Mukesh Ambani News / मुकेश अंबानी की जियो ने बनाया बड़ा प्लान- AI सेक्टर में आएगी क्रांति

जियो, एनवीडिया के साथ साझेदारी में एआई तकनीक विकसित करने की तैयारी कर रहा है। कंपनी किफायती एआई-ए-ए सर्विस और एआई एजेंट एप्लिकेशन प्रदान करेगी। रिटेल, हेल्थकेयर, कृषि, शिक्षा जैसे क्षेत्रों में उपयोग के लिए जियो उन्नत इंफ्रास्ट्रक्चर और हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड पर ध्यान दे रहा है।

Vikrant Shekhawat : Dec 31, 2024, 06:00 AM
Mukesh Ambani News: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने जिस तरह से भारत में डेटा क्रांति लाई, अब वह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने की तैयारी कर रहे हैं। रिलायंस जियो ने टेक्नोलॉजी दिग्गज एनवीडिया के साथ साझेदारी की है, जिसके तहत नया एआई मॉड्यूल तैयार किया जाएगा। यह कदम किफायती और व्यक्तिगत एआई-ए-ए सर्विस और एआई एजेंट एप्लिकेशन जैसी सुविधाएं आम लोगों तक पहुंचाने के लिए उठाया गया है।

एआई मिशन में भारत की अग्रणी भूमिका

रिलायंस जियो ने ब्लैकवेल जीपीयू जैसी उच्च स्तरीय तकनीक को सुरक्षित करने के लिए एनवीडिया के साथ साझेदारी की है। इसके जरिए भारत के एआई मिशन को मजबूत बनाने का प्रयास किया जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जियो का लक्ष्य है कि स्टार्टअप्स, रिसर्चर, और इंडस्ट्री में काम करने वाले पेशेवरों को प्रतिस्पर्धी कीमतों पर जीपीयू-ए-ए-सर्विस उपलब्ध कराई जाए।

किफायती और व्यक्तिगत एआई सुविधाओं पर जोर

जियो ने उपयोगकर्ताओं की जरूरत और उनकी पसंद के आधार पर एआई तकनीक प्रदान करने का रोडमैप तैयार किया है। कंपनी हाई-स्पीड ब्रॉडबैंड, एडवांस्ड डिवाइस, और डेटा की ताकत का उपयोग करते हुए किफायती एआई को साकार करना चाहती है। जियो प्लेटफॉर्म्स विभिन्न क्षेत्रों जैसे रिटेल, हेल्थकेयर, कृषि, और शिक्षा में एआई के उपयोग के लिए एनवीडिया के साथ मिलकर काम कर रहा है।

नई क्रांति की ओर कदम

कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "जियो ने जिस तरह से डेटा को सस्ता और सबकी पहुंच में ला दिया, उसी तरह एआई को भी सभी के लिए उपलब्ध बनाना हमारा उद्देश्य है।" उन्होंने यह भी कहा कि रिलायंस जियो ने भारत को दुनिया में सबसे सस्ते मोबाइल डेटा वाले देशों में शामिल कर दिया, और अब एआई क्षेत्र में भी ऐसी ही क्रांति लाने का इरादा है।

एनवीडिया के साथ रणनीतिक साझेदारी

एनवीडिया के साथ की गई यह साझेदारी न केवल तकनीकी रूप से मजबूत बुनियादी ढांचे को तैयार करने में मदद करेगी, बल्कि इसे भारत के डिजिटल विकास की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

एआई का उपयोग: नई संभावनाएं

रिपोर्ट्स बताती हैं कि जियो प्लेटफॉर्म्स एआई के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए उपयोग के नए मामले विकसित कर रहा है। यह एआई तकनीक कृषि उत्पादकता बढ़ाने, स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने, रिटेल अनुभव को बेहतर बनाने, और शिक्षा को सुलभ व प्रभावी बनाने के लिए उपयोग की जाएगी।

सस्ती और सुलभ एआई की ओर बढ़ता भारत

जियो और एनवीडिया की यह पहल भारत को ग्लोबल एआई बाजार में एक नई पहचान दिला सकती है। अगर यह योजना सफल होती है, तो भारत के लाखों स्टार्टअप्स और इनोवेटर्स को नई संभावनाओं और तकनीकी समाधान के लिए सशक्त किया जा सकेगा।

निष्कर्ष
रिलायंस जियो ने जिस तरह से डेटा क्रांति से भारत को दुनिया में सबसे सस्ते इंटरनेट सेवाओं वाले देशों में शामिल किया, उसी तरह एआई के क्षेत्र में भी बड़ी भूमिका निभाने का इरादा है। एनवीडिया के साथ साझेदारी से जियो का यह कदम भारतीय तकनीकी और आर्थिक विकास में मील का पत्थर साबित हो सकता है।