Vikrant Shekhawat : Jan 05, 2022, 12:21 PM
नई दिल्ली: कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर आने की संभावना के बीच दिल्ली में काफी संख्या में चिकित्सकों और पैरा-मेडिकल कर्मियों के संक्रमित हो जाने से शहर के स्वास्थ्य ढांचे को संकट की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के कम से कम 50 डॉक्टर, जबकि सफदरजंग अस्प्ताल के 26 डॉक्टरों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।एक अधिकारी ने बताया कि राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल के 38 चिकित्सक सहित 45 स्वास्थ्य कर्मी पिछले कुछ दिनों में संक्रमित हुए हैं। सूत्रों ने बताया कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित हिंदू राव अस्पताल के कम से कम 20 चिकित्सक संक्रमित हो गये हैं। वहीं, दिल्ली सरकार द्वारा संचालित लोकनायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल की उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ ऋतु सक्सेना ने कहा कि संस्थान के सात चिकित्सक संक्रमित हुए हैं, उनमें से तीन को विशेष वार्ड में रखा गया है जबकि शेष घर पर पृथकवास में हैं।यहां तक कि दिल्ली सरकार ने बार-बार इस बात पर जोर दिया है कि इस बार ज्यादातर मामले हल्के लक्षण वाले या बगैर लक्षणों के हैं। आंकड़ों से यह प्रदर्शित होता है कि अस्पतालों में कोविड मरीजों की संख्या और जिन्हें ऑक्सीजन एवं वेंटिलेटर सहायता की जरूरत है, उनकी संख्या बढ़ी है। दिल्ली में मंगलवार को 8.37 प्रतिशत संक्रमण दर के साथ कोविड के 5,481 नये मामले सामने आए, जो 16 मई से सर्वाधिक हैं। महामारी से शहर में और तीन लोगों की मौत हो गई है।मामलों में अत्यधिक वृद्धि ने एम्स प्रशासन ने अपने संकाय सदस्यों की सर्दियों की छुट्टियां रद्द कर दी है। एम्स के तीन जनवरी के एक कार्यालय ज्ञापन में कहा गया है, ‘‘यह सूचित किया जाता है कि सक्षम प्राधिकार ने कोविड-19/ओमीक्रोन महमारी के चलते सर्दियों की छुट्टी का शेष हिस्सा --पांच से 10 जनवरी तक--रद्द करने का फैसला किया है। सभी संकाय सदस्यों से अपनी ड्यूटी पर तत्काल प्रभाव से आने का अनुरोध किया जाता है। ’’मूलचंद अस्पताल की चिकित्सा निदेशक डॉ मधु हांडा ने कहा कि चार रेजीडेंट चिकित्सक और कम से कम पांच नर्स एक हफ्ते में संक्रमित हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘अन्य चिकित्सकों को कभी-कभी डबल ड्यूटी करनी पड़ रही है।’’ राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के चिकित्सा निदेशक डॉ बी एल शेरवाल ने कहा कि प्रत्येक दिन कुछ चिकित्सक संक्रमित हो रहे हैं और यह संख्या आने वाले दिनों में बढ़ने वाली है।उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने 5,000 युवाओं को मेडिकल सहायक के रूप में प्रशिक्षित किया है, जरूरत पड़ने पर उन्हें तैनात किया जाएगा। फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ मनीष जांगरा ने कहा कि उन्होंने सरकार को स्वास्थ्य संकट की चेतावनी दी है और उससे नीट-पीजी 2021 काउंसलिंग में तेजी लाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल दो-तिहाई कर्मियों के साथ संचालित हो रहे हैं और लहर के चरम पर जाने पर स्थिति नियंत्रण के बाहर हो जाएगी।