देश / भारत की 50% से ज्यादा आबादी 25 साल या अधिक उम्र की: सर्वे

एक नए सर्वे में कहा गया है कि भारत की आबादी का 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा अब 25 साल या उससे अधिक उम्र का है। भारत के महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त द्वारा तैयार हाल में जारी नमूना पंजीकरण तंत्र 2018 में कहा गया है कि 25 साल से कम उम्र के लोगों का देश की आबादी में 46.9 प्रतिशत हिस्सा है।

News18 : Jul 04, 2020, 08:45 AM
नई दिल्ली। एक नए सर्वे में कहा गया है कि भारत की आबादी का 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा अब 25 साल या उससे अधिक उम्र का है। भारत के महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त (Registrar General and Census Commissioner of India) द्वारा तैयार हाल में जारी नमूना पंजीकरण तंत्र 2018 में कहा गया है कि 25 साल से कम उम्र के लोगों का देश की आबादी में 46.9 प्रतिशत हिस्सा है।


25 साल से कम की आबादी बिहार में सबसे ज्यादा

सर्वे के मुताबिक 25 साल से कम उम्र की आबादी में 47.4 प्रतिशत पुरुष और 46.3 प्रतिशत महिलाएं हैं। हालांकि बिहार, उत्तरप्रदेश और केरल जैसे राज्यों में इस आयु वर्ग में आबादी राष्ट्रीय औसत से थोड़ा अधिक है। आबादी की तुलना में सबसे अधिक 3.2 प्रतिशत प्रजनन दर के साथ बिहार में 25 साल से कम उम्र की आबादी 57.2 प्रतिशत है। उत्तरप्रदेश में 25 साल से कम उम्र की 52.7 प्रतिशत आबादी है। कुल 2.9 प्रतिशत के साथ देश में प्रजनन दर के मामले में यह दूसरे स्थान पर है।


शहरी इलाके बनाम ग्रामीण इलाके

केरल में 1.7 प्रतिशत प्रजनन दर के साथ 25 साल से कम की 37.4 प्रतिशत आबादी है। प्रति महिला के हिसाब से बच्चों की औसत संख्या के आधार पर प्रजनन दर की गणना की जाती है। शहरी इलाके में कम प्रजनन दर के कारण 25 साल से नीचे की आबादी ग्रामीण इलाकों की तुलना में कम है।

चार दशकों में मृत्युदर में आई कमी

बिहार 26।2 प्रतिशत के साथ जन्म दर के मामले में शीर्ष पर है और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में सबसे कम 11.2 प्रतिशत जन्म दर है। छत्तीसगढ़ में मृत्यु दर सबसे अधिक आठ प्रतिशत है और सबसे कम दिल्ली में 3.3 प्रतिशत है। जन्म दर की गणना प्रति एक हजार जनसंख्या पर की जाती है। पिछले चार दशकों में देश में मृत्यु दर में गिरावट आई है।


वर्ष 1971 में यह दर 14.9 प्रतिशत थी जो 2018 में 6.2 प्रतिशत हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में गिरावट में कमी आई है। पिछले दशक में अखिल भारतीय स्तर पर मृत्यु दर 7.3 प्रतिशत से घटकर 6.2 प्रतिशत हो गई।