Vikrant Shekhawat : Jun 25, 2022, 09:10 AM
Delhi: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने शुक्रवार को बिना किसी का नाम लिये जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर तीखा हमला बोला। कहा कि अपने लोगों से केंद्रीय विद्यालय की जमीन को लेकर जिले में धरना- प्रदर्शन कराया और स्वयं सफल हो गये। इस पर उपेंद्र कुशवाहा ने डॉ.जायसवाल पर पटलवार करते हुए कहा है कि उनकी तरह मुझे राजनीति में अनुकंपा पर कुछ नहीं मिला है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने शुक्रवार को जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर निशाना साधते हुए फेसबुक पर पोस्ट किया है कि बिहार के विभिन्न जिलों में केंद्रीय विद्यालय को जमीन मिल जाए, इसके लिए नेता जी ने आंदोलन किया। शिक्षा में सुधार हो, इसके लिए अपने सारे लोगों से हर जिले में धरना एवं प्रदर्शन कराया और अंतत: नेताजी स्वयं सफल हो गए। कहा कि अच्छे सहयोगी रहिए। सहयोगी दल के सिद्धांत अथवा व्यक्ति पर टिप्पणी करना किसी के लिए भी लाभदायक नहीं है।उपेंद्र कुशवाह ने ट्वीट कर जायसवाल को कहा है कि मेरे उस आंदोलन में आपको क्या ़गलत दिखा? जहां तक मेरी भूमिका का सवाल है, सत्ताधारी दल के सदस्य की मर्यादा और विपक्ष के सदस्य के रूप में किसी व्यक्ति का क्या दायित्व होता है, इसका ज्ञान तो संभवत: आपको होगा ही। अगर नहीं है तो आपको बहुत ट्रेनिंग की जरूरत है! रही बात मेरे सफल होने की, तो आपकी तरह मुझको राजनीति में अनुकंपा में कुछ नहीं मिला है। मेरे राजनीतिक सफर के पन्नों को ही पलट कर देखवा लीजिए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने शुक्रवार को जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर निशाना साधते हुए फेसबुक पर पोस्ट किया है कि बिहार के विभिन्न जिलों में केंद्रीय विद्यालय को जमीन मिल जाए, इसके लिए नेता जी ने आंदोलन किया। शिक्षा में सुधार हो, इसके लिए अपने सारे लोगों से हर जिले में धरना एवं प्रदर्शन कराया और अंतत: नेताजी स्वयं सफल हो गए। कहा कि अच्छे सहयोगी रहिए। सहयोगी दल के सिद्धांत अथवा व्यक्ति पर टिप्पणी करना किसी के लिए भी लाभदायक नहीं है।उपेंद्र कुशवाह ने ट्वीट कर जायसवाल को कहा है कि मेरे उस आंदोलन में आपको क्या ़गलत दिखा? जहां तक मेरी भूमिका का सवाल है, सत्ताधारी दल के सदस्य की मर्यादा और विपक्ष के सदस्य के रूप में किसी व्यक्ति का क्या दायित्व होता है, इसका ज्ञान तो संभवत: आपको होगा ही। अगर नहीं है तो आपको बहुत ट्रेनिंग की जरूरत है! रही बात मेरे सफल होने की, तो आपकी तरह मुझको राजनीति में अनुकंपा में कुछ नहीं मिला है। मेरे राजनीतिक सफर के पन्नों को ही पलट कर देखवा लीजिए।