Coronavirus Outbreak / मारिया शारापोवा ने पंचकर्म को बताया कोरोनावायरस से निपटने का मंत्र, 12 दिन तक मांस को नहीं लगाया हाथ

पांच बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन शारापोवा ने टेनिस वर्ल्ड यूएसए को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘कुछ हफ्ते पहले, मैंने 12 दिनों तक पंचकर्म शुद्धिकरण का उपचार लिया था। हालांकि, तब मुझे नहीं पता था कि खुद को दोबारा ठीक करने, शुद्ध खाने, गंभीर चिंतन, अत्यधिक महत्वाकांक्षा और सभी भारी विचारों को शांत करने के लिए मैंने बिल्कुल सही समय चुना है।’

Jansatta : Mar 24, 2020, 07:26 AM
Coronavirus Outbreak: रूस की पूर्व टेनिस स्टार मारिया शारापोवा ने कोरोनावायरस से पैदा स्ट्रेस (तनाव) को कम करने का मंत्र बताया है। उनके मुताबिक इसके लिए आयुर्वेदिक उपचार (पंचकर्म) सबसे ज्यादा लाभकारी है। पंचकर्म एक प्रकार का डिटॉक्स (एक तरह का विषहरण उपचार ) है। यह शरीर का पोषण करता है और प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्युनिटी सिस्टन) को मजबूत करता है। बता दें कि मारिया शारापोवा 18 साल की उम्र में दुनिया की नंबर वन महिला टेनिस खिलाड़ी बन गईं थीं।

पांच बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन शारापोवा ने टेनिस वर्ल्ड यूएसए को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘कुछ हफ्ते पहले, मैंने 12 दिनों तक पंचकर्म शुद्धिकरण का उपचार लिया था। हालांकि, तब मुझे नहीं पता था कि खुद को दोबारा ठीक करने, शुद्ध खाने, गंभीर चिंतन, अत्यधिक महत्वाकांक्षा और सभी भारी विचारों को शांत करने के लिए मैंने बिल्कुल सही समय चुना है।’

शाराापोवा ने बताया, पंचकर्म चिकित्सा के दौरान मेरे आहार में कोई कॉफी नहीं, कोई मांस नहीं, कोई डेयरी उत्पाद नहीं, कोई चीनी नहीं, कोई ठंडा भोजन नहीं, कोई चिकनाईयुक्त चीजें या कच्चा सलाद नहीं था। शारापोवा के मुताबिक, पंचकर्म चिकित्सा के दौरान सिर्फ एक ही नियम था, जिसमें सिर्फ शुद्धता शामिल थी। मैं भूखे रहना या जूस पीना नहीं चाहती थी। मान लीजिए यही दो नियम थे।

शारापोवा ने बताया, उपचार के हर दिन, मुझे तेल, स्टीम, डिटॉक्स और मेडिटेशन (ध्यान) से सरोबार किया जाता था। इसने मेरे धैर्य का भी परीक्षण लिया। मैं अपना शरीर भी टोंड (लचीला) रखना चाहती थी। हालांकि, वे (पंचकर्म चिकित्सा करने वाले) कहते थे कि आयुर्वेदिक कार्यप्रणाली में व्यायाम के लिए जगह बहुत कम है। मेरा मतलब है कि मैं कोई शिकायत नहीं कर रही हूं, लेकिन मैं इस तरह की निवृत्ति को पूरी तरह से नियंत्रण से बाहर नहीं कर सकती थी।