Vikrant Shekhawat : Oct 13, 2021, 07:38 AM
क्रिकेट: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को 17 अक्टूबर से शुरू होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम का मेंटर नियुक्त किया गया है. धोनी को इस जिम्मेदारी के लिए कितनी रकम मिलेगी, ये सवाल फैन्स के जेहन में उस दिन से है जब से उन्हें ये पद देने का ऐलान हुआ. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह ने मंगलवार को इसका जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि धोनी कोई मानदेय नहीं ले रहे हैं. जय शाह ने कहा, 'एम.एस. धोनी टी 20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम के मेंटर के रूप में अपनी सेवाओं के लिए कोई मानदेय नहीं ले रहे हैं.' जानकारी के लिए बता दें कि बीसीसीआई ने 17 अक्टूबर से यूएई और ओमान में खेले जाने वाले टी20 विश्व कप के लिए धोनी को टीम इंडिया का मेंटर नियुक्त किया है. खबरों के मुताबिक, धोनी ने विश्व कप के लिए टीम इंडिया के चयन में भी अहम भूमिका अदा की है.धोनी की नियुक्ति को लेकर बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने कहा था कि उनकी मौजूदगी से भारत को निश्चित रूप से फायदा होगा. उन्होंने कहा, 'धोनी एक महान कप्तान रहे हैं. उनकी कप्तानी में, भारत ने टी20 विश्व कप, 2010 और 2016 एशिया कप, 2011 विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीती है. रिकॉर्ड अद्भुत हैं. आईसीसी विश्व कप के लिए टीम के मेंटर के रूप में उनका होना वास्तव में बहुत अच्छा है.'धूमल ने धोनी के प्रदर्शन की जमकर सराहना की. धूमल ने कहा, 'सभी खिलाड़ी धोनी का सम्मान करते हैं. उन्हें लाने का मतलब किसी को कमतर आंकना नहीं है. उन्होंने भी शानदार काम किया है.''अब कनफ्लिक्ट इंटरेस्ट की कोई गुंजाइश नहीं'धोनी के एक करीबी दोस्त ने एबीपी न्यूज से कहा कि माही देश के लिए काम करना चाहते हैं. अब कनफ्लिक्ट इंटरेस्ट की कोई गुंजाइश नहीं है , क्योंकि टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की मेंटरशिप के लिए वह बीसीसीआई से एक भी पैसे नहीं लेंगे. माना जा रहा है की माही को मेंटर की भूमिका में लाने वाले कोई और नहीं बल्कि बीसीसीआई के सचिव जय शाह ही हैं. लेकिन धोनी मेंटर बनने के बाद ये बात भी सामने आ रही थी कि ये एक तरह की कनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट तो नहीं है ? ऐसा इसलिए क्यों कि महेंद्र सिंह धोनी आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान भी हैं और टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम में चेन्नई सुपर किंग्स के कई खिलाड़ी शामिल हैं. लेकिन अब धोनी के पैसे नहीं लेने की इस फैसले से कनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट की कोई गुंजाइश नहीं रही.