Vikrant Shekhawat : Jun 14, 2021, 11:17 AM
यूपी के महराजगंज जिले की कोल्हुई थाना क्षेत्र में रविवार को निकाह के दौरान बवाल मच गया। मौलवी जब निकाह पढ़वा रहे थे तो उर्दू के कुछ शब्दों के उच्चारण में दूल्हा अटक गया। इससे लोगों को शक हुआ। पूछताछ शुरू हुई तो दूल्हे की पोल खुल गई। वो दूसरे मजहब का निकला। इस पर हंगामा शुरू हो गया। लोगों ने दूल्हे की पिटाई शुरू कर दी। भागने की कोशिश पर घरातियों ने कुछ बारातियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
सोशल मीडिया पर हुई दोनों की दोस्तीदरअसल, कोल्हुई इलाके की एक लड़की से सिद्धार्थनगर के एक युवक की सोशल मीडिया पर दोस्ती हुई। बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। लड़का, लड़की के घर भी आने-जाने लगा। दो साल बाद लड़की के परिजनों ने शादी के लिए रजामंदी दे दी। लड़की को लड़के के बारे में सब पता था, लेकिन वो अपने घर वालों को नहीं बताना चाहती थी। लिहाजा उसने लड़के को मुस्लिम रीति-रिवाज से शादी करने पर राजी किया। दोनों ने शादी करने का फैसला तो ले लिया, लेकिन दूल्हे ने लॉकडाउन का हवाला देकर केवल पांच बारातियों को ही लाने की बात कही। तय तारीख पर रविवार को पांच लोगों को लेकर युवक शादी करने लड़की के घर पहुंचा। निकाह के वक्त दूल्हा उर्दू शब्द बोलने में अटकने लगा। इस पर मौलवी को शक हो गया और मामला थाने तक पहुंच गया। हालांकि, देर शाम तक लड़की उसी लड़के से निकाह करने की जिद पर अड़ी रही।नाम देखकर मच गया बवाललड़की के परिजन दूल्हे के घर गए नहीं थे। इसलिए वो सच्चाई से बेखबर थे। पूछताछ के साथ तलाशी शुरू हुई तो दूल्हे के पर्स से उसका पैन कार्ड मिला, जिस पर फोटो तो युवक का ही था, लेकिन नाम दूसरे मजहब का था। सूचना मिलते ही एसआई लवकुश मौके पर पहुंचे। दूल्हे और बारात में आए कुछ युवकों को थाने ले आए। युवकों ने बताया कि वो दूल्हे के दोस्त हैं। वहीं, पुलिस के मुताबिक दूल्हे के परिजनों का कहना है कि उन्हें इस शादी के बारे में कोई जानकारी नहीं है।दूल्हे से पूछताछ की जा रही हैवहीं, प्रभारी निरीक्षक दिलीप शुक्ला ने बताया कि दूल्हे सहित बारातियों को थाने लाकर पूछताछ की जा रही है। दोनों पक्ष आपस में बातचीत कर रहे हैं। दूसरे मजहब की बात लड़की को पहले से पता थी। निकाह कराने वाले मौलवी को इस बात की जानकारी नहीं थी, जिसपर बवाल हो गया। पीड़ित पक्ष अगर तहरीर देगा तो केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
सोशल मीडिया पर हुई दोनों की दोस्तीदरअसल, कोल्हुई इलाके की एक लड़की से सिद्धार्थनगर के एक युवक की सोशल मीडिया पर दोस्ती हुई। बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। लड़का, लड़की के घर भी आने-जाने लगा। दो साल बाद लड़की के परिजनों ने शादी के लिए रजामंदी दे दी। लड़की को लड़के के बारे में सब पता था, लेकिन वो अपने घर वालों को नहीं बताना चाहती थी। लिहाजा उसने लड़के को मुस्लिम रीति-रिवाज से शादी करने पर राजी किया। दोनों ने शादी करने का फैसला तो ले लिया, लेकिन दूल्हे ने लॉकडाउन का हवाला देकर केवल पांच बारातियों को ही लाने की बात कही। तय तारीख पर रविवार को पांच लोगों को लेकर युवक शादी करने लड़की के घर पहुंचा। निकाह के वक्त दूल्हा उर्दू शब्द बोलने में अटकने लगा। इस पर मौलवी को शक हो गया और मामला थाने तक पहुंच गया। हालांकि, देर शाम तक लड़की उसी लड़के से निकाह करने की जिद पर अड़ी रही।नाम देखकर मच गया बवाललड़की के परिजन दूल्हे के घर गए नहीं थे। इसलिए वो सच्चाई से बेखबर थे। पूछताछ के साथ तलाशी शुरू हुई तो दूल्हे के पर्स से उसका पैन कार्ड मिला, जिस पर फोटो तो युवक का ही था, लेकिन नाम दूसरे मजहब का था। सूचना मिलते ही एसआई लवकुश मौके पर पहुंचे। दूल्हे और बारात में आए कुछ युवकों को थाने ले आए। युवकों ने बताया कि वो दूल्हे के दोस्त हैं। वहीं, पुलिस के मुताबिक दूल्हे के परिजनों का कहना है कि उन्हें इस शादी के बारे में कोई जानकारी नहीं है।दूल्हे से पूछताछ की जा रही हैवहीं, प्रभारी निरीक्षक दिलीप शुक्ला ने बताया कि दूल्हे सहित बारातियों को थाने लाकर पूछताछ की जा रही है। दोनों पक्ष आपस में बातचीत कर रहे हैं। दूसरे मजहब की बात लड़की को पहले से पता थी। निकाह कराने वाले मौलवी को इस बात की जानकारी नहीं थी, जिसपर बवाल हो गया। पीड़ित पक्ष अगर तहरीर देगा तो केस दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।