Vikrant Shekhawat : Mar 27, 2022, 07:40 PM
अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) इस्लामाबाद में एक विशाल रैली में शामिल हो रहे हैं। इस रैली में रविवार को हजारों की संख्या में लोग जुटे हैं। इमरान सरकार ने विभिन्न शहरों से उनके समर्थकों के यहां पहुंचने के लिए विशेष ट्रेनों का इंतजाम किया है। इस रैली को अविश्वास प्रस्ताव पेश होने से पहले इमरान का शक्ति प्रदर्शन कहा जा रहा है।
इमरान खान (Imran Khan) सरकार द्वारा अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को लाहौर और अन्य शहरों से लाने के लिए पाकिस्तान रेलवे से विशेष ट्रेनें चलाने का अनुरोध किया गया है। खान के हजारों समर्थक ट्रेनों, सार्वजनिक वाहनों और निजी कारों से सत्तारूढ़ दल की ऐतिहासिक रैली में शामिल होने पहुंचे हैं। खान की पार्टी का कारवां कराची, लाहौर, पेशावर और अन्य शहरों से पहुंचा है और रैली में शामिल होने के लिए यह परेड ग्राउंड पहुंचा।
गौरतलब है कि इमरान खान (Imran Khan) एक गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। खान के सहयोगी दल उनसे किनारा कर रहे हैं जबकि उनकी पार्टी के करीब दो दर्जन सांसद उनके खिलाफ बगावत कर रहे हैं। खान (69) की पार्टी के 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 155 सदस्य हैं और सरकार में बने रहने के लिए कम से कम 172 सांसदों के समर्थन की जरूरत होगी।
विपक्ष ने भी कसी है कमरइससे अलग, सोमवार को इस्लामाबाद में विपक्षी दलों का गठबंधन, पाकिस्तान डेमाक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम)भी एक राजनीतिक कार्यक्रम करने वाला है। पीडीएम में जमियत ए इस्लाम फज्ल और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज शामिल हैं। पीडीएम ने एक दिन बाद अपना शक्ति प्रदर्शन करने का निर्णय किया है जो नेशनल असेंबली के सत्र के साथ-साथ होगा, जब सदन में औपचारिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव लाया जाने वाला है।
वहीं, पीएमएल-एन उपाध्यक्ष मरियम नवाज और उनकी करीबी रिश्तेदार हमजा शहबाज (शहबाज शरीफ की बेटी) के नेतृतव में शनिवार को लाहौर से एक अन्य बड़ा विरोध मार्च शुरू किया गया। विपक्षी रैली में शामिल होने के लिए जीटी रोड होते हुए इसके सोमवार को इस्लामाबाद पहुंचने का कार्यक्रम है। मरियम ने अपने समर्थकों से कहा, ‘‘यह (मार्च) इमरान खान नीत सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा।’’
इमरान खान (Imran Khan) सरकार द्वारा अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को लाहौर और अन्य शहरों से लाने के लिए पाकिस्तान रेलवे से विशेष ट्रेनें चलाने का अनुरोध किया गया है। खान के हजारों समर्थक ट्रेनों, सार्वजनिक वाहनों और निजी कारों से सत्तारूढ़ दल की ऐतिहासिक रैली में शामिल होने पहुंचे हैं। खान की पार्टी का कारवां कराची, लाहौर, पेशावर और अन्य शहरों से पहुंचा है और रैली में शामिल होने के लिए यह परेड ग्राउंड पहुंचा।
गौरतलब है कि इमरान खान (Imran Khan) एक गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। खान के सहयोगी दल उनसे किनारा कर रहे हैं जबकि उनकी पार्टी के करीब दो दर्जन सांसद उनके खिलाफ बगावत कर रहे हैं। खान (69) की पार्टी के 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 155 सदस्य हैं और सरकार में बने रहने के लिए कम से कम 172 सांसदों के समर्थन की जरूरत होगी।
विपक्ष ने भी कसी है कमरइससे अलग, सोमवार को इस्लामाबाद में विपक्षी दलों का गठबंधन, पाकिस्तान डेमाक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम)भी एक राजनीतिक कार्यक्रम करने वाला है। पीडीएम में जमियत ए इस्लाम फज्ल और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज शामिल हैं। पीडीएम ने एक दिन बाद अपना शक्ति प्रदर्शन करने का निर्णय किया है जो नेशनल असेंबली के सत्र के साथ-साथ होगा, जब सदन में औपचारिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव लाया जाने वाला है।
वहीं, पीएमएल-एन उपाध्यक्ष मरियम नवाज और उनकी करीबी रिश्तेदार हमजा शहबाज (शहबाज शरीफ की बेटी) के नेतृतव में शनिवार को लाहौर से एक अन्य बड़ा विरोध मार्च शुरू किया गया। विपक्षी रैली में शामिल होने के लिए जीटी रोड होते हुए इसके सोमवार को इस्लामाबाद पहुंचने का कार्यक्रम है। मरियम ने अपने समर्थकों से कहा, ‘‘यह (मार्च) इमरान खान नीत सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा।’’