मणिपुर की महिला अफसर का खुलासा / कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया, लिखा- मुझसे कहा गया ड्रग माफिया सीएम की पत्नी का खास है, उसकी जगह पत्नी या बेटे को बंद कर दो

मणिपुर में महिला पुलिस अफसर थौना ओजम बृंदा ने मणिपुर हाई कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह पर गिरफ्तार ड्रग माफिया को छोड़ने के लिए ‘दबाव’ डालने का आरोप लगाया है। बृंदा ने 19 जून 2018 को ड्रग माफिया लुहखोसेई जोउ को 28 करोड़ रुपए की ड्रग और नकदी के साथ गिरफ्तार किया था। इस पर मुख्यमंत्री सिंह ने कहा है कि मामला कोर्ट में है। टिप्पणी करना उचित नहीं।

Vikrant Shekhawat : Jul 18, 2020, 08:26 AM

मणिपुर में महिला पुलिस अफसर थौना ओजम बृंदा ने मणिपुर हाई कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह पर गिरफ्तार ड्रग माफिया को छोड़ने के लिए ‘दबाव’ डालने का आरोप लगाया है। बृंदा ने 19 जून 2018 को ड्रग माफिया लुहखोसेई जोउ को 28 करोड़ रुपए की ड्रग और नकदी के साथ गिरफ्तार किया था। इस पर मुख्यमंत्री सिंह ने कहा है कि मामला कोर्ट में है। टिप्पणी करना उचित नहीं। .

बृंदा ने हलफनामा में लिखा- सीएम ने मुझे बंगले पर बुलाकर कहाः क्या इसीलिए तुम्हें वीरता पुरस्कार दिया था

मैंने मुख्यमंत्री को ड्रग्स की तलाशी से जुड़ी छापेमारी के बारे में सूचित किया और बताया कि हम स्वायत्तशासी जिला परिषद सदस्य के घर दबिश डालने जा रहे हैं। उस समय मुख्यमंत्री ने फोन पर तारीफ करते हुए कहा था कि उसके यहां ड्रग्स मिलती है तो उसे गिरफ्तार करो।

लेकिन, इस कार्रवाई के दूसरे दिन 20 जून को सुबह 7 बजे भाजपा नेता अशनीकुमार हमारे घर पहुंचे और कहा कि गिरफ्तार परिषद सदस्य मुख्यमंत्री की पत्नी ओलिस का राइट हैंड है। इस घटना से वे बेहद नाराज हैं। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को रिहा कर उसकी पत्नी या बेटे को गिरफ्तार किया जाए।

मैंने कहा कि यह संभव नहीं है क्योंकि ड्रग्स बेटे या पत्नी के पास से नहीं मिली है। इसके बाद अशनीकुमार दूसरी बार मुझसे मिलने आए और ड्रग माफिया को छोड़ने का दबाव डाला। 14 दिसंबर को नारकोटिक्स एंड अफेयर्स ऑफ बार्डर ब्यूरो के पुलिस अधीक्षक ने फोन करके कहा कि पुलिस महानिदेशक ने सुबह 11 बजे एक बैठक बुलाई है।

मैं जब बैठक के लिए पहुंची, तो डीजीपी ने कहा कि मुख्यमंत्री चाहते है कि इस मामले के आरोप पत्र कोर्ट से वापस लिए जाएं। मेरे मना करने के बाद उन्होंने इस मामले के जांच अधिकारी को कोर्ट भेजकर आरोप-पत्र रीमूव करने के आदेश दिए। लेकिन, कोर्ट ने मना कर दिया। यह पूरा मामला जब मीडिया में आया, तो विभाग ने स्पष्टीकरण जारी कर कहा कि पुलिस पर कोई दबाव नहीं है।

ठीक उसी दिन सुबह मुख्यमंत्री ने मुझे अपने बंगले पर बुलाया। यहां मुख्यमंत्री ने डांटते हुए कहा ‘क्या इसलिए मैंने तुम्हें वीरता पदक दिया है।’ महिला अफसर ने हलफनामे में लिखा है कि 150 पुलिस जवानों को साथ लेकर इस ड्रग माफिया के खिलाफ ऑपरेशन चलाया था। हमारे पास सबूत थे।

टीम ने जोउ के पास से 4.595 किलो हेरोइन, 2 लाख 80 हजार 200 वर्ल्ड इज योर्स नाम की नशीली टैबलेट और 57 लाख 18 हजार नगदी बरामद किए थे। 95 हजार के पुराने नोट समेत कई आपत्तिजनक सामग्रियां भी बरामद की थी।