Vikrant Shekhawat : May 23, 2021, 05:07 PM
नई दिल्ली: कोरोना महामारी (Coronavirus) की दूसरी लहर में जब देश में चारों ओर मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे माहौल में क्या सरकारों को 12वीं की परीक्षाएं (CBSE 12th Exam 2021) आयोजित करनी चाहिए?
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंगइस सवाल का जवाब तलाशने के लिए आज रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हाई पावर मीटिंग की जा रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और विभिन्न राज्यों के शिक्षा मंत्री भी शामिल हैं। बैठक में शामिल दिल्ली के डिप्टी सीएम ने दावा किया कि अधिकतर राज्यों के शिक्षा मंत्रियों ने कोरोना के मौजूदा हालात को देखते हुए 12वीं की परीक्षा कराए जाने के खिलाफ राय दी है। मनीष सिसोदिया ने कहा, 'कहा जा रहा है कि कोरोना की अगर तीसरी लहर आएगी तो बच्चों को नुकसान पहुंचाएगी। दिल्ली सरकार किसी भी तरह की परीक्षा कराएं जाने के पक्ष में नहीं है। पहले बच्चों को वैक्सीन की डोज़ लग जाए उसके बाद परीक्षा लेना सुरक्षित हो जाएगा।'सूत्रों के मुताबिक देश में 12वीं के बोर्ड एग्जाम (CBSE 12th Exam 2021) होंगे या नहीं, इसको लेकर केंद्र और राज्यों का मंथन अभी जारी है। सूत्रों का कहना है कि कुछ राज्यों ने फिलहाल Exam कराने से साफ़ मना कर दिया है। हालांकि कुछ राज्य शर्तों के साथ एग्जाम कराने को तैयार हैं। फिलहाल परीक्षा पर अभी फाइनल फैसला नहीं हो पाया है।
दिल्ली का फिलहाल एग्जाम कराने से इनकारसूत्रों के मुताबिक दिल्ली सरकार ने फिलहाल 12वीं के एग्जाम कराने से इनकार कर दिया है। ज्यादातर राज्यों ने कहा कि कोरोना नियन्त्रण में आने के बाद ही परीक्षा कराई जाएं। बैठक में सीबीएसई के इस प्रस्ताव पर भी विचार किया गया कि केवल 20 विषयों के ही एग्जाम हों। इस एग्जाम में केवल वैकल्पिक सवाल पूछे जाएं और उसकी अवधि भी 3 घंटे से घटाकर डेढ़ घंटे यानी 90 मिनट कर दी जाए। पीएम मोदी लेंगे परीक्षा पर आखिरी फैसलाजानकारी के मुताबिक इस साल 12वीं के बोर्ड एग्जाम (CBSE 12th Exam 2021) होंगे या नहीं। इस पर केंद्र और राज्यों के बीच चल रही बैठक में अब तक कोई आखिरी फैसला नहीं हो पाया है। सूत्रों के मुताबिक आज की बैठक की रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय से साझा की जाएगी। उसके बाद 30 मई को एक बार फिर राज्यों के शिक्षा मंत्रियों के साथ बैठक होगी।इसके बाद केंद्र सरकार परीक्षा को लेकर कोई घोषणा करेगी।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंगइस सवाल का जवाब तलाशने के लिए आज रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हाई पावर मीटिंग की जा रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और विभिन्न राज्यों के शिक्षा मंत्री भी शामिल हैं। बैठक में शामिल दिल्ली के डिप्टी सीएम ने दावा किया कि अधिकतर राज्यों के शिक्षा मंत्रियों ने कोरोना के मौजूदा हालात को देखते हुए 12वीं की परीक्षा कराए जाने के खिलाफ राय दी है। मनीष सिसोदिया ने कहा, 'कहा जा रहा है कि कोरोना की अगर तीसरी लहर आएगी तो बच्चों को नुकसान पहुंचाएगी। दिल्ली सरकार किसी भी तरह की परीक्षा कराएं जाने के पक्ष में नहीं है। पहले बच्चों को वैक्सीन की डोज़ लग जाए उसके बाद परीक्षा लेना सुरक्षित हो जाएगा।'सूत्रों के मुताबिक देश में 12वीं के बोर्ड एग्जाम (CBSE 12th Exam 2021) होंगे या नहीं, इसको लेकर केंद्र और राज्यों का मंथन अभी जारी है। सूत्रों का कहना है कि कुछ राज्यों ने फिलहाल Exam कराने से साफ़ मना कर दिया है। हालांकि कुछ राज्य शर्तों के साथ एग्जाम कराने को तैयार हैं। फिलहाल परीक्षा पर अभी फाइनल फैसला नहीं हो पाया है।
दिल्ली का फिलहाल एग्जाम कराने से इनकारसूत्रों के मुताबिक दिल्ली सरकार ने फिलहाल 12वीं के एग्जाम कराने से इनकार कर दिया है। ज्यादातर राज्यों ने कहा कि कोरोना नियन्त्रण में आने के बाद ही परीक्षा कराई जाएं। बैठक में सीबीएसई के इस प्रस्ताव पर भी विचार किया गया कि केवल 20 विषयों के ही एग्जाम हों। इस एग्जाम में केवल वैकल्पिक सवाल पूछे जाएं और उसकी अवधि भी 3 घंटे से घटाकर डेढ़ घंटे यानी 90 मिनट कर दी जाए। पीएम मोदी लेंगे परीक्षा पर आखिरी फैसलाजानकारी के मुताबिक इस साल 12वीं के बोर्ड एग्जाम (CBSE 12th Exam 2021) होंगे या नहीं। इस पर केंद्र और राज्यों के बीच चल रही बैठक में अब तक कोई आखिरी फैसला नहीं हो पाया है। सूत्रों के मुताबिक आज की बैठक की रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय से साझा की जाएगी। उसके बाद 30 मई को एक बार फिर राज्यों के शिक्षा मंत्रियों के साथ बैठक होगी।इसके बाद केंद्र सरकार परीक्षा को लेकर कोई घोषणा करेगी।