राजस्थान / महाराणा प्रताप पर नेता प्रतिपक्ष की टिप्पणी से बढ़ा बवाल, कांग्रेस का बीजेपी पर हमला

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Gulabchand Kataria) द्वारा महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) पर टिप्पणी करने के मामले को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा (PCC Chief Govind Singh Dotasara) ने मामले को लेकर बीजेपी (BJP) पर हमला बोला है। डोटासरा ने तो यहां तक आरोप लगा दिया कि अपनी ही पार्टी की प्रत्याशी को हराने के लिए कटारिया ने साजिश के तौर पर ऐसा बयान दिया है।

Vikrant Shekhawat : Apr 14, 2021, 07:21 AM
जयपुर। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Gulabchand Kataria) द्वारा महाराणा प्रताप (Maharana Pratap) पर टिप्पणी करने के मामले को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा (PCC Chief Govind Singh Dotasara) ने मामले को लेकर बीजेपी (BJP) पर हमला बोला है। डोटासरा ने तो यहां तक आरोप लगा दिया कि अपनी ही पार्टी की प्रत्याशी को हराने के लिए कटारिया ने साजिश के तौर पर ऐसा बयान दिया है।

डोटासरा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की किरण माहेश्वरी से नहीं बनती थी। अब किरण माहेश्वरी की बेटी दीप्ति माहेश्वरी राजसमंद से उपचुनाव में मैदान में हैं। लिहाजा उन्हें हराने के लिए कटारिया ने ऐसा बयान दिया है। डोटासरा ने यह भी कहा कि जिस आदमी का अपनी भाषा पर ही संयम नहीं है, उसे आखिर बीजेपी ने नेता प्रतिपक्ष क्यों बनाया?


डोटासरा ने उठाए सवाल

डोटासरा ने कहा कि बीजेपी के पास कोई ऐसा आदमी नहीं है, जिसे नेता प्रतिपक्ष बनाया जाए। राजेंद्र राठौड़ को भी लोग नहीं चाहते हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी पर्दे के पीछे जनता की राय से नहीं, बल्कि आरएसएस की राय से संचालित होती है।

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने पढ़ा होगा आरएएसएस का पन्ना

बीजेपी की ओर से जारी ब्लैक पेपर पर भी कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पलटवार किया। डोटासरा ने कहा कि बीजेपी प्रदेश अधयक्ष सतीश पूनिया स्टडी नहीं करते हैं। उन्हें आरएसएस ने एक पन्ना लिख दिया होगा जो उन्होंने पढ़ दिया। डोटासरा ने कहा कि राज्य ने बीजेपी को 25 सांसद दिए, लेकिन उन्होंने सवा दो साल में क्या काम किया यह देखना चाहिए।


डोटासरा ने बीजेपी पर ये आरोप भी लगाये

कांग्रेस के वरिष्‍ठ नेता ने कहा कि कोविड काल में राजस्थान में अच्छा काम किया जा रहा है, जबकि केन्द्र देश में चुनी हुई सरकारों को गिराने में लगा है। इसके साथ ही इन विपरीत स्थितियों में केन्द्र राज्य को कोई सहायता नहीं दे रहा है और जीएसटी का हजारों करोड़ रुपये रोक रखे हैं।