Vikrant Shekhawat : Jun 17, 2021, 03:56 PM
CBSE Evaluation 2021: सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षा कैंसिल होने के बाद बीते दस दिन से जिस फॉर्मूले का छात्र इंतजार कर रहे थे, वो आज सामने आ चुका है। इसे लेकर सरकारी ओर से बनी 13 सदस्यीय समिति ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट रखी। इस रिपोर्ट के अनुसार 12वीं की मार्कशीट 10वीं, 11वीं और 12वीं के प्री बोर्ड के रिजल्ट को आधार बनाकर तैयार होगी। जानिए क्या होगा फॉर्मूला कैसे जुड़ेंगें नंबर, पढ़ें हर डिटेल।
समिति की रिपोर्ट के अनुसार मार्कशीट बनाने के लिए 12वीं के फाइनल रिजल्ट का आधार बीते तीन एग्जाम होंगे। इसमें मार्कशीट तैयार करने में 10वीं के 5 विषय में से 3 विषय के सबसे अच्छे मार्क्स जोड़े जाएंगे। फिर इसी में 11वीं के पांचों विषय का एवरेज लेकर इसका वेटेज दिया जाएगा। मार्कशीट तैयार करने में 12वीं के प्री-बोर्ड एग्जाम और प्रेक्टिकल के नंबरों का भी वेटेज मिलेगा। इस तरह मूल्यांकन के पूरे फॉर्मूले पर बात करें तो इसमें 10वीं के नंबर का 30 परसेंट, 11वीं के नंबर का 30 परसेंट और 12वीं के नंबर के 40 परसेंट के आधार पर नतीजे आएंगे। पहले ही यह कहा जा रहा था कि सीबीएसई बोर्ड 30:30:40 का फार्मूला रिजल्ट तैयार करने के लिए इस्तेमाल कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट में इस समिति ने ये तर्क दिया कि स्कूलों की नीति प्रीबोर्ड में ज्यादा अंक देने की है। इसलिए सीबीएसई के हजारों स्कूलों में से प्रत्येक के लिए एक रिजल्ट कमेटी बनेगी। इस कमेटी में स्कूल के दो वरिष्ठतम शिक्षक और पड़ोसी स्कूल के शिक्षक "मॉडरेशन कमेटी" के रूप में कार्य करेंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि स्कूल ने अंकों को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं बताया है, यह कमेटी छात्रों के पिछले तीन वर्षों के प्रदर्शन को आंकेगी।आपको बता दें कि रिजल्ट कमेटी बनाने का फॉर्मूला भी 13 सदस्यीय कमेटी ने 10वीं बोर्ड के रिजल्ट पॉलिसी के आधार पर बनाएगी। बता दें कि दसवीं बोर्ड का रिजल्ट तैयार करने के लिए भी सीबीएसई बोर्ड ने एक रिजल्ट कमेटी तैयार की थी। यह कमेटी स्कूल के प्रिंसिपल की अध्यक्षता में बनाई गई थी। सीबीएसई 12वीं के लिए भी इसी तरह की कमेटी बनाई जाएगी। बता दें कि सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षा कैंसिल होने के बाद सरकार ने बीते 4 जून को सीबीएसई की असेसमेंट पॉलिसी तय करने के लिए 13 सदस्यीय एक समिति का गठन किया था। इसमें सीनियर आइएएस अफसरों को रखा गया है। इस कमेटी को रिपोर्ट तैयार करने के लिए दस दिन का समय दिया गया था जो कि आज सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दी है। हालांकि समिति की इस पॉलिसी से छात्र बहुत खुश नजर नहीं आ रहे हैं। अगर 30:30:40 फॉर्मूले की बात करें तो कई स्कूलों ने इसके पक्ष में अपनी सहमति जताई थी। इस फॉर्मूले के तहत दसवीं और ग्यारहवीं कक्षा के अंतिम परिणामों को 30% वेटेज दिया जाएगा, इसके अलावा 12वीं कक्षा की प्री-बोर्ड परीक्षा में 40% वेटेज मिलेगा। लेकिन कई छात्रों ने सोशल मीडिया में यह लिखा था कि उन्होंने महामारी के चलते प्री बोर्ड एग्जाम नहीं दिया था, ऐसे में अब सवाल यह है कि इनकी मार्कशीट कैसे तैयार होगी।
समिति की रिपोर्ट के अनुसार मार्कशीट बनाने के लिए 12वीं के फाइनल रिजल्ट का आधार बीते तीन एग्जाम होंगे। इसमें मार्कशीट तैयार करने में 10वीं के 5 विषय में से 3 विषय के सबसे अच्छे मार्क्स जोड़े जाएंगे। फिर इसी में 11वीं के पांचों विषय का एवरेज लेकर इसका वेटेज दिया जाएगा। मार्कशीट तैयार करने में 12वीं के प्री-बोर्ड एग्जाम और प्रेक्टिकल के नंबरों का भी वेटेज मिलेगा। इस तरह मूल्यांकन के पूरे फॉर्मूले पर बात करें तो इसमें 10वीं के नंबर का 30 परसेंट, 11वीं के नंबर का 30 परसेंट और 12वीं के नंबर के 40 परसेंट के आधार पर नतीजे आएंगे। पहले ही यह कहा जा रहा था कि सीबीएसई बोर्ड 30:30:40 का फार्मूला रिजल्ट तैयार करने के लिए इस्तेमाल कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट में इस समिति ने ये तर्क दिया कि स्कूलों की नीति प्रीबोर्ड में ज्यादा अंक देने की है। इसलिए सीबीएसई के हजारों स्कूलों में से प्रत्येक के लिए एक रिजल्ट कमेटी बनेगी। इस कमेटी में स्कूल के दो वरिष्ठतम शिक्षक और पड़ोसी स्कूल के शिक्षक "मॉडरेशन कमेटी" के रूप में कार्य करेंगे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि स्कूल ने अंकों को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं बताया है, यह कमेटी छात्रों के पिछले तीन वर्षों के प्रदर्शन को आंकेगी।आपको बता दें कि रिजल्ट कमेटी बनाने का फॉर्मूला भी 13 सदस्यीय कमेटी ने 10वीं बोर्ड के रिजल्ट पॉलिसी के आधार पर बनाएगी। बता दें कि दसवीं बोर्ड का रिजल्ट तैयार करने के लिए भी सीबीएसई बोर्ड ने एक रिजल्ट कमेटी तैयार की थी। यह कमेटी स्कूल के प्रिंसिपल की अध्यक्षता में बनाई गई थी। सीबीएसई 12वीं के लिए भी इसी तरह की कमेटी बनाई जाएगी। बता दें कि सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षा कैंसिल होने के बाद सरकार ने बीते 4 जून को सीबीएसई की असेसमेंट पॉलिसी तय करने के लिए 13 सदस्यीय एक समिति का गठन किया था। इसमें सीनियर आइएएस अफसरों को रखा गया है। इस कमेटी को रिपोर्ट तैयार करने के लिए दस दिन का समय दिया गया था जो कि आज सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दी है। हालांकि समिति की इस पॉलिसी से छात्र बहुत खुश नजर नहीं आ रहे हैं। अगर 30:30:40 फॉर्मूले की बात करें तो कई स्कूलों ने इसके पक्ष में अपनी सहमति जताई थी। इस फॉर्मूले के तहत दसवीं और ग्यारहवीं कक्षा के अंतिम परिणामों को 30% वेटेज दिया जाएगा, इसके अलावा 12वीं कक्षा की प्री-बोर्ड परीक्षा में 40% वेटेज मिलेगा। लेकिन कई छात्रों ने सोशल मीडिया में यह लिखा था कि उन्होंने महामारी के चलते प्री बोर्ड एग्जाम नहीं दिया था, ऐसे में अब सवाल यह है कि इनकी मार्कशीट कैसे तैयार होगी।