भोपाल । कोरोना के कारण लोकशिक्षण संचालनालय (डीपीआई) ने उच्च माध्यमिक शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक के अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया स्थगित कर दी है। इसके पीछे हवाला सार्वजनिक परिवहन का नहीं चलना दिया गया है। ऐसे में एक बार फिर शिक्षकों की भर्ती का मामला अटक गया है। डीपीआई के डायरेक्टर गौतम सिंह ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। इसके बाद एक बार फिर शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया अटक गई है। अब उम्मीदवारों को अगले आदेश का इंतजार करना होगा।
कोरोना संक्रमण के कारण कई शहरों में सार्वजनिक वाहन नहीं मिलने से उम्मीदवारों को परेशानी हो रही है। ऐसे में वे अपने दस्तावेजों का सत्यापन नहीं करा पाएंगे। इसलिए अब इसे स्थागित करने का निर्णय लिया गया है। आगे के कार्यक्रम की जानकारी बाद में दी जाएगी। मध्यप्रदेश शासन के डीपीआई ने 15 हजार पदों पर भर्ती के लिए दस्तावेज सत्यापन प्रक्रिया को कोरोना के कारण तीन बार आगे बढ़ाया है। इससे पहले 14 अप्रैल से काम शुरू होना था। बाद में 29 जून से होने वाली प्रक्रिया 1 जुलाई से शुरू करने के आदेश दिए गए थे।
कई उम्मीदवारों के अनुपस्थित होने के कारण निर्णय लिया गया
उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के लिए सत्यापन प्रक्रिया शुरू हो गई थी। गुरुवार को सत्यापन केंद्रों पर तीन स्लॉट पर 45-45 उम्मीदवार को बुलाया गया। एक सत्यापन में कम से कम 10 मिनट का समय लगा। अंतिम स्लॉट शाम 4 बजे तक का है, लेकिन प्रक्रिया 5 बजे के बाद तक चलती रही। इस प्रक्रिया में सबसे ज्यादा समय बाहरी राज्यों के उम्मीदवारों के दस्तावेजों का मिलान करने में लग रहा है। गुरुवार को 4 उम्मीदवार अनुपस्थित रहे। हर एक बीएड की डिग्री का सत्यापन करने के लिए एनसीटीई की वेबसाइट से उनके इंस्टीट्यूट का मिलान किया गया, ताकि फर्जी दस्तावेजों की पहचान की जा सके। संभाग संयुक्त संचालक और जिला शिक्षा अधिकारी को सत्यापन के लिए जिम्मेदार अधिकारी बनाया था।
पहले 15 अप्रैल से प्रक्रिया शुरू होना था
स्कूल शिक्षा विभाग के उच्च माध्यमिक शिक्षक के 15 हजार और माध्यमिक शिक्षक के 5 हजार 670 पदों के लिए भर्ती की जानी है। इनकी भर्ती प्रक्रिया को भी आगे बढ़ा दिया है। कई जिलों में कोरोना को देखते हुए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए गए हैं। इसलिए उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के लिए प्रोविजनल रूप से चयनित उम्मीदवारों और प्रतीक्षा सूची में शामिल उम्मीदवारों के दस्तावेजों के सत्यापन की प्रक्रिया 20 अप्रैल से शुरू होनी थी। वहीं, माध्यमिक शिक्षकों के उम्मीदवारों के लिए दस्तावेज अपलोड, स्कूल चयन और सत्यापन के लिए जिले के निर्धारण के लिए तय तारीख में बदलाव कर दिया गया। इसे बढ़ाकर 15 अप्रैल किया गया था। इस दौरान उम्मीदवारों को पोर्टल trc.mponline.gov.in पर दस्तावेज अपलोड करने की सुविधा दी गई थी।
ऐसे चली पूरी प्रक्रिया
स्कूल शिक्षा विभाग के सरकारी स्कूलों में उच्च माध्यमिक शिक्षक और माध्यमिक शिक्षक भर्ती के लिए सितंबर 2018 में पात्रता परीक्षा कराने पीईबी ने विज्ञापन जारी किया। एक विषय को छोड़कर उच्च माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट 28 अगस्त 2019 को और माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट 29 सितंबर 2019 को आया। डीपीआई द्वारा आयोजित ऑनलाइन काउंसलिंग के तहत लॉकडाउन शुरू होने तक प्रोविजनल सिलेक्शन और वेटिंग लिस्ट जारी की जा चुकी। सिर्फ सत्यापन और स्कूल अलॉटमेंट प्रक्रिया शेष है। इधर, आदिमजाति कल्याण विभाग में भी उच्च माध्यमिक शिक्षक के 2 हजार 220 पदों पर भर्ती होनी है, लेकिन यहां पर सिर्फ ईओडब्ल्यूएस की प्रक्रिया ही हुई है। वहीं, माध्यमिक शिक्षक भर्ती की काउंसलिंग का शेड्यूल तक जारी नहीं हो सका है।
उच्च माध्यमिक में कृषि के खाली पदों पर भर्ती की जाए
कृषि विषय के उम्मीदवारों ने प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर पद की संख्या बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि हमें माध्यमिक शिक्षक के लिए पात्र नहीं माना गया। प्रदेश के हायर सेकंडरी स्कूलों में कृषि के 694 विषय हैं। इनमें से 102 पद ही भरे हैं। इस बार भर्ती के लिए सिर्फ 176 भर्ती निकाली हैं, इसीलिए सभी खाली पदों पर भर्ती करें।
पदों और श्रेणीवार योग्य उम्मीदवार
विषय | खाली पद | कुल योग्य | सामान्य | एससी | एसटी | ओबीसी |
हिंदी | 100 | 56,327 | 13,603 | 9,717 | 3,559 | 29448 |
इंग्लिश | 3358 | 6,629 | 3,038 | 730 | 246 | 2615 |
संस्कृत | 772 | 11,700 | 6,379 | 1146 | 342 | 3833 |
उर्दू | 18 | 592 | 275 | 00 | 317 | 592 |
मैथ्स | 1312 | 38,024 | 11,682 | 4252 | 572 | 21518 |
बायोलॉजी | 50 | 41,699 | 9,178 | 7,440 | 2,310 | 22,771 |
सो. साइंस | 60 | 61,269 | 8,838 | 11,980 | 3,644 | 36,807 |