Live Hindustan : Apr 07, 2020, 01:20 PM
हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सीताराम मरडी ने रविवार को तबलीगी जमात के जिला प्रमुखों को चेतावनी दी कि यदि उनकी लापरवाही से कोई व्यक्ति कोविड संक्रमित पाया गया तो उन पर हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा। डीजीपी ने दो-टूक लहजे में कहा कि यदि वे पिछले महीने दिल्ली में जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों के बारे में जानबूझकर खुलासा नहीं किया तो उनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जाएगा। कई मरीजों के द्वारा किए गए बुरे बर्ताव पर भी उन्होंने सख्ती दिखाई है। उन्होंने कहा कि अगर कोई कोरोना पॉजिटिव ने किसी पर थूका तो जानलेवा हमला करने का केस चलेगा। अगर उसके थूकने के चलते वह व्यक्ति संक्रमित हो गया और उसके जान चली गई तो उस पर मर्डर का केस चलेगा। इसके साथ ही डीजीपी ने तबलीगी जमात के आम सदस्यों से भी कहा कि वे प्रशासन से संपर्क करें और स्वयं को पृथक रखें। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि हमें पता चला कि उन्होंने जानबूझकर जानकारी छिपाई है, तो उनके खिलाफ धारा 307 के तहत हत्या के प्रयास के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने के अलावा आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया जाएगा।जमात जिला प्रमुखों की लापरवाही के चलते यदि कोई कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया तो उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा। डीजीपी ने कहा कि जानबूझकर सूचना छिपाने और पिछले पांच दिनों के दौरान कर्फ्यू का उल्लंघन करने के लिए 85 जमात सदस्यों के खिलाफ 17 प्राथमिकी पहले ही दर्ज की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि जमात में हिस्सा लेने के बाद राज्य में लौटे 277 लोगों की पहचान कर ली गई है और उन्हें विभिन्न जिलों में पृथक किया गया है।तबलीगी जमात पर प्रतिबंध लगाया जाए : विहिपदेश में कोविड मामलों के केंद्र के रूप में उभरे तबलीगी जमात और इसके निजामुद्दीन मरकज पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की। तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों के संपर्क में आए कई लोगों में संक्रमण के मामले सामने आए हैं। विहिप के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि इस मरकज पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए और उसके सभी बैंक खाते सील कर देने चाहिए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि संगठन कट्टरपंथ और आतंक का पोषण करने वाला है। विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल ने एक बयान में कहा कि लॉकडाउन के कारण जहां पूरा देश राहत की सांस ले रहा था, वहीं तबलीगी जमात के कारण वायरस के सामुदायिक संचरण की आशंका बढ़ गई है। पाक में तबलीगी जमात के 300 सदस्य कोरोना संक्रमितकोरोना के तेजी से फैलने के सबब बने तबलीगी जमात के सदस्यों ने भारत के साथ-साथ पाकिस्तान की भी नींद उड़ा दी है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में रविवार तक तबलीगी जमात के 300 से अधिक सदस्यों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, प्राथमिक और द्वितीय स्वास्थ्य सुविधा की तरफ से जारी आंकड़े के मुताबिक, तबलीगी जमात के 300 से अधिक उपदेशक पंजाब प्रांत के विभिन्न हिस्से में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से अधिकतर लाहौर के तबलीगी जमात मरकज के हैं, जिन्हें आइसोलेशन में रखा गया है। इसके अलावा पंजाब के रावलपिंडी, झेलम, ननकाना साहिब, सरगोधा, वेहारी, फैसलाबाद, रहीम यार खान जिलों में भी तबलीगी जमात के उपदेशकों को पृथक रखा गया है।जमात के 40 हजार सदस्यों को ढूढ़ रहे अधिकारी : इसके बाद से पाकिस्तान के अधिकारी अब तबलीगी जमात के 40 हजार से अधिक ऐसे लोगों की तलाश कर रहे हैं, जो पिछले महीने लाहौर के तबलीगी जमात के मरकज में शामिल हुए थे। ताकि उन्हें पृथक कर देश में कोरोना को फैलने से रोका जा सके। जमात के सदस्यों को ढूढ़ने के लिए 5200 टीमें बनाई गईं हैं, जो कोरोना संदिग्धों की तलाश में जुटी हुई हैं। जमात के 40 हजार से अधिक लोगों में करीब 4,500 लोग विदेशी थे। अधिकारियों ने पूरे रायविंड शहर को पृथक कर दिया है, जो जमात के पाकिस्तानी धड़े का मुख्यालय है। यहां शहरों के अंदर या बाहर लोगों के आने-जाने पर प्रतिबंध है।