जयपुर कलेक्ट्रेट में प्रोटोकॉल को लेकर अजीब स्थिति बनी. विधायक कालीचरण सराफ तीन माह के बिजली, एक वर्ष के पानी के बिल और स्कूल फीस में रियायत दिलाने की मांग को लेकर कलेक्टर अतर सिंह नेहरा को ज्ञापन देने पहुंचे थे. इस दौरान कलेक्टर ने बिना सीट से खड़े हुए ही ज्ञापन लिया.
इस पर सराफ ने आपत्ति जताई और कहा कि आप प्रोटोकॉल का ध्यान नहीं रख रहे हैं. आपको खड़े होकर ज्ञापन लेना चाहिए. मगर कलेक्टर ने उनकी बात को अनसुना कर बैठे—बैठे ही ज्ञापन लिया. महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने भी कह डाला कि क्या हमारे आने से आप असहज महसूस कर रहे हो ? सराफ कलेक्टर को मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र के लगभग 25 हजार नागरिकों का हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन सौंपा.
साथ अपने विधानसभा के 26 वार्डों में 188 बूथों पर अभियान चलाकर एकत्रित किए गए लगभग 25 हजार नागरिकों के हस्ताक्षर किए बैनर भी सौंपे. ज्ञापन देने के बाद सराफ ने कहा कि कोरोना के प्रकोप से हर वर्ग प्रभावित हुआ है और भारी वित्तीय संकट का सामना कर रहा है. ऐसे में सरकार रियायत देने की बजाय बिजली दरों में 12 प्रतिशत की वृद्धि के साथ सरचार्ज में 58 पैसे की बढ़ोतरी तथा अधिकतम यूनिट पर स्थाई शुल्क की गणना करके बिल भेज रही है जो सरासर अन्याय है. हम आशा करते हैं कि सरकार हमारी मांग को पूरा करेगी.