ फाउण्डेशन और सामाजिक सहयोग के कार्य के लिए प्रताप युवा शक्ति जैसे अनुषांगिक संगठनों वाले क्षत्रिय युवक संघ से पूरे भारत भर से लाखों क्षत्रिय जुड़े हुए हैं। क्षत्रिय युवक—युवतियों, दंपत्तियों के लिए शिविर आयोजित कर प्रशिक्षण कार्य अनवरत चलता रहता है। श्रीमद्भागवतगीता को आदर्श मानकर व्यक्ति से समाज और समाज से परमात्म को प्राप्त करने का माध्यम है, यह संगठन। अपने आप में इस अनूठे संगठन की 75वीं वर्षगांठ पर फर्स्ट भारत अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करता है।
राजनीतिक लोगों के लिए दूसरा मंचइस आयोजन में मंच पर मंत्री, विधायक और बड़े नेताओं को जगह नहीं मिलेगी। क्षत्रिय युवक संघ के साथ ही राजपूत समाज से जुड़े राजनीतिक लोग भी जुटे हैं। इस अवसर पर राजस्थान के सभी राजपूत मंत्री विधायक मौजूद रहेंगे. मुख्य मंच पर केवल क्षत्रिय युवक संघ के संरक्षक भगवान सिंह रोहलसाबसर, क्षत्रिय युवक संघ के प्रमुख लक्ष्मण सिंह और महावीर सिंह सरवड़ी ही मौजूद रहेंगे। लेकिन आपको बता दें की मुख्य मंच पर राजनीतिक व्यक्ति को जगह नहीं दी जाएगी।
भले ही वह केंद्रीय मंत्री या प्रदेश में मंत्री क्यों न हो। राजनीतिक हस्तियों के बैठने के लिए मंच के बगल में ही दूसरा मंच बनाया गया है।
जिसमें राजपूत समाज के साथ ही अन्य समाज के भी राजनीतिक लोग मौजूद रहेंगे। इसी के साथ ही मुख्यमंच के दूसरी ओर प्रदेश के राजपूत समाज के प्रमुख लोग ओर समाज के अन्य लोग बैठेंगे। मंच के दोनों ओर 15 हजार कुर्सियां लगाई गई है जिन पर महिलाओं, पूर्व जनप्रतिनिधियों और समाज के प्रमुख लोगों को स्थान दिया जाएगा। मंच के ठीक सामने की जगह क्षत्रिय युवक संघ के कार्यकर्ताओं के लिए रखी गई है। जहां सफेद शर्ट और ब्लैक पेंट के गणवेश में सभी मौजूद रहेंगे।