AMAR UJALA : Jun 04, 2020, 10:53 AM
पाकिस्तान: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के साथ-साथ टिड्डियों के हमले से भी जूझ रहा है। देश पर संकट की दोहरी मार पड़ी है। हालांकि, सरकार ने टिड्डियों के हमले को अवसर में बदल दिया है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि लोग टिड्डियों को पकड़कर मुर्गी पालन करने वालों को बेचें, जिससे उन्हें कमाई का एक नया जरिया मिलेगा।
इमरान ने कहा कि देश टिड्डियों के हमले से जूझ रहा है। ऐसे में लोगों को इन्हें पकड़ना चाहिए और इसे बेचकर कमाई करनी चाहिए। वे इन्हें पकड़कर मुर्गी पालन करने वालों को बेच सकते हैं। मुर्गी पालन करने वाले इन टिड्डियों को 15 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदेंगे और उसका इस्तेमाल मुर्गियों के चारे के रूप में करेंगे।संघीय कैबिनेट की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए पीएम ने टिड्डी खतरे से निपटने के लिए इस आउट-ऑफ-द-बॉक्स प्रस्ताव का समर्थन किया और कहा कि लोगों को टिड्डियों को पकड़ने के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी। साथ ही इसे प्रोत्साहित भी किया जाएगा। कोरोना वायरस से पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था पर खासा असर पड़ा है। देश में बढ़ रही महंगाई और बेरोजगारी से अर्थव्यवस्था का बेड़ा गर्क हो रहा था और कोविड-19 से इसमें और भी तेजी आ गई। पाकिस्तान में रोजगार संकट गहराता जा रहा है। ऊपर से टिड्डियों के हमले से फसलें भी बर्बाद हुई हैं।ऐसी विपरीत स्थिति को देखते हुए पीएम इमरान ने इस संकट को अवसर में बदलने का निर्णय लिया है। उन्होंने टिड्डियों को पकड़ने और बेचने की योजना को मंजूरी दी है।
बलूचिस्तान में टिड्डियों ने मचाया सबसे ज्यादा आतंकपाकिस्तान के पीटीवी न्यूज चैनल के अनुसार, देश में बलूचिस्तान प्रांत टिड्डियों के हमले से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां के 31 जिलों पर टिड्डियों ने हमला किया। खैबर पख्तूनख्वा के 10, पंजाब प्रांत में चार और सिंध में सात जिले टिड्डियों के हमले से प्रभावित हैं। कैबिनेट बैठक में पारंपरिक माध्यमों से फसलों को बचाने के लिए लोगों को प्रोत्साहन दिया गया है, जिनमें टिन के ड्रम को पीटना और पटाखे फोड़ना शामिल है।
इमरान ने कहा कि देश टिड्डियों के हमले से जूझ रहा है। ऐसे में लोगों को इन्हें पकड़ना चाहिए और इसे बेचकर कमाई करनी चाहिए। वे इन्हें पकड़कर मुर्गी पालन करने वालों को बेच सकते हैं। मुर्गी पालन करने वाले इन टिड्डियों को 15 रुपए प्रति किलो की दर से खरीदेंगे और उसका इस्तेमाल मुर्गियों के चारे के रूप में करेंगे।संघीय कैबिनेट की एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए पीएम ने टिड्डी खतरे से निपटने के लिए इस आउट-ऑफ-द-बॉक्स प्रस्ताव का समर्थन किया और कहा कि लोगों को टिड्डियों को पकड़ने के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी। साथ ही इसे प्रोत्साहित भी किया जाएगा। कोरोना वायरस से पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था पर खासा असर पड़ा है। देश में बढ़ रही महंगाई और बेरोजगारी से अर्थव्यवस्था का बेड़ा गर्क हो रहा था और कोविड-19 से इसमें और भी तेजी आ गई। पाकिस्तान में रोजगार संकट गहराता जा रहा है। ऊपर से टिड्डियों के हमले से फसलें भी बर्बाद हुई हैं।ऐसी विपरीत स्थिति को देखते हुए पीएम इमरान ने इस संकट को अवसर में बदलने का निर्णय लिया है। उन्होंने टिड्डियों को पकड़ने और बेचने की योजना को मंजूरी दी है।
बलूचिस्तान में टिड्डियों ने मचाया सबसे ज्यादा आतंकपाकिस्तान के पीटीवी न्यूज चैनल के अनुसार, देश में बलूचिस्तान प्रांत टिड्डियों के हमले से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां के 31 जिलों पर टिड्डियों ने हमला किया। खैबर पख्तूनख्वा के 10, पंजाब प्रांत में चार और सिंध में सात जिले टिड्डियों के हमले से प्रभावित हैं। कैबिनेट बैठक में पारंपरिक माध्यमों से फसलों को बचाने के लिए लोगों को प्रोत्साहन दिया गया है, जिनमें टिन के ड्रम को पीटना और पटाखे फोड़ना शामिल है।