SCO summit / मोदी ने पुतिन को डेमोक्रेसी, डिप्लोमेसी और डायलॉग का दिया मंत्र

समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्‍मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की मुलाकात हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बातचीत हुई। पीएम मोदी ने इशारों-इशारों में रूस के राष्ट्रपति को युद्ध को लेकर एक सुझाव भी दे डाला। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह युग युद्ध का नहीं है।

Vikrant Shekhawat : Sep 16, 2022, 06:51 PM
SCO summit | समरकंद में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्‍मेलन के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की मुलाकात हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बातचीत हुई।  पीएम मोदी ने इशारों-इशारों में रूस के राष्ट्रपति को युद्ध को लेकर एक सुझाव भी दे डाला। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह युग युद्ध का नहीं है। उन्होंने कहा कि डेमोक्रेसी, डिप्लोमेसी और डायलॉग से ही दुनिया को सही संदेश मिलेगा।  वहीं ऊर्जा-सुरक्षा पर भी इस दौरान चर्चा हुई। पहले यह मीटिंग आधे घंटे के लिए होनी थी, लेकिन दोनों के बीच करीब एक घंटे तक मुलाकात चली। 

पीएम ने जिनपिंग और शरीफ से बनाकर रखी दूरी

गौरतलब है कि भारत और रूस के बीच सैन्य साजो सामान और तेल का व्यापार प्रमुख रूप से होता था। ऐसे में पीएम मोदी और पुतिन की मुलाकात पर पूरी दुनिया की निगाहें हैं। इससे पहले दिन में भारतीय प्रधानमंत्री ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ से दूरी बनाकर रखी थी। बता दें कि पाकिस्तान ने हाल ही में भारत से कारोबारी संबंधों को बहाल करने के संकेत दिए थे। लेकिन भारत ने इस पर कुछ रिस्पांस नहीं दिया था। वहीं चीन के साथ भी भारत का आतंकवाद, सीमा विवाद समेत कई मसलों पर टकराव है। 

क्या है एससीओ

एससीओ की शुरुआत जून 2001 में शंघाई में की गई थी। चीन, कजाखिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान इसके छह संस्थापक और भारत व पाकिस्तान के रूप में पूर्णकालिक सदस्य हैं। भारत और पाकिस्तान 2017 में इसमें शामिल हुए थे। एससीओ सबसे बड़े अंतर-क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठनों में से एक के रूप में उभरा है।