AajTak : Apr 03, 2020, 12:29 PM
कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देशवासियों से एकजुटता दिखाने की अपील की है। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे रविवार की रात को नौ बजे दीया जलाएं। अब पीएम की इस अपील पर राजनीतिक प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री पी। चिदंबरम ने कहा कि हम दीया जलाएंगे, लेकिन जवाब में अर्थशास्त्रियों की बात भी सुनें।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘हम आपकी बात सुनेंगे और पांच अप्रैल को दीया जलाएंगे। लेकिन इसके बदले में आप भी अर्थशास्त्रियों की बात सुनें। हमें उम्मीद थी कि आप आज गरीबों के लिए एक पैकेज का ऐलान करते, जिन्हें निर्मला सीतारमण अपने भाषण में भूल गई थीं।
पी. चिदंबरम ने लिखा कि काम करने वाला हर व्यक्ति, चाहे बिजनेस क्षेत्र से हो या फिर दिहाड़ी मजदूर उसे मदद की जरूरत है और आर्थिक शक्ति को रि-स्टार्ट करने की जरूरत है। संकेत दिखाना जरूरी है, लेकिन सख्त फैसले लेना भी जरूरी है।
अन्य कांग्रेसी नेताओं ने भी खड़े किए सवाल
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी इसपर सवाल खड़े किए और अपने ट्वीट में लिखा, 'इन मसलों पर सरकार के कदम सुनने को नहीं मिले, वायरस को रोकना-टेस्टिंग किट्स-गरीबों को खाना पहुंचा-मजदूरों को आर्थिक मदद करना'। दीया किसी मकसद से जलाएं, अंधविश्वास के लिए नहीं।
गौरतलब है कि बीते दिनों भारत सरकार की ओर से कोरोना संकट के बीच एक लाख 70 हजार करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान किया गया था। जिसमें 80 करोड़ नागरिकों को गेंहू-चावल, 20 करोड़ से अधिक महिला जनधन बैंक खाता धारकों को आर्थिक मदद देने की बात कही गई थी।आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह अपने एक वीडियो संदेश में देशवासियों से दीया जलाने की अपील की है। पीएम ने कहा कि इस रविवार यानी 5 अप्रैल की रात को नौ बजे, आप नौ मिनट तक दीया या फिर मोबाइल का फ्लैश जलाएं। पीएम मोदी बोले कि इस एकता के जरिए हम कोरोना के अंधकार को मिटाएंगे।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘हम आपकी बात सुनेंगे और पांच अप्रैल को दीया जलाएंगे। लेकिन इसके बदले में आप भी अर्थशास्त्रियों की बात सुनें। हमें उम्मीद थी कि आप आज गरीबों के लिए एक पैकेज का ऐलान करते, जिन्हें निर्मला सीतारमण अपने भाषण में भूल गई थीं।
पी. चिदंबरम ने लिखा कि काम करने वाला हर व्यक्ति, चाहे बिजनेस क्षेत्र से हो या फिर दिहाड़ी मजदूर उसे मदद की जरूरत है और आर्थिक शक्ति को रि-स्टार्ट करने की जरूरत है। संकेत दिखाना जरूरी है, लेकिन सख्त फैसले लेना भी जरूरी है।
अन्य कांग्रेसी नेताओं ने भी खड़े किए सवाल
Dear @narendramodi,
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) April 3, 2020
We will listen to you and light diyas on April 5. But, in return, please listen to us and to the wise counsel of epidemiologists and economists.
Modiji
— Kapil Sibal (@KapilSibal) April 3, 2020
Learnt nothing about government’s steps to
1) contain the virus
2) protect our medical practitioners
3) provide testing kits
4) reach food and supplies to the poor
5) finance migrant labour , the jobless
Light the ‘ Diya ‘ of reason
Not that of superstition !
पी. चिदंबरम के अलावा कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि आज फिर प्रधान शोमैन को सुना। लोगों के दुख, आर्थिक चोट के बारे में कुछ नहीं कहा गया। भविष्य को लेकर क्या प्लान है और लॉकडाउन के बाद क्या होगा, इसपर कुछ नहीं कहा गया। सिर्फ एक फीलगुड मोमेंट तैयार किया गया।Listened to the Pradhan Showman. Nothing about how to ease people’s pain, their burdens, their financial anxieties. No vision of the future or sharing the issues he is weighing in deciding about the post-lockdown. Just a feel-good moment curated by India’s Photo-Op PrimeMinister!
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) April 3, 2020
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी इसपर सवाल खड़े किए और अपने ट्वीट में लिखा, 'इन मसलों पर सरकार के कदम सुनने को नहीं मिले, वायरस को रोकना-टेस्टिंग किट्स-गरीबों को खाना पहुंचा-मजदूरों को आर्थिक मदद करना'। दीया किसी मकसद से जलाएं, अंधविश्वास के लिए नहीं।
गौरतलब है कि बीते दिनों भारत सरकार की ओर से कोरोना संकट के बीच एक लाख 70 हजार करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान किया गया था। जिसमें 80 करोड़ नागरिकों को गेंहू-चावल, 20 करोड़ से अधिक महिला जनधन बैंक खाता धारकों को आर्थिक मदद देने की बात कही गई थी।आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह अपने एक वीडियो संदेश में देशवासियों से दीया जलाने की अपील की है। पीएम ने कहा कि इस रविवार यानी 5 अप्रैल की रात को नौ बजे, आप नौ मिनट तक दीया या फिर मोबाइल का फ्लैश जलाएं। पीएम मोदी बोले कि इस एकता के जरिए हम कोरोना के अंधकार को मिटाएंगे।